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मंगलवार, 13 सितंबर 2011

सहायता को तैयार


   इंग्लैंड और फ्रांस के बीच हुए एक युद्ध में इंग्लैड के राजा एडवर्ड तृतीय का सामना फ्रांस की सेना से हो रहा था। इंगलैंड के राजा का पुत्र सेना की एक टुकड़ी का नेतृत्व कर रहा था और राजा सहायता के लिए तैयार एक और दल को लिए कुछ दूरी पर खड़ा युद्ध पर नज़र रखे हुए था। युद्ध आरंभ होने के थोड़े समय पश्चात राजकुमार ने पिता को सन्देश भेजा कि वे अपने सहायक दल को ले कर उसकी सहायता के लिए तुरंत आ जाएं। राजा सहायता के लिए नहीं गए। राजकुमार ने एक और सन्देश भेजा और तुरंत सहायता की विनती करी। राजा ने सन्देश वाहक से कहा, "मेरे पुत्र से जाकर कहो, मैं एक अनुभवी सेनापति हूँ - जानता हूँ कि कब सहायता भेजनी चाहिए और कोई लापरवाह पिता भी नहीं हूँ कि अपने पुत्र की समय पर सहायता न भेजने की लापरवाही करूँ।"

   यह घटना परमेश्वर पिता और प्रभु यीशु में विश्वासी उसकी सन्तान के संबंध का भी चित्रण करती है। जब हम शैतान द्वारा लाई गई परीक्षाओं, प्रलोभनों और पाप का सामना कर रहे होते हैं तो कभी कभी हमें लगता है कि हमारी सहायता की पुकार को परमेश्वर ने अनसुना कर दिया और हमें अकेला छोड़ दिया है। लेकिन एक क्षण भी ऐसा नहीं होता जब उसकी दृष्टी हम पर से हटती हो। वह कभी हमें असहाय नहीं छोड़ता।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में, १ कुरिन्थियों १०:१३ में पौलुस प्रेरित लिखता है, "तुम किसी ऐसी परीक्षा में नहीं पड़े, जो मनुष्य के सहने से बाहर है: और परमेश्वर सच्‍चा है: वह तुम्हें सामर्थ से बाहर परीक्षा में न पड़ने देगा, वरन परीक्षा के साथ निकास भी करेगा कि तुम सह सको।"

   संघर्ष कितना भी भीषण क्यों न हो, सही समय पर हमारे पक्ष में सहायता के लिए आने के लिए और हमें परीक्षा से निकासी का मार्ग देने के लिए परमेश्वर सदा तैयार बना रहता है। - पौल वैन गोर्डर

जब परमेश्वर हमें कही भेजता है, तो स्वयं साथ भी चलता है।

तुम किसी ऐसी परीक्षा में नहीं पड़े, जो मनुष्य के सहने से बाहर है: और परमेश्वर सच्‍चा है: वह तुम्हें सामर्थ से बाहर परीक्षा में न पड़ने देगा, वरन परीक्षा के साथ निकास भी करेगा कि तुम सह सको। - १ कुरिन्थियों १०:१३
 
बाइबल पाठ: भजन १८:१६-३०
    Psa 18:16  उस ने ऊपर से हाथ बढ़ा कर मुझे थाम लिया, और गहिरे जल में से खींच लिया।
    Psa 18:17  उस ने मेरे बलवन्त शत्रु से, और उन से जो मुझ से घृणा करते थे मुझे छुड़ाया क्योंकि वे अधिक सामर्थी थे।
    Psa 18:18  मेरी विपत्ति के दिन वे मुझ पर आ पड़े। परन्तु यहोवा मेरा आश्रय था।
    Psa 18:19  और उस ने मुझे निकाल कर चौड़े स्थान में पहुंचाया, उस ने मुझ को छुड़ाया, क्योंकि वह मुझ से प्रसन्न था।
    Psa 18:20  यहोवा ने मुझ से मेरे धर्म के अनुसार व्यवहार किया; और मेरे हाथों की शुद्धता के अनुसार उस ने मुझे बदला दिया।
    Psa 18:21  क्योंकि मैं यहोवा के मार्गों पर चलता रहा, और दुष्टता के कारण अपने परमेश्वर से दूर न हुआ।
    Psa 18:22  क्योंकि उसके सारे निर्णय मेरे सम्मुख बने रहे और मैं ने उसकी विधियों को न त्यागा।
    Psa 18:23  और मैं उसके सम्मुख सिद्ध बना रहा, और अधर्म से अपने को बचाए रहा।
    Psa 18:24  यहोवा ने मुझे मेरे धर्म के अनुसार बदला दिया, और मेरे हाथों की उस शुद्धता के अनुसार जिसे वह देखता था।
    Psa 18:25  दयावन्त के साथ तू अपने को दयावन्त दिखाता और खरे पुरूष के साथ तू अपने को खरा दिखाता है।
    Psa 18:26  शुद्ध के साथ तू अपने को शुद्ध दिखाता, और टेढ़े के साथ तू तिर्छा बनता है।
    Psa 18:27  क्योंकि तू दीन लोगों को तो बचाता है परन्तु घमण्ड भरी आंखों को नीची करता है।
    Psa 18:28  हां, तू ही मेरे दीपक को जलाता है; मेरा परमेश्वर यहोवा मेरे अन्धियारे को उजियाला कर देता है।
    Psa 18:29  क्योंकि तेरी सहायता से मैं सेना पर धावा करता हूं और अपने परमेश्वर की सहायता से शहरपनाह को लांघ जाता हूं।
    Psa 18:30  ईश्वर का मार्ग सच्चाई, यहोवा का वचन ताया हुआ है; वह अपने सब शरणागतों की ढाल है।
 
एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन १६-१८ 
  • २ कुरिन्थियों ६