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गुरुवार, 19 दिसंबर 2013

सब ठीक है


   हाल ही में मेरी और मेरे पति की पुनःमुलाकात एक जवान व्यक्ति, मैथ्यु, से हुई जिसे हम उसके बचपने में जानते थे। बीती यादों को ताज़ा करते हुए हम ने मैथ्यु द्वारा, उसके लड़कपन के समय, एक क्रिसमस कार्यक्रम में गाए भजन "All is Well" (सब ठीक है) को स्मरण किया। एक सुन्दर भजन को भली भांति गाए जाने की वह एक अच्छी याद थी। यह भजन लोगों को ऊँची आवाज़ में प्रभु यीशु के जन्म की खुशी और सब कुछ ठीक होने के कारण परमेश्वर की स्तुति करने को प्रेरित करता है।

   क्रिसमस के समय इस भजन के बोल बहुत से लोगों के लिए बड़े शांतिदायक होते हैं, लेकिन कुछ लोग इस भजन के सन्देश को ग्रहण नहीं कर पाते क्योंकि उनके जीवनों में सब कुछ ठीक नहीं होता है, वे किसी समस्या, किसी प्रीय जन की मृत्यु के शोक, बेरोज़गारी, किसी गंभीर बीमारी या बनी हुई निराशा से जूझ रहे होते हैं और इस गीत को सुनकर उनके मन से चीत्कार निकलती है - "नहीं! सब ठीक नहीं है!"

   लेकिन उन लोगों के लिए जो प्रभु यीशु के जन्म के आनन्द को मनाते हैं, जो प्रभु यीशु की सामर्थ को जानते हैं, जो प्रभु यीशु को समर्पित जीवन व्यतीत करते हैं, उनके लिए हर प्रतिकूल परिस्थिति में भी मसीह यीशु के उनके जीवन में उपस्थित तथा कार्यरत होने के कारण सब कुछ ठीक रहता है। हम मसीही विश्वासी अपने किसी कष्ट या पीड़ा में कभी अकेले नहीं हैं, परमेश्वर सदैव हमारे साथ रहता है और हमें कभी ना छोड़ने का उसका वायदा है (इब्रानियों 13:5)। परमेश्वर का वायदा है कि हर परिस्थिति में उसका अनुग्रह हमारे लिए काफी है (1 कुरिन्थियों 12:9)। परमेश्वर ने हमारी हर आवश्यकता की पूर्ति का वायदा किया है (फिलिप्पियों 4:19)। और सबसे बढ़कर परमेश्वर का वायदा हमें अनन्त आशीष का जीवन देने का है (यूहन्ना 10:27-28), जो एक ऐसा वायदा है जो कभी किसी और ने अपने किसी अनुयायी से नहीं किया।

   जब हम परमेश्वर की अपने विश्वासियों से करी गई इन प्रतिज्ञाओं को स्मरण करते हैं तो हमारे पास उस भजन के लेखकों के साथ सहमत होने के सिवाए और कुछ करने को नहीं रह जाता, क्योंकि जैसा उस गीत में आया है, "मेरे आगे, मेरे पीछे परमेश्वर है और सब ठीक है"। - सिंडी हैस कैस्पर


जब परमेश्वर की शान्ति मन में होती है तो हम परमेश्वर की उपस्थिति के तकिए पर सर रखकर आराम से सो सकते हैं।

तुम्हारा स्‍वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा। - इब्रानियों 13:5

बाइबल पाठ: भजन 46
Psalms 46:1 परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक। 
Psalms 46:2 इस कारण हम को कोई भय नहीं चाहे पृथ्वी उलट जाए, और पहाड़ समुद्र के बीच में डाल दिए जाएं; 
Psalms 46:3 चाहे समुद्र गरजे और फेन उठाए, और पहाड़ उसकी बाढ़ से कांप उठें।। 
Psalms 46:4 एक नदी है जिसकी नहरों से परमेश्वर के नगर में अर्थात परमप्रधान के पवित्र निवास भवन में आनन्द होता है। 
Psalms 46:5 परमेश्वर उस नगर के बीच में है, वह कभी टलने का नहीं; पौ फटते ही परमेश्वर उसकी सहायता करता है। 
Psalms 46:6 जाति जाति के लोग झल्ला उठे, राज्य राज्य के लोग डगमगाने लगे; वह बोल उठा, और पृथ्वी पिघल गई। 
Psalms 46:7 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; याकूब का परमेश्वर हमारा ऊंचा गढ़ है।। 
Psalms 46:8 आओ, यहोवा के महाकर्म देखो, कि उसने पृथ्वी पर कैसा कैसा उजाड़ किया है। 
Psalms 46:9 वह पृथ्वी की छोर तक लड़ाइयों को मिटाता है; वह धनुष को तोड़ता, और भाले को दो टुकड़े कर डालता है, और रथों को आग में झोंक देता है! 
Psalms 46:10 चुप हो जाओ, और जान लो, कि मैं ही परमेश्वर हूं। मैं जातियों में महान हूं, मैं पृथ्वी भर में महान हूं! 
Psalms 46:11 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; याकूब का परमेश्वर हमारा ऊंचा गढ़ है।

एक साल में बाइबल: 
  • योना 1-4 
  • प्रकाशितवाक्य 10