ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

रविवार, 4 अगस्त 2019

प्रशिक्षण



      लंबी दूरी के दौड़ के लिए मेरा प्रशिक्षण ठीक नहीं चल रहा था, और हाल ही की मेरी दौड़ बहुत निराशाजनक रही थी। आधे समय तक तो मैं बस चलता ही रहा, और एक समय तो मुझे रुक कर बैठना और विश्राम भी करना पड़ा। मुझे लगा मानों कि मैं एक छोटी-जाँच में अनुतीर्ण रहा हूँ। फिर मुझे ध्यान आया कि प्रशिक्षण का उद्देश ही यह है – कोई जाँच में सफल होना नहीं, और न ही कोई स्थान प्राप्त करना। वरन मेरी सहन-शक्ति सुधरने के लिए बारंबार इसी प्रक्रिया से होकर निकलते रहना।

      संभव है कि आप किसी परिक्षा का सामना कर रहे हों और उसमें अपने प्रदर्शन को लेकर असंतुष्ट हों। परमेश्वर हमें इन परीक्षाओं के समयों से होकर निकलने देता है जिससे हम अपने आत्मिक जीवन और सहनशक्ति में और अधिक मज़बूत तथा दृढ़ हो सकें। वह हमें प्रशिक्षित करता है कि हम और भी अधिक उस पर निर्भर करना, पवित्रता के लिए शुद्ध होना, तथा मसीह यीशु की समानता में बढ़ने वाले हो सकें।

      इसलिए इसमें कोई विस्मय की बात नहीं है कि परमेश्वर के वचन बाइबल में हम पाते हैं कि भजनकार ने परमेश्वर की आराधना की, परमेश्वर के लोगों – इस्राएलियों के दासत्व और निर्वासन में दुःख उठाने में आग और पानी से होकर निकालने के द्वारा परिशुद्ध किए जाने के लिए (भजन 66:10-12)। उस संपूर्ण प्रक्रिया में न केवल परमेश्वर ने उनकी रक्षा की वरन उन्हें एक बहुतायत के स्थान में लेकर भी आया, और ऐसा करते समय उन्हें विशुद्ध भी किया।

      हम जब परीक्षाओं से होकर निकलें, तो अपने बल और दृढ़ बने रहने के लिए परमेश्वर पर निर्भर रहें। वह हमारे कठिन समयों और अनुभवों द्वारा हमें शुद्ध कर रहा है, अपनी उपयोगिता के लिए प्रशिक्षित कर रहा है। - लेस्ली कोह


विश्वास का परखा जाना विश्वास के दृढ़ किए जाने का समय भी हो सकता है।

हे प्रियों, जो दुख रूपी अग्‍नि तुम्हारे परखने के लिये तुम में भड़की है, इस से यह समझ कर अचम्भा न करो कि कोई अनोखी बात तुम पर बीत रही है। पर जैसे जैसे मसीह के दुखों में सहभागी होते हो, आनन्द करो, जिस से उसकी महिमा के प्रगट होते समय भी तुम आनन्‍दित और मगन हो। - 1 पतरस 4:12-13

बाइबल पाठ: भजन 66:8-12
Psalms 66:8 हे देश देश के लोगो, हमारे परमेश्वर को धन्य कहो, और उसकी स्तुति में राग उठाओ,
Psalms 66:9 जो हम को जीवित रखता है; और हमारे पांव को टलने नहीं देता।
Psalms 66:10 क्योंकि हे परमेश्वर तू ने हम को जांचा; तू ने हमें चान्दी के समान ताया था।
Psalms 66:11 तू ने हम को जाल में फंसाया; और हमारी कटि पर भारी बोझ बान्धा था;
Psalms 66:12 तू ने घुड़चढ़ों को हमारे सिरों के ऊपर से चलाया, हम आग और जल से हो कर गए; परन्तु तू ने हम को उबार के सुख से भर दिया है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 66-67
  • रोमियों 7