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मंगलवार, 10 सितंबर 2013

पहुनाई

   सितंबर 11, 2001 को अमेरिका के न्यू-यॉर्क शहर में हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिकी हवाई क्षेत्र को सभी उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया और अमेरिका की ओर आ रही सभी उड़ानों को निर्देश दिए गए कि वे अपने निकटतम हवाई अड्डे पर उतर जाएं। अमेरिका की उत्तरी सीमा के निकट कैनाडा के न्यूफाउन्डलैंड प्रांत के एक छोटे से शहर गैन्डर में 40 वायुयान उतारे गए और उन वायुयानों से उतरने वाले हज़ारों यात्रियों के कारण गैन्डर की जनसंख्या अनेपक्षित रूप से थोड़े ही समय में लगभग दोगुनी हो गई। वे यात्री भयभीत थे, भविष्य के लिए अनिश्चित और चिंतित थे। गैन्डर के निवासियों ने अपने घर उन लोगों के लिए खोल दिए, अधिकारियों ने वहाँ के हाई-स्कूल, लॉज, चर्च, सामाजिक भवनों आदि सभी उपलब्ध स्थानों को उन यात्रियों के लिए रहने के स्थान बना दिया। वे सभी यात्री गैन्डर के लोगों के इस प्रेम, मित्रवता और उदारता से अभिभूत हो गए।

   जिस प्रेम को गैन्डर के लोगों ने प्रदर्शित किया वह परमेश्वर के वचन बाइबल में इब्रानियों 13:2 के अनुसार है: "पहुनाई करना न भूलना, क्योंकि इस के द्वारा कितनों ने अनजाने स्‍वर्गदूतों की पहुनाई की है।" संभवतः इस पद का संकेत इस्त्राएल के प्राचीन पितामह अब्राहम की ओर है। अब्राहम ने एक समय यात्रा कर रहे तीन अनजान पुरुषों को अपने डेरे में आमंत्रित करके उनकी पहुनाई करी थी; वह उस समय निर्वंश था, और परमेश्वर से सन्तान की प्रार्थना में था। अब्राहम नहीं जानता था कि जिन पुरुषों को उसने आमंत्रित किया है उन तीन पुरुषों में से दो स्वर्गदूत और एक परमेश्वर स्वयं था, और वे उसे उसके आने वाले वंश के विषय में बताने आए थे (उत्पत्ति 18:1-16)। बाइबल शिक्षक और टीकाकार एफ. एफ. ब्रूस ने अब्राहम के संबंध में लिखा, "यहूदियों में अब्राहम अपने अद्भुत आतिथ्य के लिए उतना ही प्रसिद्ध है जितना अपने अन्य गुणों के लिए। अब्राहम के वंशज को भी अपने मूल पिता के समान ही अतिथि-सत्कार करने वाला होना चाहिए।"

   मसीही विश्वासियों के लिए परमेश्वर के प्रति अपने प्रेम को प्रदर्शित करने का एक मार्ग है भले कार्यों, पहुनाई और अनुकंपा जैसे सदगुणों को अपने दैनिक व्यावाहरिक जीवन में जी कर दिखाना। क्या आज आप इन सदगुणों को अपने जीवन में प्रदर्शित करने को तैयार हैं? - एनी सेटास


मसीही विश्वास का जीवन मसीह के प्रेम को अपने जीवन से दिखाता है।

वरन अपने शत्रुओं से प्रेम रखो, और भलाई करो: और फिर पाने की आस न रखकर उधार दो; और तुम्हारे लिये बड़ा फल होगा; और तुम परमप्रधान के सन्तान ठहरोगे, क्योंकि वह उन पर जो धन्यवाद नहीं करते और बुरों पर भी कृपालु है। जैसा तुम्हारा पिता दयावन्‍त है, वैसे ही तुम भी दयावन्‍त बनो। - लूका 6:35-36

बाइबल पाठ: इब्रानियों 13:1-6
Hebrews 13:1 भाईचारे की प्रीति बनी रहे।
Hebrews 13:2 पहुनाई करना न भूलना, क्योंकि इस के द्वारा कितनों ने अनजाने स्‍वर्गदूतों की पहुनाई की है।
Hebrews 13:3 कैदियों की ऐसी सुधि लो, कि मानो उन के साथ तुम भी कैद हो; और जिन के साथ बुरा बर्ताव किया जाता है, उन की भी यह समझकर सुधि लिया करो, कि हमारी भी देह है।
Hebrews 13:4 विवाह सब में आदर की बात समझी जाए, और बिछौना निष्‍कलंक रहे; क्योंकि परमेश्वर व्यभिचारियों, और परस्त्रीगामियों का न्याय करेगा।
Hebrews 13:5 तुम्हारा स्‍वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा।
Hebrews 13:6 इसलिये हम बेधड़क हो कर कहते हैं, कि प्रभु, मेरा सहायक है; मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 8-9 
  • 2 कुरिन्थियों 3