हम अपने परिवार के साथ धन्यवादी पर्व के भोजन के लिये एकत्रित थे। भोजन से पहले किसी ने सुझाव दिया कि हम सब अपनी अपनी वह बात बताएं जिसके लिए हम परमेश्वर के धन्यवादी हैं। बारी बारी हम ने अपनी बात कहनी आरंभ करी। तीन वर्षीय जोशुआ "संगीत" के लिये, तो चार वर्षीय नातान "घोड़ों" के लिये धन्यवादी था। परन्तु हम सब चकित रह गए जब स्टीफन जो शीघ्र ही पांच वर्ष का होने वाला था बोला कि "मैं धन्यवादी हूँ कि प्रभु यीशु मुझसे इतना प्रेम करते हैं।" सहज विश्वास से वह प्रभु के प्रेम को समझ पाया और अपने प्रति उनके व्यक्तिगत प्रेम के लिये उनका कृतज्ञ हुआ। उसने हमें बताया कि कैसे प्रभु ने अपना प्रेम क्रूस पर अपना बलिदान देकर प्रगट किया।
प्रेरित पौलुस चाहता था कि इफिसुस के विश्वासी इस बात को समझें कि कैसे वे प्रभु के प्रेम के पात्र हैं। उन लोगों के लिये पौलुस की प्रार्थना थी कि "और विश्वास के द्वारा मसीह तुम्हारे हृदय में बसे कि तुम प्रेम में जड़ पकड़ कर और नेव डाल कर। सब पवित्र लागों के साथ भली भांति समझने की शक्ति पाओ कि उसकी चौड़ाई, और लम्बाई, और ऊंचाई, और गहराई कितनी है। और मसीह के उस प्रेम को जान सको जो ज्ञान से परे है, कि तुम परमेश्वर की सारी भरपूरी तक परिपूर्ण हो जाओ।" (इफिसियों ३:१७-१९)
परमेश्वर के प्रेम के विषय में अपने को दृढ़ करने के लिये भला होगा कि हम इन पदों को कंटस्थ कर लें और बार बार इन्हें दोहराते रहें, और परमेश्वर ने उस दिन जिस विशेष रीति से अपना प्रेम हम पर प्रगट किया है - जैसे किसी कार्य में सहायता, या किसी प्रार्थना के उतर, या किसी कठिनाई में शांति के द्वारा, आदि, उन बातों के लिये प्रतिदिन कुछ मिनिट का समय उसे धन्यवाद देने में लगाएं। इससे हम अपने विश्वास में और बढ़ सकेंगे और स्टीफन के समान धन्यवादी हो सकेंगे कि हम प्रभु के प्रेम के पात्र हैं। - ऐनी सेटास
और विश्वास के द्वारा मसीह तुम्हारे ह्रृदय में बसे कि तुम प्रेम में जड़ पकड़ कर और नेव डाल कर। सब पवित्र लागों के साथ भली भांति समझने की शक्ति पाओ कि उसकी चौड़ाई, और लम्बाई, और ऊंचाई, और गहराई कितनी है। और मसीह के उस प्रेम को जान सको जो ज्ञान से परे है, कि तुम परमेश्वर की सारी भरपूरी तक परिपूर्ण हो जाओ। - इफिसियों ३:१७-१९
बाइबल पाठ: इफिसियों ३:१४-२१
मैं इसी कारण उस पिता के साम्हने घुटने टेकता हूं,
जिस से स्वर्ग और पृथ्वी पर, हर एक घराने का नाम रखा जाता है।
कि वह अपनी महिमा के धन के अनुसार तुम्हें यह दान दे, कि तुम उसके आत्मा से अपने भीतरी मनुष्यत्व में सामर्थ पाकर बलवन्त होते जाओ।
और विश्वास के द्वारा मसीह तुम्हारे ह्रृदय में बसे कि तुम प्रेम में जड़ पकड़ कर और नेव डाल कर।
सब पवित्र लागों के साथ भली भांति समझने की शक्ति पाओ कि उसकी चौड़ाई, और लम्बाई, और ऊंचाई, और गहराई कितनी है।
और मसीह के उस प्रेम को जान सको जो ज्ञान से परे है, कि तुम परमेश्वर की सारी भरपूरी तक परिपूर्ण हो जाओ।
