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रविवार, 5 फ़रवरी 2017

आशापूर्ण जीवन


   आज कल सेहत सुधारने के लिए सकारात्मक तथा आशावादी होने के बारे में बहुत कुछ कहा जाता है, चाहे हम किसी कठिन बिमारी का सामना कर रहे हों या ढेरों गन्दे कपड़ों को धोने की कठिनाई का। नॉर्थ कैरोलिना विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान की प्रोफेसर, बारबरा फ्रेड्रिकसन (पी.एच.डी.) का कहना है कि हमें उन गतिविधियों में संलग्न रहने का प्रयास करना चाहिए जो आनन्द, प्रेम और अन्य सकारात्मक भावनाओं को विकसित करती हैं। लेकिन हम यह भी जानते हैं कि ऐसी अच्छी भावनाओं के लिए केवल इच्छा रखना ही काफी नहीं है। हमारे अन्दर एक बहुत मज़बूत निश्चय भी होना चाहिए कि आनन्द, शांति और प्रेम का कोई ऐसा स्त्रोत भी है जिसपर हम विश्वास कर सकते हैं, निर्भर रह सकते हैं।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 37:1-8 में दी गई सकारात्मक क्रियाओं को हम निराशा और नकारात्मक सोच के प्रतिरोध के लिए प्रयोग कर सकते हैं। इस खंड में मनोदशा सुधारने वाली दी गई कुछ बातों पर ध्यान कीजिए: प्रभु में भरोसा बनाए रखो, भलाई करो, देश में बने रहो, सच्चाई में मन लगाओ (पद 3); प्रभु में आनन्दित रहो (पद 4); अपने मार्गों को प्रभु पर छोड़ दो, उस पर भरोसा रखो (पद 5); प्रभु के सामने शांत रहो, धैर्य के साथ उसकी प्रतीक्षा करो, कुड़कुड़ाओ मत (पद 7); क्रोध से परे रहो, जलजलाहट को छोड़ दो (पद 8)।

   क्योंकि उपरोक्त सभी कार्य प्रभु परमेश्वर के साथ जुड़े हुी हैं, इसलिए इन्हें महज़ काल्पनिक अथवा अव्यावहारिक सुझाव नहीं समझना चाहिए। ये सब केवल प्रभु यीशु और उससे मिलने वाली सामर्थ के कारण हमारे लिए संभव होते हैं। हमारे आशापूर्ण होने तथा रहने का सच्चा और खरा स्त्रोत है हमें पापों से मिला वह छुटकारा जो प्रभु यीशु ने क्रूस पर दिए गए अपने बलिदान द्वारा संभव करवाया है, हम सब के लिए उपलब्ध करवाया है। हमारे आशापूर्ण जीवन का भरोसेमन्द स्त्रोत केवल प्रभु यीशु ही है। - डेविड मैक्कैसलैंड


संसार की बुराईयों से होने वाली निराशा में 
प्रभु यीशु में मिलने वाली आनन्त आशा भलाई का सुसमाचार है।

तू पापियों के विषय मन में डाह न करना, दिन भर यहोवा का भय मानते रहना। क्योंकि अन्त में फल होगा, और तेरी आशा न टूटेगी। - नीतिवचन 23:17-18

बाइबल पाठ: भजन 37:1-15
Psalms 37:1 कुकर्मियों के कारण मत कुढ़, कुटिल काम करने वालों के विषय डाह न कर! 
Psalms 37:2 क्योंकि वे घास की नाईं झट कट जाएंगे, और हरी घास की नाईं मुर्झा जाएंगे। 
Psalms 37:3 यहोवा पर भरोसा रख, और भला कर; देश में बसा रह, और सच्चाई में मन लगाए रह। 
Psalms 37:4 यहोवा को अपने सुख का मूल जान, और वह तेरे मनोरथों को पूरा करेगा।
Psalms 37:5 अपने मार्ग की चिन्ता यहोवा पर छोड़; और उस पर भरोसा रख, वही पूरा करेगा। 
Psalms 37:6 और वह तेरा धर्म ज्योति की नाईं, और तेरा न्याय दोपहर के उजियाले की नाईं प्रगट करेगा।
Psalms 37:7 यहोवा के साम्हने चुपचाप रह, और धीरज से उसका आसरा रख; उस मनुष्य के कारण न कुढ़, जिसके काम सफल होते हैं, और वह बुरी युक्तियों को निकालता है! 
Psalms 37:8 क्रोध से परे रह, और जलजलाहट को छोड़ दे! मत कुढ़, उस से बुराई ही निकलेगी। 
Psalms 37:9 क्योंकि कुकर्मी लोग काट डाले जाएंगे; और जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वही पृथ्वी के अधिकारी होंगे। 
Psalms 37:10 थोड़े दिन के बीतने पर दुष्ट रहेगा ही नहीं; और तू उसके स्थान को भलीं भांति देखने पर भी उसको न पाएगा। 
Psalms 37:11 परन्तु नम्र लोग पृथ्वी के अधिकारी होंगे, और बड़ी शान्ति के कारण आनन्द मनाएंगे। 
Psalms 37:12 दुष्ट धर्मी के विरुद्ध बुरी युक्ति निकालता है, और उस पर दांत पीसता है; 
Psalms 37:13 परन्तु प्रभु उस पर हंसेगा, क्योंकि वह देखता है कि उसका दिन आने वाला है।
Psalms 37:14 दुष्ट लोग तलवार खींचे और धनुष बढ़ाए हुए हैं, ताकि दीन दरिद्र को गिरा दें, और सीधी चाल चलने वालों को वध करें। 
Psalms 37:15 उनकी तलवारों से उन्हीं के हृदय छिदेंगे, और उनके धनुष तोड़े जाएंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 36-38
  • मत्ती 23:1-22