मेरी
मित्र, सू, ने दोपहर का भोजन करते समय अपने पति से यूँ ही कहा – “एक दिन मैं यह सब
फेसबुक पर डाल दूंगी, और केवल अच्छे बातें ही नहीं!” और उसकी यह बात सुनकर मैं ज़ोर
से हंस पड़ा, परन्तु इस बात पर विचार भी करने लगा। सोशल मीडिया एक अच्छी बात हो सकता है, जिसके माध्यम से
हम मित्रों के साथ संपर्क में रह सकते हैं, और बिना समय और शारीरिक
दूरी की मजबूरी से बाधित हुए, एक-दूसरे के साथ और एक-दूसरे के लिए प्रार्थना भी कर
सकते हैं। परन्तु यदि हम सोशल मीडिया पर उपलब्ध बातों के प्रति सचेत न रहें तो जीवन
के प्रति अवास्तविक दृष्टिकोण, या हमें भटकाने वाली बातों के द्वारा हम भरमाए भी जा
सकते हैं। जो कुछ सोशल मीडिया पर लिखा और पोस्ट किया जाता है, वह जीवन तथा
अनुभवों का एक संकलित, सम्पादित, और बहुधा काल्पनिक एवं अवास्तविक भाग होता है, जिस में केवल वही अच्छी
बातें कही और दिखाई जाती हैं, जो पोस्ट करने वाला दिखाना चाहता है। इससे हम इस
भ्रम में भी पड़ सकते हैं कि औरों के जीवनों में तो कोई समस्याएँ नहीं हैं; और फिर हम अपने
बारे में सोचने लगते हैं कि ‘तो फिर हमारे जीवन में क्या गलत हो गया है?’
किसी
अन्य के साथ अपनी तुलना करना अपने जीवन में अशांति उत्पन्न करने का अचूक नुस्खा है।
परमेश्वर के वचन बाइबल में जब शिष्य परस्पर अपनी तुलना करने लगे (देखें लूका 9:46;
22:24), तो प्रभु यीशु ने उन्हें तुरंत ऐसा करने से मना किया। अपने मृतकों में से
पुनरुत्थान के बाद प्रभु यीशु ने पतरस को बताया कि कैसे उसे प्रभु में उसके
विश्वास के लिए उसे सताव झेलना पड़ेगा। लेकिन पतरस का ध्यान पीछे चले आ रहे यूहन्ना
पर लगा था, और पतरस ने यूहन्ना की ओर मुड़ते हुए प्रभु से पूछा, “प्रभु इसका क्या होगा?” प्रभु यीशु ने
पतरस को उत्तर दिया, “यदि मैं चाहूं कि वह मेरे आने तक ठहरा रहे, तो तुझे क्या?
तू मेरे पीछे हो ले” (यूहन्ना 21:22)।
प्रभु
यीशु ने पतरस को व्यर्थ की तुलना करने से बचने का सर्वोत्तम तरीका बताया। जब हमारे
मन परमेश्वर पर तथा जो कुछ उसने हमारे लिए किया है, उसी पर केन्द्रित होंगे, तब स्वयं पर केन्द्रित
विचार हटने लगेंगे और हम किसी मनुष्य का नहीं वरन परमेश्वर का ही अनुसरण करने की
लालसा करने लगेंगे। संसार में स्पर्धा के कारण उत्पन्न होने वाले तनाव और दबाव के
स्थान पर, प्रभु हमें हमारे जीवनों में अपनी उपस्थिति तथा शान्ति देता है। हमें
किसी और की ओर देखने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि प्रभु के समान और
कोई है ही नहीं। - जेम्स बैंक्स
तुलना करना आनन्द चुरा लेता है – थियोडोर रूज़वेल्ट
हे सब परिश्रम करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूंगा।
- मत्ती 11:28
बाइबल पाठ: यूहन्ना 21:17-25
यूहन्ना 21:17 उसने तीसरी बार उस से कहा, हे शमौन, यूहन्ना
के पुत्र, क्या तू मुझ से प्रीति रखता है? पतरस उदास हुआ, कि उसने उसे तीसरी बार ऐसा कहा; कि क्या
तू मुझ से प्रीति रखता है?
और उस से कहा, हे प्रभु,
तू तो सब कुछ जानता है: तू यह जानता है कि मैं तुझ से प्रीति
रखता हूं: यीशु ने उस से कहा,
मेरी भेड़ों को चरा।
यूहन्ना 21:18 मैं तुझ से सच सच कहता हूं, जब तू जवान
था, तो अपनी कमर बान्ध कर जहां चाहता था, वहां फिरता था; परन्तु जब तू बूढ़ा होगा, तो अपने हाथ लम्बे करेगा, और दूसरा तेरी कमर बान्ध कर जहां तू न चाहेगा वहां तुझे ले जाएगा।
यूहन्ना 21:19 उसने इन बातों से पता दिया
कि पतरस कैसी मृत्यु से परमेश्वर की महिमा करेगा; और यह कहकर, उस से कहा, मेरे पीछे हो ले।
यूहन्ना 21:20 पतरस ने फिरकर उस चेले को
पीछे आते देखा, जिस से यीशु प्रेम रखता था,
और जिसने भोजन के समय उस की छाती की ओर झुककर पूछा हे प्रभु, तेरा पकड़वाने
वाला कौन है?
यूहन्ना 21:21 उसे देखकर पतरस ने यीशु से
कहा, हे प्रभु, इस का क्या हाल होगा?
यूहन्ना 21:22 यीशु ने उस से कहा, यदि मैं
चाहूं कि वह मेरे आने तक ठहरा रहे, तो तुझे क्या? तू मेरे पीछे हो ले।
यूहन्ना 21:23 इसलिये भाइयों में यह बात
फैल गई, कि वह चेला न मरेगा;
तौभी यीशु ने उस से यह नहीं कहा, कि यह न
मरेगा, परन्तु यह कि यदि मैं चाहूं कि यह मेरे आने तक ठहरा रहे, तो तुझे
इस से क्या?
यूहन्ना 21:24 यह वही चेला है, जो इन बातों
की गवाही देता है और जिसने इन बातों को लिखा है और हम जानते हैं, कि उस की
गवाही सच्ची है।
यूहन्ना 21:25 और भी बहुत से काम हैं, जो यीशु
ने किए; यदि वे एक एक कर के लिखे जाते, तो मैं समझता हूं, कि पुस्तकें जो लिखी जातीं वे जगत में भी न समातीं।
एक साल में बाइबल:
- गिनती 23-25
- मरकुस 7:14-37