कभी कभी जब मैं दफतर जाने के लिए बाहर निकलने को होता हूँ, तो मेरी पत्नि मुझे यह कहकर टोक देती है, "आप ऐसे कपड़े पहन कर तो दफतर नहीं जा सकते!" यह मेरे पहने कपड़ों में किसी असंगति के कारण होता है; या तो मेरी टाई, या फिर मेरी पतलून मेरी जैकेट से मेल नहीं खा रही होती है, या ऐसी ही कोई अन्य असंगति उसे दिखाई दे जाती है। यद्यपि पहरावे और फैशन संबंधित चुनावों के बारे में टोका जाना अपमानजनक लग सकता है, लेकिन मैंने अनुभव से यह भी जान लिया है कि मेरी पत्नि का यह सुधार के लिए टोकना मेरे लिए भला ही होता है।
परमेश्वर का वचन बाइबल हम मसीही विश्वासियों को सदा ऐसे आचरण और व्यवहार को धारण कर लेने के लिए कहती है जो हमारे मसीही विश्वास के अनुरूप हों। जैसे जीवन के कार्यों में कई दफा हम अपने पहने हुए कपड़ों से अपनी पहचान प्रगट करते हैं, वैसे ही हम अपने धारण किए हुए आचरण और व्यवहार से हमारे जीवनों में मसीह यीशु की उपस्थिति को प्रगट करते हैं। प्रेरित पौलुस ने धारण करने के लिए कुछ आचरणों और व्यवहारों की सूची दी है; ये हैं करुणा, भलाई, दीनता, नम्रता और सहनशीलता (कुलुस्सियों 3:12) और इनके अतिरिक्त, प्रेम और परमेश्वर की शान्ति (कुलुस्सियों 3:14-15)।
प्रभु यीशु के समान आचरण और व्यवहार को धारण कर पाना, प्रभु यीशु के साथ संगति रखने से आरंभ होता है और उसके साथ बिताए गए समय द्वारा परिपक्व होता है। यदि आप कभी प्रभु को आप से कहते सुनें, "आप ऐसे तो संसार के सामने नहीं जा सकते", तो रुक जाएं, उसे अवसर दें कि वह आपके आचरण या व्यवहार में आई असंगित को दूर करे, आपको और अधिक अपनी समानता में बदले। उसे ऐसा करने देना सदा ही आपके भले ही के लिए होगा। - जो स्टोवैल
प्रभु यीशु के आचरण और व्यवहार को धारण किए रहना हमारे जीवनों में बनी हुई उसकी उपस्थिति को दिखाता है।
और इस संसार के सदृश न बनो; परन्तु तुम्हारी बुद्धि के नये हो जाने से तुम्हारा चाल-चलन भी बदलता जाए, जिस से तुम परमेश्वर की भली, और भावती, और सिद्ध इच्छा अनुभव से मालूम करते रहो। - रोमियों 12:2
बाइबल पाठ: कुलुस्सियों 3:12-17
Colossians 3:12 इसलिये परमेश्वर के चुने हुओं की नाईं जो पवित्र और प्रिय हैं, बड़ी करूणा, और भलाई, और दीनता, और नम्रता, और सहनशीलता धारण करो।
Colossians 3:13 और यदि किसी को किसी पर दोष देने को कोई कारण हो, तो एक दूसरे की सह लो, और एक दूसरे के अपराध क्षमा करो: जैसे प्रभु ने तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी करो।
Colossians 3:14 और इन सब के ऊपर प्रेम को जो सिद्धता का कटिबन्ध है बान्ध लो।
Colossians 3:15 और मसीह की शान्ति जिस के लिये तुम एक देह हो कर बुलाए भी गए हो, तुम्हारे हृदय में राज्य करे, और तुम धन्यवादी बने रहो।
Colossians 3:16 मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ।
Colossians 3:17 और वचन से या काम से जो कुछ भी करो सब प्रभु यीशु के नाम से करो, और उसके द्वारा परमेश्वर पिता का धन्यवाद करो।
एक साल में बाइबल:
- भजन 100-102
- 1 कुरिन्थियों 1