बहुत बार हम प्रश्न, “आप कहाँ से हैं?” के
द्वारा किसी को और बेहतर जानने का प्रयास करते हैं। किन्तु हम में से अनेकों के
लिएकभी-कभी, यह प्रश्न अटपटा होता है, उसका उत्तर दे पाना जटिल होता है, और
कभी-कभी हम सारा विवरण हर किसी के साथ बाँटना भी नहीं चाहते हैं। मनुष्य चाहे
हमारा आँकलन तथा हमारे विषय अपने निर्णय हमारी पृष्ठभूमि के आधार पर करें किन्तु
परमेश्वर के लिए इसका कोई महत्त्व नहीं होता है।
परमेश्वर के वचन बाइबल में न्यायियों की
पुस्तक का एक पात्र, यिप्ताह भी संभवतः इस प्रश्न से बचना चाहता होगा। यिप्ताह के
सौतेले भाइयों ने उसे उसके गिलाद के घर से उसे “तू तो पराई स्त्री का बेटा है”
(न्यायियों 11:2) कह कर निकला दिया था। लेख निःसंकोच कहता है कि “वह वेश्या का
बेटा था” (पद 1)।
परन्तु यिप्ताह शूरवीर था (पद 1), और जब एक
विरोधी जाति ने गिलाद पर आक्रमण किया, तो वही लोग जिन्होंने उसे निकाल दिया था, अब
उसे ढूँढ़ कर वापस लाना चाहते थे। उन लोगों ने यिप्ताह से कहा, “चलकर हमारा
प्रधान हो जा, कि हम अम्मोनियों से लड़ सकें” (पद 6)। यिप्ताह ने प्रश्न किया, “क्या तुम ने मुझ से बैर कर के मुझे
मेरे पिता के घर से निकाल न दिया था? फिर अब संकट में
पड़कर मेरे पास क्यों आए हो?” (पद 7)। उन सभी से इस का
आश्वासन लेने के पश्चात कि अब उसके साथ परिस्थितयाँ और व्यवहार भिन्न रखा जाएगा,
यिप्ताह ने उनका नेतृत्व करना स्वीकार कर लिया। पवित्र शास्त्र बताता है कि “तब
यहोवा का आत्मा यिप्तह में समा गया...” (पद 29)। यिप्ताह ने परमेश्वर पर विश्वास
के साथ उन लोगों का कुशल नेतृत्व किया, और उन्हें एक बड़ी विजय दिलवाई। बाइबल के नए
नियम में इब्रानियों में दिए गए विश्वास के नायकों में एक नाम यिप्ताह का भी है (इब्रानियों
11:32)।
बहुत बार परमेश्वर अपने कार्य को करवाने के
लिए बिलकुल अनपेक्षित लोगों को चुन लेता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि हम
कहाँ से हैं, यहाँ तक कैसे पहुंचे हैं, हमने क्या कुछ किया अथवा नहीं किया है। जिस
एक बात का फर्क पड़ता है वह है कि हम परमेश्वर की बुलाहट का क्या और कैसे प्रत्युत्तर
देते हैं। यदि हम परमेश्वर के प्रेम के प्रति विश्वासयोग्यता के साथ प्रत्युत्तर
देते हैं, तो वह हमें अपनी सामर्थ्य से भरकर बहुतायत से प्रयोग करता है। - टिम
गुस्ताफासन
परन्तु बहुतेरे
जो पहिले हैं, पिछले होंगे; और जो
पिछले हैं, पहिले होंगे। - मत्ती 19:30
बाइबल पाठ:
न्यायियों 11:1-8, 29
न्यायियों 11:1
यिप्तह नाम गिलादी बड़ा शूरवीर था, और वह वेश्या का बेटा था;
और गिलाद से यिप्तह उत्पन्न हुआ था।
न्यायियों 11:2
गिलाद की स्त्री के भी बेटे उत्पन्न हुए; और जब वे बड़े हो
गए तब यिप्तह को यह कहकर निकाल दिया, कि तू तो पराई स्त्री
का बेटा है; इस कारण हमारे पिता के घराने में कोई भाग न
पाएगा।
न्यायियों 11:3
तब यिप्तह अपने भाइयों के पास से भागकर तोब देश में रहने लगा; और यिप्तह के पास लुच्चे मनुष्य इकट्ठे हो गए; और
उसके संग फिरने लगे।
न्यायियों 11:4
और कुछ दिनों के बाद अम्मोनी इस्राएल से लड़ने लगे।
न्यायियों 11:5
जब अम्मोनी इस्राएल से लड़ते थे, तब गिलाद के वृद्ध लोग
यिप्तह को तोब देश से ले आने को गए;
न्यायियों 11:6
और यिप्तह से कहा, चलकर हमारा प्रधान हो जा, कि हम अम्मोनियों से लड़ सकें।
न्यायियों 11:7
यिप्तह ने गिलाद के वृद्ध लोगों से कहा, क्या तुम ने मुझ से
बैर कर के मुझे मेरे पिता के घर से निकाल न दिया था? फिर अब
संकट में पड़कर मेरे पास क्यों आए हो?
न्यायियों 11:8
गिलाद के वृद्ध लोगों ने यिप्तह से कहा, इस कारण हम अब तेरी
ओर फिरे हैं, कि तू हमारे संग चलकर अम्मोनियों से लड़े;
तब तू हमारी ओर से गिलाद के सब निवासियों का प्रधान ठहरेगा।
न्यायियों 11:29
तब यहोवा का आत्मा यिप्तह में समा गया, और वह गिलाद और मनश्शे
से हो कर गिलाद के मिस्पे में आया, और गिलाद के मिस्पे से हो
कर अम्मोनियों की ओर चला।
एक साल में
बाइबल:
- 2 शमुएल 3-5
- लूका 14:25-35