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शुक्रवार, 6 नवंबर 2015

समय और परिस्थिति


   1960 के दशक में लोक संगीत बैन्ड दि बायर्ड्स का एक गाना, टर्न! टर्न! टर्न! बहुत पसन्द किया गया। यह गाना बिलबोर्ड के सर्वोच्च 100 गानों में सम्मिलित हुआ और संसार भर में लोकप्रीय हो गया। इस गाने के शब्द लोगों को बहुत पसन्द आए। रोचक बात यह है कि इस गाने की अन्तिम पंक्ति को छोड़ बाकी सारा गाना परमेश्वर के वचन बाइबल में सभोपदेशक नामक पुस्तक से लिया गया है।

   सभोपदेशक के लेखक ने लिखा, "हर एक बात का एक अवसर और प्रत्येक काम का, जो आकाश के नीचे होता है, एक समय है" (सभोपदेशक 3:1)। लेखक आगे मानव अनुभव की कुछ बातों की सूचि देता है: जन्म और मरण, लाभ और हानि, रोना और हंसना, जश्न और मातम, आदि। जैसे प्रकृति में मौसम बदलते हैं वैसे ही मानव जीवन में अनुभव बदलते हैं; हमारी परिस्थितियाँ सदा एक सी नहीं रहतीं।

   कभी हम अपने जीवन के परिवर्तनों का स्वागत करते हैं, किंतु यदि परिवर्तन हानि या दुख के साथ आए तो उसे स्वीकार करना कष्टदायी होता है। लेकिन समय या परिस्थिति कोई भी हो, परमेश्वर ही है जो कभी नहीं बदलता, और ना ही उसके उद्देश्य अथवा योजनाएं बदलती हैं (मलाकी 3:6)।

   क्योंकि परमेश्वर, उसकी बातों, उसकी शिक्षाओं, उसकी योजनाओं, उसके उद्देश्यों में कभी परिवर्तन नहीं आता इसलिए हम जीवन की बदलती परिस्थितियों और समयों में उस पर अटूट भरोसा बनाए रख सकते हैं। हम सदा आश्वस्त रह सकते हैं कि उसकी उपस्थिति सदा हमारे साथ बनी रहती है (भजन 46:1), उसकी शान्ति हमारे हृदयों को विचलित नहीं होने देती (फिलिप्पियों 4:7) और उसका प्रेम हमारे मनों को सुरक्षित रखता है (रोमियों 8:39)। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


परमेश्वर का अपरिवर्तनीय स्वभाव जीवन की बदलती परिस्थितियों में हमारी सुरक्षा है।

क्योंकि मैं यहोवा बदलता नहीं; इसी कारण, हे याकूब की सन्तान तुम नाश नहीं हुए। - मलाकी 3:6

बाइबल पाठ: सभोपदेशक 3:1-8
Ecclesiastes 3:1 हर एक बात का एक अवसर और प्रत्येक काम का, जो आकाश के नीचे होता है, एक समय है। 
Ecclesiastes 3:2 जन्म का समय, और मरन का भी समय; बोने का समय; और बोए हुए को उखाड़ने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:3 घात करने का समय, और चंगा करने का भी समय; ढा देने का समय, और बनाने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:4 रोने का समय, और हंसने का भी समय; छाती पीटने का समय, और नाचने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:5 पत्थर फेंकने का समय, और पत्थर बटोरने का भी समय; गले लगाने का समय, और गले लगाने से रूकने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:6 ढूंढ़ने का समय, और खो देने का भी समय; बचा रखने का समय, और फेंक देने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:7 फाड़ने का समय, और सीने का भी समय; चुप रहने का समय, और बोलने का भी समय है; 
Ecclesiastes 3:8 प्रेम का समय, और बैर करने का भी समय; लड़ाई का समय, और मेल का भी समय है।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 37-39
  • इब्रानियों 3