जे
बफ्टन ने अपने कमरे को प्रकाशस्तंभ बना दिया था। बावन वर्ष का वह पति, हाई-स्कूल
का अध्यापक, और खेल प्रशिक्षक, कैंसर से पीड़ित था और मर रहा था; परन्तु उसका कमरा,
कमरा संख्या 5020, मित्रों, परिवार जनों, और अस्पताल के कर्मचारियों के लिए आशा का
ज्योति-स्तंभ बन गया था। उसके आनन्दित रहने वाले रवैये और प्रभु यीशु मसीह में दृढ़
विश्वास के कारण, अस्पताल के नर्सें भी जे के इलाज के लिए उसके साथ लगाई जाने की
इच्छा रखती थीं। कुछ तो अपना कार्य समाप्त होने के बाद उससे मिलने आती थीं।
यद्यपि
उसका कभी सबल रहने वाला शरीर अब दुर्बल होता जा रहा था, फिर भी वह सब का अभिनन्दन
मुस्कराहट और प्रोत्साहन के साथ किया करता था। एक मित्र ने कहा, “मैं जब भी जे के
पास जाता था, वह उत्साहित, सकारात्मक, और आशा से भरा हुआ रहता था। कैंसर और मृत्यु
का प्रत्यक्ष सामना करते हुए भी, वह अपने मसीही विश्वास को जी कर दिखा रहा था।
जे
के अंतिम संस्कार के समय, एक वक्ता ने ध्यान दिलाया कि उसके कमरे की संख्या 5020
का विशेष महत्व था। उसने बताया कि परमेश्वर के वचन बाइबल की पहली पुस्तक, उत्पत्ति
50:20 में, यूसुफ अपने भाईयो को संबोधित करते समय कहता है कि यद्यपि उन्होंने उसे
दासत्व में बेच दिया था, परन्तु परमेश्वर ने उनके बुरे कार्य को भी भले के लिए
प्रयोग कर लिया जिससे बहुतेरों के प्राणों की रक्षा हो सकी। कैंसर जे के जीवन में नाश
करने के लिए घुस आया, परन्तु परमेश्वर के हाथों में सब कुछ छोड़कर और इसमें भी
परमेश्वर की योजना का ध्यान करने के द्वारा, जे कह सका कि “परमेश्वर ने इसे भी
भलाई के लिए प्रयोग किया।” इसीलिए जे कैंसर के द्वारा होने वाले नाश को भी प्रभु
यीशु मसीह के बारे में औरों को बताने के लिए प्रयोग कर सका।
यह
कितनी अद्भुत गवाही है; मृत्यु द्वार पर दस्तक दे रही है, परन्तु प्रभु यीशु में
विश्वास न केवल अडिग बना हुआ है वरन औरों को प्रोत्साहित कर रहा है, औरों को प्रभु
की ओर आकर्षित कर रहा है। हमारे भले और विश्वासयोग्य परमेश्वर में भरोसे तथा उसकी
भलाइयों की यह एक महान साक्षी है। - डेव ब्रैनन
परमेश्वर के अनुग्रह से हम अपने सबसे बुरे
समय में भी अपनी सर्वोत्तम साक्षी प्रस्तुत कर सकते हैं।
देखो, हम धीरज धरने
वालों को धन्य कहते हैं: तुम ने अय्यूब के धीरज के विषय में तो सुना ही है,
और प्रभु की ओर से जो उसका प्रतिफल हुआ उसे भी जान लिया है, जिस से प्रभु की अत्यन्त करूणा और दया प्रगट होती है। - याकूब 5:11
बाइबल पाठ: उत्पत्ति 50:15-20
Genesis 50:15 जब यूसुफ के भाइयों ने देखा
कि हमारा पिता मर गया है, तब कहने लगे, कदाचित यूसुफ अब हमारे पीछे पड़े, और जितनी बुराई हम
ने उस से की थी सब का पूरा पलटा हम से ले।
Genesis 50:16 इसलिये उन्होंने यूसुफ के
पास यह कहला भेजा, कि तेरे पिता ने मरने से पहिले हमें यह
आज्ञा दी थी,
Genesis 50:17 कि तुम लोग यूसुफ से इस
प्रकार कहना, कि हम बिनती करते हैं, कि
तू अपने भाइयों के अपराध और पाप को क्षमा कर; हम ने तुझ से
बुराई तो की थी, पर अब अपने पिता के परमेश्वर के दासों का
अपराध क्षमा कर। उनकी ये बातें सुनकर यूसुफ रो पड़ा।
Genesis 50:18 और उसके भाई आप भी जाकर उसके
साम्हने गिर पड़े, और कहा, देख, हम तेरे दास हैं।
Genesis 50:19 यूसुफ ने उन से कहा, मत डरो, क्या मैं परमेश्वर की जगह पर हूं?
Genesis 50:20 यद्यपि तुम लोगों ने मेरे
लिये बुराई का विचार किया था; परन्तु परमेश्वर ने उसी बात
में भलाई का विचार किया, जिस से वह ऐसा करे, जैसा आज के दिन प्रगट है, कि बहुत से लोगों के प्राण
बचे हैं।
एक साल में बाइबल:
- यशायाह 47-49
- 1 थिस्सलुनीकियों 4