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सोमवार, 9 नवंबर 2015

चट्टान


   मैं अपने पति के साथ मैसाचूसेट्स के दौरे पर थी और हम अमेरिका के प्रतिष्ठित प्रतीक प्लेमाउथ रॉक (चट्टान) को देखने गए। परंपरा के अनुसार यह माना जाता है कि सन 1620 में मेफ्लावर नामक जहाज़ से, इंगलैंड से अमेरिका आने वाले यात्रियों ने सबसे पहला कदम इसी चट्टान पर रखा था। हम उस चट्टान के ऐतिहासिक महत्व से प्रभावित तो हुए, लेकिन उस चट्टान के छोटे से आकार को देखकर कुछ निराश भी थे। हमें यह भी जानकारी मिली कि पहले यह चट्टान काफी बड़ी थी किंतु वर्षों के भूक्षरण और सैलिनियों द्वारा चट्टान के छोटे छोटे टुकड़े काट कर ले जाने के कारण अब वह चट्टान अपने मूल आकार की केवल एक-तिहाई मात्र ही रह गई है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु मसीह को भी चट्टान कहकर संबोधित किया गया है (1 कुरिन्थियों 10:4), एक ऐसी चट्टान जो कभी बदलती नहीं है (इब्रानियों 13:8)। प्रभु यीशु एक ऐसी चट्टान है जिस पर बाइबल हमें अपने जीवनों का निर्माण करने को कहती है: "और प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की नेव पर जिसके कोने का पत्थर मसीह यीशु आप ही है, बनाए गए हो" (इफिसियों 2:20)। प्रभु यीशु की शिक्षाओं का पालन करना, अपना जीवन चट्टान पर स्थापित करना और बनाना है जहाँ से वह कभी गिर नहीं सकता, क्षय नहीं हो सकता: "इसलिये जो कोई मेरी ये बातें सुनकर उन्हें मानता है वह उस बुद्धिमान मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिसने अपना घर चट्टान पर बनाया। और मेंह बरसा और बाढ़ें आईं, और आन्‍धियां चलीं, और उस घर पर टक्करें लगीं, परन्तु वह नहीं गिरा, क्योंकि उस की नेव चट्टान पर डाली गई थी" (मत्ती 7:24-25)।

   लेखिका मैडलीनी ल-इंगल कहती हैं कि "कभी कभी अच्छा रहता जब हमारे सभी आधार और सहारे हमारे नीचे से हटा लिए जाते हैं। ऐसी परिस्थितियों में ही हमें पता चलता है कि हमने अपने जीवन की नींव चट्टान पर डाली है या रेत पर।" प्लेमाउथ रॉक ऐतिहासिक महत्व की रोचक चट्टान हो सकती है, लेकिन वह अक्षय नहीं है। लेकिन प्रभु यीशु वह आत्मिक चट्टान है जो अक्षय, अटल और चिरस्थाई है। जितनों ने प्रभु यीशु पर विश्वास कर के उसे अपने जीवन का आधार बनाया है वे कभी हानि में नहीं जाएंगे, उनका आधार हमेशा स्थिर और दृढ़ रहेगा। - सिंडी हैस कैसपर


चट्टान मसीह यीशु हमारी कभी ना बदलने, कभी ना टूटने वाली अनन्त्काल तक चिरस्थाई आशा है।

यीशु मसीह कल और आज और युगानुयुग एकसा है। - इब्रानियों 13:8

बाइबल पाठ: मत्ती 7:24-27; इफिसियों 2:18-22
Matthew 7:24 इसलिये जो कोई मेरी ये बातें सुनकर उन्हें मानता है वह उस बुद्धिमान मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिसने अपना घर चट्टान पर बनाया। 
Matthew 7:25 और मेंह बरसा और बाढ़ें आईं, और आन्‍धियां चलीं, और उस घर पर टक्करें लगीं, परन्तु वह नहीं गिरा, क्योंकि उस की नेव चट्टान पर डाली गई थी। 
Matthew 7:26 परन्तु जो कोई मेरी ये बातें सुनता है और उन पर नहीं चलता वह उस निर्बुद्धि मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिसने अपना घर बालू पर बनाया। 
Matthew 7:27 और मेंह बरसा, और बाढ़ें आईं, और आन्‍धियां चलीं, और उस घर पर टक्करें लगीं और वह गिरकर सत्यानाश हो गया।

Ephesians 2:18 क्योंकि उस ही के द्वारा हम दोनों की एक आत्मा में पिता के पास पंहुच होती है। 
Ephesians 2:19 इसलिये तुम अब विदेशी और मुसाफिर नहीं रहे, परन्तु पवित्र लोगों के संगी स्‍वदेशी और परमेश्वर के घराने के हो गए। 
Ephesians 2:20 और प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की नेव पर जिसके कोने का पत्थर मसीह यीशु आप ही है, बनाए गए हो। 
Ephesians 2:21 जिस में सारी रचना एक साथ मिलकर प्रभु में एक पवित्र मन्दिर बनती जाती है। 
Ephesians 2:22 जिस में तुम भी आत्मा के द्वारा परमेश्वर का निवास स्थान होने के लिये एक साथ बनाए जाते हो।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 46-47
  • इब्रानियों 6