ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

रविवार, 11 दिसंबर 2016

राज्य


   मैं अपनी सहेली के साथ एक प्राकृतिक विहार घूमने के लिए गई। आयोजकों ने वहाँ पाए जाने वाले जीव-जन्तुओं को लोगों को देखने और उनके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए रखा हुआ था। मेरी सहेली के छोटे बच्चे ने वहाँ काँच के डब्बे में बन्द करके रखे गए मोटे से साँप को देखकर उस काँच के डिब्बे को हाथ से थपथपाया, और वह साँप जो मेरी बाँह के बराबर मोटा था, धीरे से सरकता हुआ दूसरी ओर खिसक गया। यद्यपि मैं भली-भांति जानती था कि वह साँप उस डिब्बे के बाहर नहीं आ सकता है, तो भी उस खतरनाक जन्तु को एक छोटे बच्चे के इतना समीप देखकर मैं सिहर उठी, मेरे रोंगटे खड़े हो गए।

   परमेश्वर का वचन बाइबल, एक ऐसे समय के बारे में बताती है जब खतरनाक और घातक जानवर भी एक दूसरे के लिए और हम मनुष्यों के लिए कोई खतरा नहीं रहेंगे: "तब भेडिय़ा भेड़ के बच्चे के संग रहा करेगा, और चीता बकरी के बच्चे के साथ बैठा रहेगा, और बछड़ा और जवान सिंह और पाला पोसा हुआ बैल तीनों इकट्ठे रहेंगे, और एक छोटा लड़का उनकी अगुवाई करेगा। गाय और रीछनी मिलकर चरेंगी, और उनके बच्चे इकट्ठे बैठेंगे; और सिंह बैल की नाईं भूसा खाया करेगा। दूधपिउवा बच्चा करैत के बिल पर खेलेगा, और दूध छुड़ाया हुआ लड़का नाग के बिल में हाथ डालेगा" (यशायाह 11:6-8)। संसार मे रहने वाले सभी प्राणी पूर्ण शांति और सामंजस्य का अनुभव करेंगे।

   प्रभु सब के साथ रहने के लिए सुरक्षित वातावरण स्थापित, कर के देगा जब वह अपनी बुद्धिमता, सामर्थ और ज्ञान से संसार को बहाल कर देगा। उस समय वह धार्मिकता तथा खराई से संसार का न्याय करेगा (यशायाह 11:4), और सभी उसकी महानता का अंगीकार करेंगे: "...पृथ्वी यहोवा के ज्ञान से ऐसी भर जाएगी जैसा जल समुद्र में भरा रहता है" (यशायाह 11:9)।

   हम पाप और बुराई के कारण टूटे और बिगड़े हुए संसार में रहते हैं। अन्याय, मनमुटाव, भय, पीड़ा आदि हमारे व्यावाहरिक दैनिक जीवन के वास्तविक अंग हैं। लेकिन एक दिन परमेश्वर सब कुछ बदल देगा, और "परन्तु तुम्हारे लिये जो मेरे नाम का भय मानते हो, धर्म का सूर्य उदय होगा, और उसकी किरणों के द्वारा तुम चंगे हो जाओगे; और तुम निकल कर पाले हुए बछड़ों की नाईं कूदोगे और फांदोगे" (मलाकी 4:2)। वह प्रभु यीशु के धार्मिकता के अनन्त राज्य का समय होगा। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


अन्तिम न्याय को उस न्यायी परमेश्वर के हाथों में छोड़ दें।

फिर मैं ने सिंहासन में से किसी को ऊंचे शब्द से यह कहते सुना, कि देख, परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है; वह उन के साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर आप उन के साथ रहेगा; और उन का परमेश्वर होगा। और वह उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा; और इस के बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहिली बातें जाती रहीं। - प्रकाशितवाक्य 21:3-4

बाइबल पाठ: यशायाह 11:1-9
Isaiah 11:1 तब यिशै के ठूंठ में से एक डाली फूट निकलेगी और उसकी जड़ में से एक शाखा निकल कर फलवन्त होगी। 
Isaiah 11:2 और यहोवा की आत्मा, बुद्धि और समझ की आत्मा, युक्ति और पराक्रम की आत्मा, और ज्ञान और यहोवा के भय की आत्मा उस पर ठहरी रहेगी। 
Isaiah 11:3 ओर उसको यहोवा का भय सुगन्ध सा भाएगा।। वह मुंह देखा न्याय न करेगा और न अपने कानों के सुनने के अनुसार निर्णय करेगा; 
Isaiah 11:4 परन्तु वह कंगालों का न्याय धर्म से, और पृथ्वी के नम्र लोगों का निर्णय खराई से करेगा; और वह पृथ्वी को अपने वचन के सोंटे से मारेगा, और अपने फूंक के झोंके से दुष्ट को मिटा डालेगा। 
Isaiah 11:5 उसकी कटि का फेंटा धर्म और उसकी कमर का फेंटा सच्चाई होगी।
Isaiah 11:6 तब भेडिय़ा भेड़ के बच्चे के संग रहा करेगा, और चीता बकरी के बच्चे के साथ बैठा रहेगा, और बछड़ा और जवान सिंह और पाला पोसा हुआ बैल तीनों इकट्ठे रहेंगे, और एक छोटा लड़का उनकी अगुवाई करेगा। 
Isaiah 11:7 गाय और रीछनी मिलकर चरेंगी, और उनके बच्चे इकट्ठे बैठेंगे; और सिंह बैल की नाईं भूसा खाया करेगा। 
Isaiah 11:8 दूधपिउवा बच्चा करैत के बिल पर खेलेगा, और दूध छुड़ाया हुआ लड़का नाग के बिल में हाथ डालेगा। 
Isaiah 11:9 मेरे सारे पवित्र पर्वत पर न तो कोई दु:ख देगा और न हानि करेगा; क्योंकि पृथ्वी यहोवा के ज्ञान से ऐसी भर जाएगी जैसा जल समुद्र में भरा रहता है।

एक साल में बाइबल: 
  • होशे 5-8
  • प्रकाशितवाक्य 2