संसार भर में जब सन 2010 में आर्थिक संकट गहराता जा रहा था, विश्व में अनेक स्थानों पर कारोबार करने वाले एक बैंकिंग व्यवसायसंघ के उच्च प्रबन्धकों की, ग्राहकों को धोखा देने के लिए जाँच करी गई। वे लोग यह जानते हुए भी कि उन ग्राहकों के निवेश अवश्य ही असफल हो जाएंगे, ग्राहकों को यह आश्वासन देकर धोखा देते रहे कि उनके निवेश किए हुए धन से उन्हें बहुत पैसा वापस मिलने वाला है; और जब वह निवेश विफल हुआ तब उन निवेश करने वाले ग्राहकों के पास कुछ नहीं बचा।
धोखा देना कोई नई बात नहीं है। प्रभु यीशु ने शैतान के लिए कहा, "...वह तो आरम्भ से हत्यारा है, और सत्य पर स्थिर न रहा, क्योंकि सत्य उस में है ही नहीं: जब वह झूठ बोलता, तो अपने स्वभाव ही से बोलता है; क्योंकि वह झूठा है, वरन झूठ का पिता है" (यूहन्ना 8:44)। हमारी आत्माओं का शत्रु, शैतान हमें फुसलाना चाहता है कि वर्तमान के लिए ही जीएं जबकि वह जानता है कि इसका परिणाम अनन्त मृत्यु एवं कभी ना पल्टी जा सकने वाली हानि है।
इसके विपरीत, प्रभु यीशु ने कभी अपने चेलों से सांसारिक समृद्धि से भरा हुआ सरल जीवन मिलने का कोई वायदा नहीं किया, वरन उनसे कहा कि वे आत्म-बलिदान का जीवन जीने और उसके साथ तथा उसके नाम के लिए दुख उठाने को तैयार रहें। चेलों को यह समझाने के बाद कि वह मारा जाएगा और फिर तीसरे दिन मृतकों में से जी उठेगा, प्रभु यीशु ने उनसे कहा, "यदि कोई मेरे पीछे आना चाहे, तो अपने आप से इन्कार करे और प्रति दिन अपना क्रूस उठाए हुए मेरे पीछे हो ले। क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहेगा वह उसे खोएगा, परन्तु जो कोई मेरे लिये अपना प्राण खोएगा वही उसे बचाएगा" (लूका 9:23-24)।
आज हर बात के लिए दो आवाज़ें हैं जो हमसे कहती हैं कि अपने जीवन का निवेश कहाँ करें, एक प्रभु यीशु की और दूसरी शैतान की। धारणाओं, प्रथाओं, सुनी-सुनाई बातों, प्रमाण रहित दावों या अन्ध-विश्वास के अनुसार नहीं वरन भली भाँति देख परख कर तथा सभी दावों सच्चाई की जाँच कर के ही निर्णय लें तथा अपने जीवन का निवेश करें। गलत बात में निवेश करना बहुत जोखिम भरा है, और उस गलत निवेश की हानि को पलटने का फिर कोई साधन है ही नहीं। - डेविड मैक्कैसलैंड
यदि हम जीवते एवं सच्चे परमेश्वर के सत्यों को थामे रहेंगे तो शैतान के धोखों में फंसने नहीं पाएंगे।
पर जितने मसीह यीशु में भक्ति के साथ जीवन बिताना चाहते हैं वे सब सताए जाएंगे। - 2 तिमुथियुस 3:12
बाइबल पाठ: लूका 9:18-27
Luke 9:18 जब वह एकान्त में प्रार्थना कर रहा था, और चेले उसके साथ थे, तो उसने उन से पूछा, कि लोग मुझे क्या कहते हैं?
Luke 9:19 उन्होंने उत्तर दिया, युहन्ना बपतिस्मा देनेवाला, और कोई कोई एलिय्याह, और कोई यह कि पुराने भविष्यद्वक्ताओं में से कोई जी उठा है।
Luke 9:20 उसने उन से पूछा, परन्तु तुम मुझे क्या कहते हो? पतरस ने उत्तर दिया, परमेश्वर का मसीह।
Luke 9:21 तब उसने उन्हें चिताकर कहा, कि यह किसी से न कहना।
Luke 9:22 और उसने कहा, मनुष्य के पुत्र के लिये अवश्य है, कि वह बहुत दुख उठाए, और पुरिनए और महायाजक और शास्त्री उसे तुच्छ समझकर मार डालें, और वह तीसरे दिन जी उठे।
Luke 9:23 उसने सब से कहा, यदि कोई मेरे पीछे आना चाहे, तो अपने आप से इन्कार करे और प्रति दिन अपना क्रूस उठाए हुए मेरे पीछे हो ले।
Luke 9:24 क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहेगा वह उसे खोएगा, परन्तु जो कोई मेरे लिये अपना प्राण खोएगा वही उसे बचाएगा।
Luke 9:25 यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त करे, और अपना प्राण खो दे, या उस की हानि उठाए, तो उसे क्या लाभ होगा?
Luke 9:26 जो कोई मुझ से और मेरी बातों से लजाएगा; मनुष्य का पुत्र भी जब अपनी, और अपने पिता की, और पवित्र स्वर्ग दूतों की, महिमा सहित आएगा, तो उस से लजाएगा।
Luke 9:27 मैं तुम से सच कहता हूं, कि जो यहां खड़े हैं, उन में से कोई कोई ऐसे हैं कि जब तक परमेश्वर का राज्य न देख लें, तब तक मृत्यु का स्वाद न चखेंगे।
एक साल में बाइबल:
- यिर्मयाह 21-23