नर्सों की एक पत्रिका Michigan Nurse के एक अंक में एक हैरान करने वाला लेख छपा, जिसने नर्सों के काम काज के दौरान उनके आपसी व्यवहार के कुछ अवगुण प्रकट किये। उस लेख के अनुसार, उनमें आपस में एक दूसरे पर धौंस देना, ज़बर्दस्ती करना, अभद्र व्यवहार करना और गालियां देना, पीठ पीछे बुराई करना, आपसी लड़ाईयां, एक दूसरे पर गलत इल्ज़ाम लगाना, एक दूसरे के विरुद्ध षड़यंत्र रचना आदि प्रचलित था।
यह नहीं है कि इस तरह का व्यवहार न केवल नर्सों में ही देखा जाता है, वरन अन्य काम-काज के स्थानों पर भी देखा जा रहा है और बढ़ता जा रहा है। यह व्यवहार हमेशा ओहदे के दुरुपयोग, हानि के उद्देश्य और भविष्य में और अधिक हानि पहुंचाने की नीयत के साथ जुड़ा होता है।
यदि आपकी धारणा है कि ऐसा व्यवहार क्लीसिया (चर्च) में तो नहीं हो सकता, तो कलीसिया के लोगों और अगुवों के आपसी संबंधों और व्यवहार और जीवन पर ज़रा ग़ौर कीजिये। साथ ही इस पर भी ग़ौर कीजिये कि परिवार के सदस्यों का आपसी व्यवहार कैसा रहता है?
जब भावी स्वर्गीय राज्य में पद-प्रतिष्ठा पाने के लिये चेलों में होड़ लगी तो प्रभु ने उन्हें डांटा और कहा "परन्तु तुम में ऐसा न होगा; परन्तु जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे, वह तुम्हारा सेवक बने। और जो तुम में प्रधान होना चाहे वह तुम्हारा दास बने। जैसे कि मनुष्य का पुत्र, वह इसलिये नहीं आया कि उस की सेवा टहल करी जाए, परन्तु इसलिये आया कि आप सेवा टहल करे और बहुतों की छुडौती के लिये अपने प्राण दे।" (मत्ती २०:२६-२८)
यदि प्रभु की यह शिक्षा हमारे जीवन में पाई जाये तो हमारे जीवन में कोई अभद्र व्यवहार कभी नहीं पाया जाएगा। - डेव एगनर
परन्तु जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे, वह तुम्हारा सेवक बने। - मत्ती २०:२६
बाइबल पाठ: मती २०:२०-२८
तब जब्दी के पुत्रों की माता ने अपने पुत्रों के साथ उसके पास आकर प्रणाम किया, और उस से कुछ मांगने लगी।
उस ने उस से कहा, तू क्या चाहती है? वह उस से बोली, यह कह, कि मेरे ये दो पुत्र तेरे राज्य में एक तेरे दाहिने और एक तेरे बाएं बैठें।
यीशु ने उत्तर दिया, तुम नहीं जानते कि क्या मांगते हो; जो कटोरा मैं पीने पर हूं, क्या तुम पी सकते हो? उन्होंने उस से कहा, पी सकते हैं।
उस ने उन से कहा, तुम मेरा कटोरा तो पीओगे पर अपने दाहिने बाएं किसी को बिठाना मेरा काम नहीं, पर जिन के लिये मेरे पिता की ओर से तैयार किया गया, उन्हीं के लिये है।
यह सुनकर, दसों चेले उन दोनों भाइयों पर क्रुद्ध हुए।
यीशु ने उन्हें पास बुला कर कहा, तुम जानते हो, कि अन्य जातियों के हाकिम उन पर प्रभुता करते हैं, और जो बड़े हैं, वे उन पर अधिकार जताते हैं।
परन्तु तुम में ऐसा न होगा, परन्तु जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे, वह तुम्हारा सेवक बने।
और जो तुम में प्रधान होना चाहे वह तुम्हारा दास बने।
जैसे कि मनुष्य का पुत्र, वह इसलिये नहीं आया कि उस की सेवा टहल करी जाए, परन्तु इसलिये आया कि आप सेवा टहल करे और बहुतों की छुडौती के लिये अपने प्राण दे।
एक साल में बाइबल:
यह नहीं है कि इस तरह का व्यवहार न केवल नर्सों में ही देखा जाता है, वरन अन्य काम-काज के स्थानों पर भी देखा जा रहा है और बढ़ता जा रहा है। यह व्यवहार हमेशा ओहदे के दुरुपयोग, हानि के उद्देश्य और भविष्य में और अधिक हानि पहुंचाने की नीयत के साथ जुड़ा होता है।
यदि आपकी धारणा है कि ऐसा व्यवहार क्लीसिया (चर्च) में तो नहीं हो सकता, तो कलीसिया के लोगों और अगुवों के आपसी संबंधों और व्यवहार और जीवन पर ज़रा ग़ौर कीजिये। साथ ही इस पर भी ग़ौर कीजिये कि परिवार के सदस्यों का आपसी व्यवहार कैसा रहता है?
