एक रविवार की सुबह चर्च में हम सब ने मिलकर एक ऐसा गीत गाया जो अक्सर एकल गाया जाता है - "His eye is on the Sparrow" (उसकी नज़र गौरइया पर भी है)!
गीत गाते समय मेरा ध्यान अपने एक मित्र की ओर गया जो ऐसा रो रहा था कि उससे गाया नहीं जा रहा था। यह जानते हुए कि वह किन परिस्थितियों से होकर निकला है, मैं समझ गया कि उसके आंसु आनन्द के हैं, इस बात का एहसास करने से कि हमारी परिस्थिति चाहे कैसी भी हो, परमेश्वर हमारे बारे में जानता है, हमारी देखरेख करता है और हम से जुड़ी हर बात पर नज़र रखता है।
यीशु ने कहा, "क्या पैसे मे दो गौरैये नहीं बिकतीं? तौभी तुम्हारे पिता की इच्छा के बिना उन में से एक भी भूमि पर नहीं गिर सकती। तुम्हारे सिर के बाल भी सब गिने हुए हैं। इसलिये, डरो नहीं तुम बहुत गौरैयों से बढ़कर हो" (मत्ती १०:२९-३१)। प्रभु यीशु ने यह बात अपने १२ चेलों से तब कही जब वह उन्हें "इस्राएल के घराने की खोई हुई भेड़ों के पास" उनको सिखाने, चंगा करने और उसकी (यीशु की) गवाही देने के लिये भेज रहा था। यीशु ने उन्हें कहा कि उसके कारण उन्हें क्लेशों से होकर निकलना पड़ेगा परन्तु उन्हें मृत्यु तक से भी डरने की आवश्यक्ता नहीं है (पद २२-२६)।
जब विपरीत और भयावह परिस्थितियां हमें आशा छोड़ने को बाध्य करती हैं तो हम इस गीत के शब्दों में आश्वासन पा सकते हैं "मैं गाता हूँ क्योंकि मैं आनन्दित हूँ, मैं गाता हूँ क्योंकि मैं आज़ाद हूँ। उसकी आंख गौरइया पर भी है, और मैं जानता हूँ कि वह मुझपर भी नज़र रखता है।"
हम सदा परमेश्वर की ध्यान पूर्वक देखरेख में रहते हैं। - डेविड मैक्कैसलैंड
बाइबल पाठ: मत्ती १०:१६-३१
इसलिये, डरो नहीं तुम बहुत गौरैयों से बढ़कर हो। - मत्ती १०:३१
एक साल में बाइबल:
गीत गाते समय मेरा ध्यान अपने एक मित्र की ओर गया जो ऐसा रो रहा था कि उससे गाया नहीं जा रहा था। यह जानते हुए कि वह किन परिस्थितियों से होकर निकला है, मैं समझ गया कि उसके आंसु आनन्द के हैं, इस बात का एहसास करने से कि हमारी परिस्थिति चाहे कैसी भी हो, परमेश्वर हमारे बारे में जानता है, हमारी देखरेख करता है और हम से जुड़ी हर बात पर नज़र रखता है।
यीशु ने कहा, "क्या पैसे मे दो गौरैये नहीं बिकतीं? तौभी तुम्हारे पिता की इच्छा के बिना उन में से एक भी भूमि पर नहीं गिर सकती। तुम्हारे सिर के बाल भी सब गिने हुए हैं। इसलिये, डरो नहीं तुम बहुत गौरैयों से बढ़कर हो" (मत्ती १०:२९-३१)। प्रभु यीशु ने यह बात अपने १२ चेलों से तब कही जब वह उन्हें "इस्राएल के घराने की खोई हुई भेड़ों के पास" उनको सिखाने, चंगा करने और उसकी (यीशु की) गवाही देने के लिये भेज रहा था। यीशु ने उन्हें कहा कि उसके कारण उन्हें क्लेशों से होकर निकलना पड़ेगा परन्तु उन्हें मृत्यु तक से भी डरने की आवश्यक्ता नहीं है (पद २२-२६)।
जब विपरीत और भयावह परिस्थितियां हमें आशा छोड़ने को बाध्य करती हैं तो हम इस गीत के शब्दों में आश्वासन पा सकते हैं "मैं गाता हूँ क्योंकि मैं आनन्दित हूँ, मैं गाता हूँ क्योंकि मैं आज़ाद हूँ। उसकी आंख गौरइया पर भी है, और मैं जानता हूँ कि वह मुझपर भी नज़र रखता है।"
हम सदा परमेश्वर की ध्यान पूर्वक देखरेख में रहते हैं। - डेविड मैक्कैसलैंड
जब आप अपनी देखरेख परमेश्वेर के हाथ में दे देते हैं तो वह अपनी शांति आपके हृदय में दे देता है।
बाइबल पाठ: मत्ती १०:१६-३१
इसलिये, डरो नहीं तुम बहुत गौरैयों से बढ़कर हो। - मत्ती १०:३१
एक साल में बाइबल:
- भजन ४-६
- प्रेरितों के काम १७:१६-३४