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मंगलवार, 6 अगस्त 2013

अनपेक्षित असुविधा

   टोनी वह ढूँढ रही थी जो वास्तव में खोया नहीं था, इस प्रयास में उसने वह पाया जिसे वह ढूँढ तो नहीं रही थी लेकिन जिसकी उसे आवश्यकता थी और परिणामस्वरूप कुछ लोगों को एक ऐसा अनपेक्षित आत्मिक उल्लास और उत्थान मिल गया, जिसकी उन्हें अत्यंत आवश्यकता तो थी परन्तु पता नहीं था कि कैसे पाएं।

   नशीले पदार्थों के आदि लोगों के सुधार और पुनर्वासन के एक क्लीनिक में टोनी बाइबल अध्ययन चलाती है। वह अपने पति का खोया हुआ ड्राइविंग लाईसेंस खोज रही थी, और इस प्रयास में जिन जिन स्थानों पर उसके पति पिछले दिन में होकर आए थे वहाँ वहाँ जाकर पूछताछ कर रही; उन में से एक स्थान था एक अस्पताल। जब वह अस्पताल पहुँची तो उसे ड्राइविंग लाईसेंस तो नहीं मिला, लेकिन वहाँ उसकी मुलाकात एक मसीही स्कूली बच्चों की संगीत मण्डली से हो गई, जो अस्पताल के रोगियों के लिए मसीही गीत संगीत प्रस्तुत कर रहे थे। उनके कार्यक्रम से टोनी बहुत प्रभावित हुई और उसने उस संगीत मण्डली के संचालक से पूछा कि क्या वे लोग उसके बाइबल अध्ययन में आने वाले लोगों के लिए भी ऐसा ही एक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सकेंगे। संचालक ने इस के लिए अपनी सहमति व्यक्त करी और वह संगीत मण्डली टोनी के बाइबल अध्ययन समूह के लिए कार्यक्रम प्रस्तुत करने आई जिससे बहुत से लोगों ने पहले गीत-संगीत और फिर वार्तालाप द्वारा परमेश्वर के प्रेम, जीवन में नई आशा और अनन्त आनन्द का संदेश सुना और अपने जीवन संवारने के प्रयासों में लगे कई लोगों को अभूतपूर्व प्रेरणा और मार्गदर्शन मिला।

   और वह ड्राइविंग लाईसेंस - जब उस दिन टोनी अस्पताल से वापस घर लौटी तो उसे वह लाईसेंस उसे वहीं एक कुर्सी पर पड़ा हुआ मिल गया। स्पष्टतया, उस दिन उसके लाईसेंस ढूँढने बाहर जाने का एक ही प्रयोजन था - परमेश्वर चाहता था कि वह उन बच्चों से मिले जो फिर नशीले पदार्थों के सेवन से बिगड़े हुए जीवनों को संवारने में योगदान देने वाले हो सकें!

   जब परमेश्वर हमारा मार्गदर्शन करता है (नीतिवचन 16:9) तो अनेक बार वह ऐसी रीति से करता है जो हमारे सोच-विचार और कल्पना से भी परे है। वह हमारी असुविधाओं के द्वारा भी हमारी भलाई और अपने नाम की महिमा करवा सकता है। अगली बार जब आप किसी अनपेक्षित असुविधा में पड़ें और कुछ भी समझ ना आ रहा हो तो अपनी सोच को केवल अपने तक ही सीमित ना रखें वरन इस बात पर भी ध्यान दें कि कहीं परमेश्वर आपके द्वारा किसी अन्य के अथवा स्वयं आपके जीवन में भी कोई भला कार्य तो नहीं करवा रहा है! - डेव ब्रैनन


परमेश्वर पर्दे के पीछे तो रहता है लेकिन पर्दे के आगे की हर बात को नियंत्रित करता रहता है।

मनुष्य मन में अपने मार्ग पर विचार करता है, परन्तु यहोवा ही उसके पैरों को स्थिर करता है। - नीतिवचन 16:9

बाइबल पाठ: नीतिवचन 16:1-9
Proverbs 16:1 मन की युक्ति मनुष्य के वश में रहती है, परन्तु मुंह से कहना यहोवा की ओर से होता है।
Proverbs 16:2 मनुष्य का सारा चाल चलन अपनी दृष्टि में पवित्र ठहरता है, परन्तु यहोवा मन को तौलता है।
Proverbs 16:3 अपने कामों को यहोवा पर डाल दे, इस से तेरी कल्पनाएं सिद्ध होंगी।
Proverbs 16:4 यहोवा ने सब वस्तुएं विशेष उद्देश्य के लिये बनाईं हैं, वरन दुष्ट को भी विपत्ति भोगने के लिये बनाया है।
Proverbs 16:5 सब मन के घमण्डियों से यहोवा घृणा करता है करता है; मैं दृढ़ता से कहता हूं, ऐसे लोग निर्दोष न ठहरेंगे।
Proverbs 16:6 अधर्म का प्रायश्चित कृपा, और सच्चाई से होता है, और यहोवा के भय मानने के द्वारा मनुष्य बुराई करने से बच जाते हैं।
Proverbs 16:7 जब किसी का चाल चलन यहोवा को भावता है, तब वह उसके शत्रुओं का भी उस से मेल कराता है।
Proverbs 16:8 अन्याय के बड़े लाभ से, न्याय से थोड़ा ही प्राप्त करना उत्तम है।
Proverbs 16:9 मनुष्य मन में अपने मार्ग पर विचार करता है, परन्तु यहोवा ही उसके पैरों को स्थिर करता है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 70-71 
  • रोमियों 8:22-39