ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

रविवार, 8 दिसंबर 2013

रेखाचित्र


   प्रसिद्ध लेखक सी. एस. लुइस द्वारा लिखित एक पुस्तक, The Weight of Glory में एक महिला की कहानी है जिसे किसी अपराध के लिए एक कालकोठरी में डाला गया और अपने इस कालकोठरी के प्रवास के समय उसने एक पुत्र को जन्म दिया। उसका वह पुत्र भी उसके साथ ही कालकोठरी में ही रहते हुए बड़ा हुआ। क्योंकि उस कोठरी के बाहर का कोई दृश्य उन्हें नहीं दिखता था इसलिए बाहर की दुनिया के बारे में वह बालक कुछ नहीं जानता था। बाहर की दुनिया की बातों की जानकारी देने के लिए उसकी माँ पेंसिल से कुछ रेखाचित्र बना बना कर उसे उनके बारे में समझाने लगी। कारावास की सज़ा का समय पूरा करके जब माँ और बेटे के कालकोठरी से निकल कर बाहर की दुनिया में जाने का समय आया तब ही वह बालक वास्तविक दुनिया को देख सका, लेकिन माँ के बनाए रेखाचित्रों ने उसे उस वास्तविक दुनिया की बातों और वस्तुओं को समझने में बहुत सहायता करी।

   कुछ इसी प्रकार पाप के अन्धकार में पड़े और पाप के प्रभाव से बिगड़े हुए संसार में परमेश्वर का वचन बाइबल हमें परमेश्वर के सिद्ध स्थान, स्वर्ग का चित्रण करके बताती है। जब हम मसीही विश्वासी इस संसार के अपने समय को पूरा कर के अपने परमेश्वर पिता के पास स्वर्ग में जाएंगे तब ही उसकी वास्तविक सुन्दरता को देख और जान सकेंगे, लेकिन उस स्थान का एक सीमित रेखाचित्र आज हमारे सामने बाइबल द्वारा दिखाया जाता है। प्रेरित पौलुस ने भी इस बात को समझा, और वह इस संदर्भ में लिखता है: "अब हमें दर्पण में धुंधला सा दिखाई देता है; परन्तु उस समय आमने साम्हने देखेंगे, इस समय मेरा ज्ञान अधूरा है; परन्तु उस समय ऐसी पूरी रीति से पहिचानूंगा, जैसा मैं पहिचाना गया हूं" (1 कुरिन्थियों 13:12)। इस "धुंधले" और "अधूरे" से रेखाचित्र में भी पौलुस ने वह अद्भुत सुन्दरता और विलक्षण सामर्थ देखी कि उस आती महिमा को पाने के लिए वह संसार से मिलने वाला हर सताव और क्लेष सहने को तैयार हो गया; वह लिखता है: "क्योंकि मैं समझता हूं, कि इस समय के दु:ख और क्लेष उस महिमा के साम्हने, जो हम पर प्रगट होने वाली है, कुछ भी नहीं हैं" (रोमियों 8:18)।

   स्वर्ग की महिमा, विलक्षणता और वर्णन से बाहर सुन्दरता के बारे में हमारे वर्तमान विचार वहां के बारे में बने किसी रेखाचित्र के समान ही हैं। हमारा और जगत का उद्धारकर्ता प्रभु यीशु हमारे लिए वहाँ स्थान तैयार कर रहा है (यूहन्ना 14:1-3) और वह समय आने वाला है जब वह अपने लोगों को उस तैयार स्थान में ले जाएगा; ज़रा विचार कीजिए, जब पाप के कारण बिगड़ी यह सृष्टि इतनी सुन्दर और अद्भुत हो सकती है, तो वह सिद्ध स्वर्ग कैसा अद्भुत और सुन्दर होगा! हम मसीही विश्वासियों के पास यह अडिग और अटल आशा है कि हमारा सर्वोत्तम तो अभी आना शेष है। - डेनिस फिशर


अभी हम अपने प्रभु को बाइबल में देखते हैं; वह समय आता है जब प्रत्यक्ष देखेंगे।

तुम्हारा मन व्याकुल न हो, तुम परमेश्वर पर विश्वास रखते हो मुझ पर भी विश्वास रखो। मेरे पिता के घर में बहुत से रहने के स्थान हैं, यदि न होते, तो मैं तुम से कह देता क्योंकि मैं तुम्हारे लिये जगह तैयार करने जाता हूं। और यदि मैं जा कर तुम्हारे लिये जगह तैयार करूं, तो फिर आकर तुम्हें अपने यहां ले जाऊंगा, कि जहां मैं रहूं वहां तुम भी रहो। - यूहन्ना 14:1-3

बाइबल पाठ: 1 कुरिन्थियों 13:8-12
1 Corinthians 13:8 प्रेम कभी टलता नहीं; भविष्यद्वाणियां हों, तो समाप्‍त हो जाएंगी, भाषाएं हो तो जाती रहेंगी; ज्ञान हो, तो मिट जाएगा। 
1 Corinthians 13:9 क्योंकि हमारा ज्ञान अधूरा है, और हमारी भविष्यद्वाणी अधूरी। 
1 Corinthians 13:10 परन्तु जब सवर्सिद्ध आएगा, तो अधूरा मिट जाएगा। 
1 Corinthians 13:11 जब मैं बालक था, तो मैं बालकों की नाईं बोलता था, बालकों का सा मन था बालकों की सी समझ थी; परन्तु सियाना हो गया, तो बालकों की बातें छोड़ दी। 
1 Corinthians 13:12 अब हमें दर्पण में धुंधला सा दिखाई देता है; परन्तु उस समय आमने साम्हने देखेंगे, इस समय मेरा ज्ञान अधूरा है; परन्तु उस समय ऐसी पूरी रीति से पहिचानूंगा, जैसा मैं पहिचाना गया हूं।

एक साल में बाइबल: 
  • दानिय्येल 8-10 
  • 3 यूहन्ना