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शुक्रवार, 7 सितंबर 2018

संभव



      जब सोशल मीडिया पर उसके मित्र बिना विचारे अपमानजनक बातें कहते हैं, तब शार्लेट नम्र किन्तु दृढ़ असहमति के साथ उन्हें उत्तर देती है। वह सबकी गरिमा की इज्ज़त करती है, और उसके शब्द सदा ही सकारात्मक होते हैं। कुछ वर्ष पहले वह फेसबुक पर एक ऐसे पुरुष की मित्र बनी जिसे मसीहियों के प्रति बहुत रोष था। उसने शार्लेट की दुर्लभ ईमानदारी और नम्रता की सराहना की। समय के साथ उसका रोष घटता चला गया। तभी शार्लेट चोटिल हो जाने के कारण घर के बाहर जा पाने में असमर्थ हो गई, और अपनी असमर्थता पर झल्लाने लगी। लगभग इसी समय में फेसबुक वाले उसके उस मित्र का भी देहांत हो गया। उस मित्र की बहन के पास से शार्लेट के पास यह सन्देश आया “[आपकी गवाही के कारण] मैं जानती हूँ कि वह अब उसके प्रति परमेश्वर के संपूर्ण और अविरल प्रेम का आनन्द ले रहा है।”

      जिस सप्ताह में उन्हें पकड़वाया तथा मारा जाना था, बैतनिय्याह की मरियम ने मसीह यीशु पर बहुमूल्य इत्र उंडेला (यूहन्ना 12:3; मरकुस 14:3)। जो लोग उस समय वहाँ उपस्थित थे, उनमें से कुछ विस्मित हो गए, परन्तु प्रभु यीशु ने उसकी सराहना की, और कहा, “उसे छोड़ दो; उसे क्यों सताते हो? उसने तो मेरे साथ भलाई की है। जो कुछ वह कर सकी, उसने किया; उसने मेरे गाड़े जाने की तैयारी में पहिले से मेरी देह पर इत्र मला है” (मरकुस 14:6, 8)।

      मसीह यीशु की इस बात के लिए सराहना कि उस स्त्री से जो संभव हुआ उसने किया, दबाव हटा देने के लिए पर्याप्त हैं। हमारा सँसार भी पाप और कष्ट से टूटे और दुखित लोगों से भरा पड़ा है। परन्तु जो हम नहीं कर सकते हैं, हमें उस बारे में चिन्तित होने की आवश्यकता नहीं है। मरियम ने, शार्लेट ने, वह किया जो उनके लिए संभव था; हम भी ऐसा ही कर सकते हैं। हमारे उसे यथासंभव प्रयास का परिणाम, हमारे प्रभु परमेश्वर के हाथों में है। - टिम गुस्ताफ्सन


अपने कर्तव्य का पूरी निष्ठा से पालन करें; शेष प्रभु के हाथों में छोड़ दें। - हेनरी वाडस्वर्थ लौन्गफेलो

जिसने मुझे भेजा है; हमें उसके काम दिन ही दिन में करना अवश्य है: वह रात आनेवाली है जिस में कोई काम नहीं कर सकता। - यूहन्ना 9:4

बाइबल पाठ: मरकुस 14:3-9
Mark 14:3 जब वह बैतनिय्याह में शमौन कोढ़ी के घर भोजन करने बैठा हुआ था तब एक स्त्री संगमरमर के पात्र में जटामांसी का बहुमूल्य शुद्ध इत्र ले कर आई; और पात्र तोड़ कर इत्र को उसके सिर पर उण्‍डेला।
Mark 14:4 परन्तु कोई कोई अपने मन में रिसयाकर कहने लगे, इस इत्र को क्यों सत्यनाश किया गया?
Mark 14:5 क्योंकि यह इत्र तो तीन सौ दीनार से अधिक मूल्य में बेचकर कंगालों को बांटा जा सकता था, ओर वे उसको झिड़कने लगे।
Mark 14:6 यीशु ने कहा; उसे छोड़ दो; उसे क्यों सताते हो? उसने तो मेरे साथ भलाई की है।
Mark 14:7 कंगाल तुम्हारे साथ सदा रहते हैं: और तुम जब चाहो तब उन से भलाई कर सकते हो; पर मैं तुम्हारे साथ सदा न रहूंगा।
Mark 14:8 जो कुछ वह कर सकी, उसने किया; उसने मेरे गाड़े जाने की तैयारी में पहिले से मेरी देह पर इत्र मला है।
Mark 14:9 मैं तुम से सच कहता हूं, कि सारे जगत में जहां कहीं सुसमाचार प्रचार किया जाएगा, वहां उसके इस काम की चर्चा भी उसके स्मरण में की जाएगी।


एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 1-2
  • 1 कुरिन्थियों 16