अमेरिका की सबसे अधिक जानी-पहचानी छवियों में
से एक है दक्षिणी कैलिफोर्निया में लगा HOLLYWOOD (हॉलीवुड) चिन्ह। सैलानियों के
लिए हॉलीवुड के निकट की पहाड़ी पर लगे उस चिन्ह को देखने से चूकना कठिन है। सँसार भर
से लोग इस चमक-धमक से भरे शहर की चकाचौंध, वहाँ के मार्ग में सीमेंट में सिनेमा
स्टारों के पैरों के निशान देखने कि लिए आते हैं, और उन्हें आशा रहती है कि संभवतः
वे मार्ग में चलते हुए किसी सिनेमा स्टार की एक झलक देखने पाएँगे।
हॉलीवुड की पहाड़ियों में ही लगा किन्तु कम चर्चित
एक और चिन्ह भी है “हॉलीवुड पिलग्रिमेज मेमोरियल मॉन्यूमेंट”, जो अनन्त महत्व का
एक बहुत ही जाने पहचाने चिन्ह के द्वारा है – एक 32 फुट ऊँचा क्रूस जो पहाड़ी से शहर
की ओर रुख किए हुए है। वह क्रूस वहाँ क्रिस्टीन वेदारिल स्टीवेंसन की यादगार में
लगाया गया है, जो एक धनी उत्तराधिकारी थीं और जिन्होंने 1920 में पिलग्रिमेज थयेटर
की स्थापना की थी, जिसे आज जौन एनसन फोर्ड थयेटर के नाम से जाना जाता है। उसी
स्थान पर मसीह यीशु के बारे में नाटक, ‘द पिलग्रिमेज प्ले’ का मंचन होता था।
ये दोनों चिन्ह एक रोचक तुलना सामने रखते हैं।
सिनेमा, अच्छा या बुरा, जैसा भी हो, आता-जाता ही रहेगा। सिनेमा की मनोरंजन के
क्षमता, उसके कलाकारों का योगदान, और उसके विषय का समसामयिक होना सदा अस्थायी ही
रहेगा।
परन्तु प्रभु यीशु मसीह का क्रूस हमें इतिहास
की वास्तविकता के एक ऐसे नाटक का स्मरण करवाता है जो अपने प्रयोजन तथा महत्व में
अनन्त है। मसीह यीशु का कार्य हमारे प्रेमी परमेश्वर पिता की कहानी है जो हम पापी
मनुष्यों को पाप से छुड़ाने के लिए हमारे पीछे-पीछे आता है, और हमें सेंट-मेंत में अपनी
क्षमा का दान देने की पेशकश करता है। प्रभु के पुनरुत्थान ने मृत्यु को सदा के लिए
हरा दिया और हम सबके लिए अनन्त काल का प्रभाव छोड़ा है। प्रभु यीशु के जीवन और
मृत्यु तथा मृतकों में से पुनरुत्थान के इस उच्च स्तरीय नाटक की वास्ताविकता की जड़ें
इतिहास में जमी हुई है। प्रभु यीशु का क्रूस कभी अपने अर्थ और सामर्थ्य को नहीं
खोएगा। - डेनिस फिशर
क्रूस
का अर्थ समझने के लिए आपको उसे जानना होगा जो उस पर बलिदान हुआ।
पर
ऐसा न हो,
कि मैं और किसी बात का घमण्ड करूं, केवल
हमारे प्रभु यीशु मसीह के क्रूस का जिस के द्वारा संसार मेरी दृष्टि में और मैं
संसार की दृष्टि में क्रूस पर चढ़ाया गया हूं। - गलतियों 6:14
बाइबल
पाठ: 1 कुरिन्थियों 1:18-31
1
Corinthians 1:18 क्योंकि क्रूस की कथा नाश होने वालों के निकट
मूर्खता है, परन्तु हम उद्धार पाने वालों के निकट परमेश्वर
की सामर्थ है।
1
Corinthians 1:19 क्योंकि लिखा है, कि मैं
ज्ञानवानों के ज्ञान को नाश करूंगा, और समझदारों की समझ को
तुच्छ कर दूंगा।
1 Corinthians
1:20 कहां रहा ज्ञानवान? कहां रहा शास्त्री?
कहां इस संसार का विवादी? क्या परमेश्वर ने
संसार के ज्ञान को मूर्खता नहीं ठहराया?
1
Corinthians 1:21 क्योंकि जब परमेश्वर के ज्ञान के अनुसार संसार ने
ज्ञान से परमेश्वर को न जाना तो परमेश्वर को यह अच्छा लगा, कि
इस प्रचार की मूर्खता के द्वारा विश्वास करने वालों को उद्धार दे।
1
Corinthians 1:22 यहूदी तो चिन्ह चाहते हैं, और
यूनानी ज्ञान की खोज में हैं।
1
Corinthians 1:23 परन्तु हम तो उस क्रूस पर चढ़ाए हुए मसीह का
प्रचार करते हैं जो यहूदियों के निकट ठोकर का कारण, और
अन्यजातियों के निकट मूर्खता है।
1
Corinthians 1:24 परन्तु जो बुलाए हुए हैं क्या यहूदी, क्या यूनानी, उन के निकट मसीह परमेश्वर की सामर्थ,
और परमेश्वर का ज्ञान है।
1
Corinthians 1:25 क्योंकि परमेश्वर की मूर्खता मनुष्यों के ज्ञान से
ज्ञानवान है; और परमेश्वर की निर्बलता मनुष्यों के बल से
बहुत बलवान है।
1
Corinthians 1:26 हे भाइयो, अपने बुलाए जाने
को तो सोचो, कि न शरीर के अनुसार बहुत ज्ञानवान, और न बहुत सामर्थी, और न बहुत कुलीन बुलाए गए।
1
Corinthians 1:27 परन्तु परमेश्वर ने जगत के मूर्खों को चुन लिया है,
कि ज्ञान वालों को लज्ज़ित करे; और परमेश्वर
ने जगत के निर्बलों को चुन लिया है, कि बलवानों को लज्ज़ित
करे।
1
Corinthians 1:28 और परमेश्वर ने जगत के नीचों और तुच्छों को,
वरन जो हैं भी नहीं उन को भी चुन लिया, कि
उन्हें जो हैं, व्यर्थ ठहराए।
1 Corinthians
1:29 ताकि कोई प्राणी परमेश्वर के साम्हने घमण्ड न करने पाए।
1
Corinthians 1:30 परन्तु उसी की ओर से तुम मसीह यीशु में हो,
जो परमेश्वर की ओर से हमारे लिये ज्ञान ठहरा अर्थात धर्म, और पवित्रता, और छुटकारा।
1
Corinthians 1:31 ताकि जैसा लिखा है, वैसा ही
हो, कि जो घमण्ड करे वह प्रभु में घमण्ड करे।
एक
साल में बाइबल:
- 1 शमूएल 4-6
- लूका 9:1-17