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सोमवार, 11 जनवरी 2021

आयाम

 

          मैं शांत होकर उस मशीन में लगे स्ट्रेचर पर लेटी हुई थी, और जब मुझसे कहा जाता था, मैंने अपनी साँस रोक लेती थी, और वह मेरे चारों ओर मशीन घरघराती हुई घूमने लगती थी। मैं जानती थी के अन्य बहुत से लोगों ने एमआरआई जाँच करवाई है; परन्तु मैं कम स्थान वाली जगहों से बहुत घबराती थी, इसलिए इस अनुभव से होकर निकालने के लिए मुझे किसी अन्य बात पर अपना ध्यान केन्द्रित रखने की आवश्यकता थी – कुछ, या कोई, जो मुझ से बहुत अधिक बड़ा हो।

          मेरे मन में परमेश्वर के वचन बाइबल में से एक वाक्य,सब पवित्र लोगों के साथ भली भांति समझने की शक्ति पाओ; कि उसकी चौड़ाई, और लम्बाई, और ऊंचाई, और गहराई कितनी है” (इफिसियों 3:18) उस मशीन की आवाज़ के साथ साथ गूँज रहा था। पौलुस द्वारा इफिसियों की मण्डली के लिए की गई प्रार्थना में, उसने परमेश्वर के प्रेम और उपस्थिति के अनन्त होने पर बल देने के लिए उसका चार आयामों में वर्णन किया था।

          मेरे एमआरआई के लिए उस मशीन में लेटे होने ने उन आयामों के प्रति मेरी समझ को एक नया स्वरूप प्रदान किया। चौड़ाई: मेरे शरीर के साथ लगा कर बांधी गई मेरी बाँहों और दोनों ओर मेरे और मशीन के मध्य का छः-छः इंच का स्थान। लंबाई: उस मशीन में जिस स्ट्रेचर पर मैं लेटी थी उसके एक से दूसरे छोर तक की दूरी। ऊँचाई: मेरी नाक से लेकर ऊपर की ओर मशीन तक की छः इंच की दूरी। गहराई: मेरे नीचे के फर्श से लेकर उस मशीन में मेरे लेटे होने तक की दूरी। परमेश्वर की उपस्थिति के चार आयाम जो मुझे घेरे हुए और संभाले हुए थे, जिनके सहारे मैं उस एमआरआई मशीन में लेटी हुई थी, तथा जीवन के हर परिस्थिति में बनी हुई थी।

          परमेश्वर का प्रेम हमारे चारों ओर है। चौड़ाई: वह अपनी बाँहों को फैलाता है कि सारे संसार के सभी लोगों तक पहुँच सके। लंबाई: उसके प्रेम का कोई अन्त ही नहीं है। ऊँचाई: वह हमें ऊँचे पर उठाए रहता है। गहराई: वह नीचे झुक कर हमें हर परिस्थिति में सहारा दिए हुए और संभाले रहता है।

          परमेश्वर के प्रेम से हमें कोई अलग नहीं कर सकता है (रोमियों 8:38-39)। - एलिसा मॉर्गन

 

हर परिस्थिति में अपने साथ परमेश्वर के प्रेम और उपस्थिति पर भरोसा रखें।


क्योंकि मैं निश्चय जानता हूं, कि न मृत्यु, न जीवन, न स्वर्गदूत, न प्रधानताएं, न वर्तमान, न भविष्य, न सामर्थ्य, न ऊंचाई, न गहराई और न कोई और सृष्टि, हमें परमेश्वर के प्रेम से, जो हमारे प्रभु मसीह यीशु में है, अलग कर सकेगी। - रोमियों 8:38-39

बाइबल पाठ: इफिसियों 3:16-21

इफिसियों 3:16 कि वह अपनी महिमा के धन के अनुसार तुम्हें यह दान दे, कि तुम उसके आत्मा से अपने भीतरी मनुष्यत्व में सामर्थ्य पाकर बलवन्‍त होते जाओ।

इफिसियों 3:17 और विश्वास के द्वारा मसीह तुम्हारे हृदय में बसे कि तुम प्रेम में जड़ पकड़ कर और नेव डाल कर।

इफिसियों 3:18 सब पवित्र लोगों के साथ भली भांति समझने की शक्ति पाओ; कि उसकी चौड़ाई, और लम्बाई, और ऊंचाई, और गहराई कितनी है।

इफिसियों 3:19 और मसीह के उस प्रेम को जान सको जो ज्ञान से परे है, कि तुम परमेश्वर की सारी भरपूरी तक परिपूर्ण हो जाओ।

इफिसियों 3:20 अब जो ऐसा सामर्थी है, कि हमारी बिनती और समझ से कहीं अधिक काम कर सकता है, उस सामर्थ्य के अनुसार जो हम में कार्य करता है,

इफिसियों 3:21 कलीसिया में, और मसीह यीशु में, उस की महिमा पीढ़ी से पीढ़ी तक युगानुयुग होती रहे। आमीन।

 

एक साल में बाइबल: 

  • उत्पत्ति 27-28
  • मत्ती 8:18-34