अब जो ऐसा सामर्थी है, कि हमारी बिनती और समझ से कहीं अधिक काम कर सकता है, उस सामर्थ के अनुसार जो हम में कार्य करता है,
कलीसिया में, और मसीह यीशु में, उस की महिमा पीढ़ी से पीढ़ी तक युगानुयुग होती रहे। आमीन।
एक साल में बाइबल:
प्रेरित पौलुस चाहता था कि इफिसुस के विश्वासी इस बात को समझें कि कैसे वे प्रभु के प्रेम के पात्र हैं। उन लोगों के लिये पौलुस की प्रार्थना थी कि "और विश्वास के द्वारा मसीह तुम्हारे हृदय में बसे कि तुम प्रेम में जड़ पकड़ कर और नेव डाल कर। सब पवित्र लागों के साथ भली भांति समझने की शक्ति पाओ कि उसकी चौड़ाई, और लम्बाई, और ऊंचाई, और गहराई कितनी है। और मसीह के उस प्रेम को जान सको जो ज्ञान से परे है, कि तुम परमेश्वर की सारी भरपूरी तक परिपूर्ण हो जाओ।" (इफिसियों ३:१७-१९)
परमेश्वर के प्रेम के विषय में अपने को दृढ़ करने के लिये भला होगा कि हम इन पदों को कंटस्थ कर लें और बार बार इन्हें दोहराते रहें, और परमेश्वर ने उस दिन जिस विशेष रीति से अपना प्रेम हम पर प्रगट किया है - जैसे किसी कार्य में सहायता, या किसी प्रार्थना के उतर, या किसी कठिनाई में शांति के द्वारा, आदि, उन बातों के लिये प्रतिदिन कुछ मिनिट का समय उसे धन्यवाद देने में लगाएं। इससे हम अपने विश्वास में और बढ़ सकेंगे और स्टीफन के समान धन्यवादी हो सकेंगे कि हम प्रभु के प्रेम के पात्र हैं। - ऐनी सेटास
प्रभु यीशु के प्रति अपने प्रेम को सजीव रखने के लिये, अपने प्रति प्रभु के प्रेम को स्मरण करते रहो।
और विश्वास के द्वारा मसीह तुम्हारे ह्रृदय में बसे कि तुम प्रेम में जड़ पकड़ कर और नेव डाल कर। सब पवित्र लागों के साथ भली भांति समझने की शक्ति पाओ कि उसकी चौड़ाई, और लम्बाई, और ऊंचाई, और गहराई कितनी है। और मसीह के उस प्रेम को जान सको जो ज्ञान से परे है, कि तुम परमेश्वर की सारी भरपूरी तक परिपूर्ण हो जाओ। - इफिसियों ३:१७-१९
बाइबल पाठ: इफिसियों ३:१४-२१
मैं इसी कारण उस पिता के साम्हने घुटने टेकता हूं,
जिस से स्वर्ग और पृथ्वी पर, हर एक घराने का नाम रखा जाता है।
कि वह अपनी महिमा के धन के अनुसार तुम्हें यह दान दे, कि तुम उसके आत्मा से अपने भीतरी मनुष्यत्व में सामर्थ पाकर बलवन्त होते जाओ।
और विश्वास के द्वारा मसीह तुम्हारे ह्रृदय में बसे कि तुम प्रेम में जड़ पकड़ कर और नेव डाल कर।
सब पवित्र लागों के साथ भली भांति समझने की शक्ति पाओ कि उसकी चौड़ाई, और लम्बाई, और ऊंचाई, और गहराई कितनी है।
और मसीह के उस प्रेम को जान सको जो ज्ञान से परे है, कि तुम परमेश्वर की सारी भरपूरी तक परिपूर्ण हो जाओ।
अब जो ऐसा सामर्थी है, कि हमारी बिनती और समझ से कहीं अधिक काम कर सकता है, उस सामर्थ के अनुसार जो हम में कार्य करता है,
कलीसिया में, और मसीह यीशु में, उस की महिमा पीढ़ी से पीढ़ी तक युगानुयुग होती रहे। आमीन।
एक साल में बाइबल:
- यहेजेकेल ३०-३२
- १ पतरस ४