पिछले पतझड़, मैं और मेरी पत्नी अपने घर के निकट एक घुमावदार पहाड़ी रास्ते पर कार से जा रहे थे। रास्ते में, हमारे सामने भेड़ों का एक बड़ा झुंड हमारी ओर आता दिखाई दिया, एक अकेला चरवाहा उनके आगे आगे चल रहा था और उसके साथ भेड़ों की रखवाली करने वाले कुते भी थे। वह उन्हें ग्रीष्म काल की चरागाहों से निकालकर, आने वाली शीत ॠतु के लिये सुरक्षित स्थान पर ले जा रहा था। हमने कार सड़क के किनारे खड़ी कर ली और जब तक वह झुंड हमारे इर्द-गिर्द होकर निकलता हुआ आंखों से ओझल नहीं हो गया हम उसे देखते रहे। फिर मेरे मन में प्रश्न आया - "क्या भेड़ें भी बदलाव से, नई जगहों पर जाने से डरती हैं?"
जैसा अधिकतर बुज़ुर्ग लोग करते हैं, मुझे अपने ’बाड़े’ में ही रहना पसन्द है जहां मुझे जाने पहचाने लोग और स्थान दिखते रहें। परन्तु आजकल सब कुछ बदल रहा है, मुझे नए और अन्जान स्थानों पर जाना पड़ता है। मन में प्रश्न उठते हैं कि आते दिनों में कौन सी नई सीमाएं मुझे लांघनी पड़ेंगी? कौन से नए और बेनाम डरों का सामना करना पड़ेगा? ऐसे में यूहन्ना १०:४ में प्रभु यीशु द्वारा कहे गए शब्द तसल्ली देते हैं "जब वह अपनी सब भेड़ों को बाहर निकाल चुकता है, तो उन के आगे आगे चलता है"
आते वर्ष में या उसके बाद हमारे लिये जो कुछ भी रखा हो, हमारा चरवाहा जानता है कि हमें किस मार्ग से जाना है और वह हमारे आगे आगे चलता है, इसलिये हमें भविष्य के लिये चिंतित होने की आवश्यक्ता नहीं है। वह हमारी सीमाएं और क्षमताएं जानता है, इसलिये हमें कभी ऐसे मार्गों पर नहीं लेकर चलेगा जो हमारे लिये खतरनाक या कठिन हों या जिनमें उसकी सहयाता हमारे साथ न हो।
वह हमारे लिये हरियाली चारगाहों और स्वच्छ जल के मार्ग को जानता है, बस हमें उसके पीछे पीछे चलना है। - डेविड रोपर
जब वह अपनी सब भेड़ों को बाहर निकाल चुकता है, तो उन के आगे आगे चलता है, और भेड़ें उसके पीछे पीछे हो लेती हैं क्योंकि वे उसका शब्द पहचानती हैं। - यूहन्ना १०:४
बाइबल पाठ: यूहन्ना १०:१-६
मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि जो कोई द्वार से भेड़शाला में प्रवेश नहीं करता, परन्तु और किसी ओर से चढ़ जाता है, वह चोर और डाकू है।
परन्तु जो द्वार से भीतर प्रवेश करता है वह भेड़ों का चरवाहा है।
उसके लिये द्वारपाल द्वार खोल देता है, और भेंड़ें उसका शब्द सुनती हैं, और वह अपनी भेड़ों को नाम ले लेकर बुलाता है और बाहर ले जाता है।
और जब वह अपनी सब भेड़ों को बाहर निकाल चुकता है, तो उन के आगे आगे चलता है, और भेड़ें उसके पीछे पीछे हो लेती हैं क्योंकि वे उसका शब्द पहचानती हैं।
परन्तु वे पराये के पीछे नहीं जाएंगी, परन्तु उस से भागेंगी, क्योंकि वे परायों का शब्द नहीं पहचानतीं।
यीशु ने उन से यह दृष्टान्त कहा, परन्तु वे न समझे कि ये क्या बातें हैं जो वह हम से कहता है।
एक साल में बाइबल:
जैसा अधिकतर बुज़ुर्ग लोग करते हैं, मुझे अपने ’बाड़े’ में ही रहना पसन्द है जहां मुझे जाने पहचाने लोग और स्थान दिखते रहें। परन्तु आजकल सब कुछ बदल रहा है, मुझे नए और अन्जान स्थानों पर जाना पड़ता है। मन में प्रश्न उठते हैं कि आते दिनों में कौन सी नई सीमाएं मुझे लांघनी पड़ेंगी? कौन से नए और बेनाम डरों का सामना करना पड़ेगा? ऐसे में यूहन्ना १०:४ में प्रभु यीशु द्वारा कहे गए शब्द तसल्ली देते हैं "जब वह अपनी सब भेड़ों को बाहर निकाल चुकता है, तो उन के आगे आगे चलता है"
आते वर्ष में या उसके बाद हमारे लिये जो कुछ भी रखा हो, हमारा चरवाहा जानता है कि हमें किस मार्ग से जाना है और वह हमारे आगे आगे चलता है, इसलिये हमें भविष्य के लिये चिंतित होने की आवश्यक्ता नहीं है। वह हमारी सीमाएं और क्षमताएं जानता है, इसलिये हमें कभी ऐसे मार्गों पर नहीं लेकर चलेगा जो हमारे लिये खतरनाक या कठिन हों या जिनमें उसकी सहयाता हमारे साथ न हो।
वह हमारे लिये हरियाली चारगाहों और स्वच्छ जल के मार्ग को जानता है, बस हमें उसके पीछे पीछे चलना है। - डेविड रोपर
जो भविष्य हमारे लिये अन्जान है वह हमारे सर्वज्ञाता परमेश्वर के हाथों में सुरक्षित है।
जब वह अपनी सब भेड़ों को बाहर निकाल चुकता है, तो उन के आगे आगे चलता है, और भेड़ें उसके पीछे पीछे हो लेती हैं क्योंकि वे उसका शब्द पहचानती हैं। - यूहन्ना १०:४
बाइबल पाठ: यूहन्ना १०:१-६
मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि जो कोई द्वार से भेड़शाला में प्रवेश नहीं करता, परन्तु और किसी ओर से चढ़ जाता है, वह चोर और डाकू है।
परन्तु जो द्वार से भीतर प्रवेश करता है वह भेड़ों का चरवाहा है।
उसके लिये द्वारपाल द्वार खोल देता है, और भेंड़ें उसका शब्द सुनती हैं, और वह अपनी भेड़ों को नाम ले लेकर बुलाता है और बाहर ले जाता है।
और जब वह अपनी सब भेड़ों को बाहर निकाल चुकता है, तो उन के आगे आगे चलता है, और भेड़ें उसके पीछे पीछे हो लेती हैं क्योंकि वे उसका शब्द पहचानती हैं।
परन्तु वे पराये के पीछे नहीं जाएंगी, परन्तु उस से भागेंगी, क्योंकि वे परायों का शब्द नहीं पहचानतीं।
यीशु ने उन से यह दृष्टान्त कहा, परन्तु वे न समझे कि ये क्या बातें हैं जो वह हम से कहता है।
एक साल में बाइबल:
- यशायाह ४५, ४६
- १ थिसुलिनीकियों २