एक युवा विद्वान ने एक नया धर्म बनाया और उसके सिद्धांतों को समझाने के लिये एक पुस्तक लिखी। कुछ समय पश्चात वह ब्रिटिश राजनीतिज्ञ एवं दार्शनिक बैनजामिन डिज़्राएली के पास आया और कहने लगा कि उसे समझ नहीं आता कि लोग क्यों उसके धर्म में विश्वास करने को राज़ी नहीं होते, जबकि उसका धर्म मसीह की शिक्षाओं और क्रूस पर बलिदान से कहीं अधिक उत्तम है। बुज़ुर्ग बैनजामिन ने उसके कंधे पर हाथ रखकर कहा, "बेटा, लोग तब तक तुम्हारी पुस्तक को नहीं पढ़ेंगे और न ही तुम्हारे धर्म में विश्वास लाएंगे जब तक तुम्हारा भी किसी क्रूस पर चढ़ाए जाकर बलिदान न हो और तुम भी फिर मृतकों में से जी न उठो।"
एक अंग्रेज़ प्रचारक एलेक्ज़ैंडर मैक्लरेन ने मसीह यीशु के व्यक्तित्व के संदर्भ में प्रश्न किया, "ऐसा क्यों है कि संसार के इतिहास में केवल एक और सिर्फ एक ही ऐसा व्यक्ति है जो समय और स्थान से कभी बंधा नहीं रहा है; जो आज भी उन करोड़ों लोगों का, जिनके हृदय उसके प्रेम से धड़कते हैं, वैसा ही घनिष्ठ मित्र है, जैसा वह उनका था जो उसके साथ पृथ्वी पर रहते थे?" यह एक बड़ा गंभीर और वाजिब प्रश्न है, जिसपर विचार आवश्यक है। मैक्लैरन के इस प्रश्न का उत्तर बैनजामिन डिज़्राएली द्वारा उस युवक को दिये उत्तर में ही है।
केवल परमेश्वर का निष्कलंक और निर्दोष पुत्र ही उद्धार प्रदान कर सकता है। केवल वही उद्धारकर्ता हो सकता है और हमारे पापों का बोझ उठा सकता है जिसने अपने बलिदान की सार्थकता को अपने पुनरुत्थान द्वारा प्रमाणित किया हो। क्योंकि यीशु ने हमसे प्रेम किया और अपने आप को हमारे लिये दे दिया, हमें भी अपना हृदय उसके लिये खोल कर उसे अर्पित कर देना चाहिये।
यदि हमने उसपर विश्वास किया है, तो प्रभु के चेले थोमा की तरह हम भी थोमा के समान प्रेम और भक्ति में पुकार सकते हैं, "हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर!" वही सच्चा उद्धारकर्ता है जो हमारी आराधना का सच्चा पात्र है। - पौल वैन गौर्डर
यह सुन थोमा ने उत्तर दिया, हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर! - यूहन्ना २०:२८
बाइबल पाठ: यूहन्ना २०:२८
Joh 20:26 आठ दिन के बाद उस के चेले फिर घर के भीतर थे, और थोमा उन के साथ था, और द्वार बन्द थे, तब यीशु ने आकर और बीच में खड़ा होकर कहा, तुम्हें शान्ति मिले।
Joh 20:27 तब उस ने थोमा से कहा, अपनी उंगली यहां लाकर मेरे पंजर में डाल और अविश्वासी नहीं परन्तु विश्वासी हो।
Joh 20:28 यह सुन थोमा ने उत्तर दिया, हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर!
Joh 20:29 यीशु ने उस से कहा, तू ने तो मुझे देख कर विश्वास किया है, धन्य हैं वे जिन्होंने बिना देखे विश्वास किया।
Joh 20:30 यीशु ने और भी बहुत चिन्ह चेलों के साम्हने दिखाए, जो इस पुस्तक में लिखे नहीं गए।
Joh 20:31 परन्तु ये इसलिये लिखे गए हैं, कि तुम विश्वास करो, कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है: और विश्वास करके उसके नाम से जीवन पाओ।
एक साल में बाइबल:
एक अंग्रेज़ प्रचारक एलेक्ज़ैंडर मैक्लरेन ने मसीह यीशु के व्यक्तित्व के संदर्भ में प्रश्न किया, "ऐसा क्यों है कि संसार के इतिहास में केवल एक और सिर्फ एक ही ऐसा व्यक्ति है जो समय और स्थान से कभी बंधा नहीं रहा है; जो आज भी उन करोड़ों लोगों का, जिनके हृदय उसके प्रेम से धड़कते हैं, वैसा ही घनिष्ठ मित्र है, जैसा वह उनका था जो उसके साथ पृथ्वी पर रहते थे?" यह एक बड़ा गंभीर और वाजिब प्रश्न है, जिसपर विचार आवश्यक है। मैक्लैरन के इस प्रश्न का उत्तर बैनजामिन डिज़्राएली द्वारा उस युवक को दिये उत्तर में ही है।
केवल परमेश्वर का निष्कलंक और निर्दोष पुत्र ही उद्धार प्रदान कर सकता है। केवल वही उद्धारकर्ता हो सकता है और हमारे पापों का बोझ उठा सकता है जिसने अपने बलिदान की सार्थकता को अपने पुनरुत्थान द्वारा प्रमाणित किया हो। क्योंकि यीशु ने हमसे प्रेम किया और अपने आप को हमारे लिये दे दिया, हमें भी अपना हृदय उसके लिये खोल कर उसे अर्पित कर देना चाहिये।
यदि हमने उसपर विश्वास किया है, तो प्रभु के चेले थोमा की तरह हम भी थोमा के समान प्रेम और भक्ति में पुकार सकते हैं, "हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर!" वही सच्चा उद्धारकर्ता है जो हमारी आराधना का सच्चा पात्र है। - पौल वैन गौर्डर
जब हम यीशु के प्रभुत्व को पहिचानेंगे तो उसे उसकी उपासना भी करेंगे।
यह सुन थोमा ने उत्तर दिया, हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर! - यूहन्ना २०:२८
बाइबल पाठ: यूहन्ना २०:२८
Joh 20:26 आठ दिन के बाद उस के चेले फिर घर के भीतर थे, और थोमा उन के साथ था, और द्वार बन्द थे, तब यीशु ने आकर और बीच में खड़ा होकर कहा, तुम्हें शान्ति मिले।
Joh 20:27 तब उस ने थोमा से कहा, अपनी उंगली यहां लाकर मेरे पंजर में डाल और अविश्वासी नहीं परन्तु विश्वासी हो।
Joh 20:28 यह सुन थोमा ने उत्तर दिया, हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर!
Joh 20:29 यीशु ने उस से कहा, तू ने तो मुझे देख कर विश्वास किया है, धन्य हैं वे जिन्होंने बिना देखे विश्वास किया।
Joh 20:30 यीशु ने और भी बहुत चिन्ह चेलों के साम्हने दिखाए, जो इस पुस्तक में लिखे नहीं गए।
Joh 20:31 परन्तु ये इसलिये लिखे गए हैं, कि तुम विश्वास करो, कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है: और विश्वास करके उसके नाम से जीवन पाओ।
एक साल में बाइबल:
- व्यवस्थाविवरण ३०-३१
- मरकुस १५:१-२५