जब भावी स्वर्गीय राज्य में पद-प्रतिष्ठा पाने के लिये चेलों में होड़ लगी तो प्रभु ने उन्हें डांटा और कहा "परन्तु तुम में ऐसा न होगा; परन्तु जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे, वह तुम्हारा सेवक बने। और जो तुम में प्रधान होना चाहे वह तुम्हारा दास बने। जैसे कि मनुष्य का पुत्र, वह इसलिये नहीं आया कि उस की सेवा टहल करी जाए, परन्तु इसलिये आया कि आप सेवा टहल करे और बहुतों की छुडौती के लिये अपने प्राण दे।" (मत्ती २०:२६-२८)
यदि प्रभु की यह शिक्षा हमारे जीवन में पाई जाये तो हमारे जीवन में कोई अभद्र व्यवहार कभी नहीं पाया जाएगा। - डेव एगनर
केवल वही जो सेवा करना जानता है और करता है, सच्चा अगुवा होने के योग्य होता है।
परन्तु जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे, वह तुम्हारा सेवक बने। - मत्ती २०:२६
बाइबल पाठ: मती २०:२०-२८
तब जब्दी के पुत्रों की माता ने अपने पुत्रों के साथ उसके पास आकर प्रणाम किया, और उस से कुछ मांगने लगी।
उस ने उस से कहा, तू क्या चाहती है? वह उस से बोली, यह कह, कि मेरे ये दो पुत्र तेरे राज्य में एक तेरे दाहिने और एक तेरे बाएं बैठें।
यीशु ने उत्तर दिया, तुम नहीं जानते कि क्या मांगते हो; जो कटोरा मैं पीने पर हूं, क्या तुम पी सकते हो? उन्होंने उस से कहा, पी सकते हैं।
उस ने उन से कहा, तुम मेरा कटोरा तो पीओगे पर अपने दाहिने बाएं किसी को बिठाना मेरा काम नहीं, पर जिन के लिये मेरे पिता की ओर से तैयार किया गया, उन्हीं के लिये है।
यह सुनकर, दसों चेले उन दोनों भाइयों पर क्रुद्ध हुए।
यीशु ने उन्हें पास बुला कर कहा, तुम जानते हो, कि अन्य जातियों के हाकिम उन पर प्रभुता करते हैं, और जो बड़े हैं, वे उन पर अधिकार जताते हैं।
परन्तु तुम में ऐसा न होगा, परन्तु जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे, वह तुम्हारा सेवक बने।
और जो तुम में प्रधान होना चाहे वह तुम्हारा दास बने।
जैसे कि मनुष्य का पुत्र, वह इसलिये नहीं आया कि उस की सेवा टहल करी जाए, परन्तु इसलिये आया कि आप सेवा टहल करे और बहुतों की छुडौती के लिये अपने प्राण दे।
एक साल में बाइबल:
- नीतिवचन १३-१५
- २ कुरिन्थियों ५