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शनिवार, 14 अप्रैल 2018

आज का दिन



   सन 1940 में, 27 वर्षीय डॉ. वर्जिनिया कौनाली, बहुत विरोध और आलोचना का सामना करते हुए, एबीलीन, टेक्सास की पहली महिला चिकित्सक बन गईं। सन 2012  में, उनके 100वें जन्मदिन से कुछ माह पहले, टेक्सास मेडिकल एस्सोशिएशन ने उन्हें टेक्सास के सर्वोच्च चिकित्सा पुरूस्कार, विशिष्ट सेवा पुरूस्कार, से सम्मानित किया। इन दो ऐतिहासिक घटनाओं के मध्य, डॉ. कौनाली ने अपनी अनेकों चिकित्सा मिशन यात्राओं के दौरान, बड़े उत्साह के साथ सँसार भर में सुसमाचार के प्रचार के कार्य को किया। दिन-प्रतिदिन के अनुसार जीवन जीते हुए, वे सदा परमेश्वर और मनुष्यों की सेवा के लिए अपना जीवन बिताती रहीं ।
   डॉ. कौनाली के पास्टर, फिल क्रिस्टोफर ने कहा, “उनके लिए प्रत्येक दिन एक उपहार है।” उन्होंने उनके द्वारा लिखे गए एक पत्र को स्मरण करते हुए वह बताया जो उन्होंने लिखा था: “मैं सोचती हूँ कि प्रत्येक यात्रा, प्रत्येक प्रयास, मेरा अंतिम तथा निर्णायक हो सकता है। केवल परमेश्वर ही जानता है। और मेरे लिए यही पर्याप्त है।”

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने लिखा, “आज वह दिन है जो यहोवा ने बनाया है; हम इस में मगन और आनन्दित हों” (भजन 118:24)। कितनी ही बार हम बीते हुए कल की निराशाओं पर, या फिर आने वाले कल की अनिश्चितताओं पर अपने ध्यान केंद्रित करे रहते हैं, और परमेश्वर के अद्भुत उपहार, आज के दिन, के बारे में भूल जाते हैं।

   डॉ. कौनाली ने मसीह के साथ अपनी यात्रा के विषय में कहा, “जब आप विश्वास का जीवन व्यतीत करते हैं तो आप यह नहीं देखते रहते हैं कि आपको परिणाम मिल रहे हैं कि नहीं। मैं तो बस वही करती रही जो परमेश्वर ने मेरे मन और जीवन में उस दिन के लिए डाला।”

   परमेश्वर ने आज के दिन को बनाया है; हम इस दिन का उत्सव मनाएं, और परमेश्वर तथा दूसरों की सेवा के प्रत्येक अवसर का सदुपयोग करें। - डेविड मैक्कैस्लैंड


प्रत्येक दिन का स्वागत परमेश्वर से मिले उपहार के समान करें।

जैसा कहा जाता है, कि यदि आज तुम उसका शब्द सुनो, तो अपने मनों को कठोर न करो, जैसा कि क्रोध दिलाने के समय किया था। - इब्रानियों 3:15

बाइबल पाठ: भजन 118:19-29
Psalms 118:19 मेरे लिये धर्म के द्वार खोलो, मैं उन से प्रवेश कर के याह का धन्यवाद करूंगा।
Psalms 118:20 यहोवा का द्वार यही है, इस से धर्मी प्रवेश करने पाएंगे।
Psalms 118:21 हे यहोवा मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, क्योंकि तू ने मेरी सुन ली है और मेरा उद्धार ठहर गया है।
Psalms 118:22 राजमिस्त्रियों ने जिस पत्थर को निकम्मा ठहराया था वही कोने का सिरा हो गया है।
Psalms 118:23 यह तो यहोवा की ओर से हुआ है, यह हमारी दृष्टि में अद्भुत है।
Psalms 118:24 आज वह दिन है जो यहोवा ने बनाया है; हम इस में मगन और आनन्दित हों।
Psalms 118:25 हे यहोवा, बिनती सुन, उद्धार कर! हे यहोवा, बिनती सुन, सफलता दे!
Psalms 118:26 धन्य है वह जो यहोवा के नाम से आता है! हम ने तुम को यहोवा के घर से आशीर्वाद दिया है।
Psalms 118:27 यहोवा ईश्वर है, और उसने हम को प्रकाश दिया है। यज्ञपशु को वेदी के सींगों से रस्सियों बान्धो!
Psalms 118:28 हे यहोवा, तू मेरा ईश्वर है, मैं तेरा धन्यवाद करूंगा; तू मेरा परमेश्वर है, मैं तुझ को सराहूंगा।
Psalms 118:29 यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा बनी रहेगी!


एक साल में बाइबल: 
  • 1 शमूएल 25-26
  • लूका 12:32-59