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शनिवार, 18 अप्रैल 2015

परिवर्तन


   बसन्त ऋतु वह समय होता है जब परमेश्वर हमें स्मरण दिलाता है कि जो कुछ दिख रहा है वह सदा ही वैसा ही बना नहीं रहेगा। बसन्त के आते ही, कुछ ही सप्ताह के अन्दर, जो पहले उजाड़ और बेजान दिख रहा था वह रंगीन तथा जीवन से भरा दिखने लगता है। वे वृक्ष जो सारी शरद ऋतु अपनी सूखी बेजान सी शाखाएं आकाश कि ओर उठाए मानों प्रार्थना कर रहे थे कि ढाँपे जाएं, चटकीले हरे वस्त्रों से अलंकृत हो जाते हैं। फूलों के पौधे, जो ठंड से मुर्झा कर धरती पर गिर गए थे, उसी धरती में से फिर से फूटकर बाहर आ जाते हैं और अपनी रंगीन छटा तथा सुगन्ध बिखरने लगते हैं, मानों मृत्यु को चुनौती दे रहे हों।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भी हम आशाहीन प्रतीत होने वाली कुछ घटनाओं के बारे में पढ़ते हैं जो आगे चलकर बड़ी आशीष का कारण बन गईं। ऐसी ही एक घटना है अय्युब के अनुभवों की; अय्युब के लिए परमेश्वर ने स्वयं गवाही दी कि वह एक खरा व्यक्ति था (अय्युब 2:3) किंतु फिर भी अय्युब को अचानक ही त्रासदी ने धर दबोचा, और जो कुछ भी अय्युब के लिए महत्वपूर्ण और प्रीय था वह उससे ले लिया गया। अपनी दुर्दशा को देखकर अय्युब ने कहा, "मेरे दिन जुलाहे की धड़की से अधिक फुतीं से चलने वाले हैं और निराशा में बीते जाते हैं" (अय्युब 7:6)। जैसा अय्युब और उसके मित्रों को लग रहा था - कि परमेश्वर अय्युब के विरुद्ध हो गया है, सच्चाई उसके विपरीत थी। परमेश्वर अय्युब की खराई पर इतना भरोसा रखता था कि उसने शैतान द्वारा अय्युब को परखे जाने की अनुमति शैतान को दे दी; और जब परमेश्वर के भरोसे के अनुसार अय्युब उस परीक्षा से सफल होकर निकला तब परमेश्वर की आशीषें उसकी प्रतीक्षा कर रहीं थीं; उसकी निराशा आशा और आनन्द में परिवर्तित हो गई।

   प्रतिवर्ष बसन्त ऋतु का विशवासयोग्य आगमन मुझे उत्साहित करता है कि मेरी कोई भी निराशाजनक परिस्थिति सदा ही बनी नहीं रहेगी; परमेश्वर मेरे जीवन में कार्यरत है और मुझे जीवन चाहे जैसा भी उजाड़ और बेजान प्रतीत हो, परमेश्वर मेरी प्रत्येक परिस्थिति को सुगन्ध और रंग से भरे बाग़ में परिवर्तित कर सकता है और अपने समय में कर देगा। - जूली ऐकैअरमैन लिंक


सबसे आशाहीन दशा में भी परमेश्वर के साथ होने से आशा रहती है।

देखो, हम धीरज धरने वालों को धन्य कहते हैं: तुम ने अय्यूब के धीरज के विषय में तो सुना ही है, और प्रभु की ओर से जो उसका प्रतिफल हुआ उसे भी जान लिया है, जिस से प्रभु की अत्यन्‍त करूणा और दया प्रगट होती है। - याकूब 5:11

बाइबल पाठ: अय्युब 42:10-17
Job 42:10 जब अय्यूब ने अपने मित्रों के लिये प्रार्थना की, तब यहोरवा ने उसका सारा दु:ख दूर किया, और जितना अय्यूब का पहिले था, उसका दुगना यहोवा ने उसे दे दिया। 
Job 42:11 तब उसके सब भाई, और सब बहिनें, और जितने पहिले उसको जानते पहिचानते थे, उन सभों ने आकर उसके यहां उसके संग भोजन किया; और जितनी विपत्ति यहोवा ने उस पर डाली थी, उस सब के विषय उन्होंने विलाप किया, और उसे शान्ति दी; और उसे एक एक सिक्का और सोने की एक एक बाली दी। 
Job 42:12 और यहोवा ने अय्यूब के पिछले दिनों में उसको अगले दिनों से अधिक आशीष दी; और उसके चौदह हजार भेंड़ बकरियां, छ: हजार ऊंट, हजार जोड़ी बैल, और हजार गदहियां हो गई। 
Job 42:13 और उसके सात बेटे ओर तीन बेटियां भी उत्पन्न हुई। 
Job 42:14 इन में से उसने जेठी बेटी का नाम तो यमीमा, दूसरी का कसीआ और तीसरी का केरेन्हप्पूक रखा। 
Job 42:15 और उस सारे देश में ऐसी स्त्रियां कहीं न थीं, जो अय्यूब की बेटियों के समान सुन्दर हों, और उनके पिता ने उन को उनके भाइयों के संग ही सम्पत्ति दी। 
Job 42:16 इसके बाद अय्यूब एक सौ चालीस वर्ष जीवित रहा, और चार पीढ़ी तक अपना वंश देखने पाया। 
Job 42:17 निदान अय्यूब वृद्धावस्था में दीर्घायु हो कर मर गया।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 शमूएल 3-5
  • लूका 14:25-35