परमेश्वर के वचन बाइबल के पुराने नियम खण्ड के
प्रमुख ऐतिहासिक कार्यों में से अंतिम कार्यों का एज्रा और नहेम्याह की पुस्तकों में
वर्णन दिया गया है, जब परमेश्वर ने इस्राएलियों को बंधुआई से लौट कर वापस आने और
यरूशलेम के पुनःनिर्माण करने तथा वहाँ बस जाने के योग्य किया। दाऊद का नगर पुनः
यहूदी परिवारों से भर गया, एक नया मंदिर बनाया गया, शहरपनाह की मरम्मत की गई।
बाइबल के पुराने नियम के ऐतिहासिक क्रम में,
इस पुनर्स्थापन तथा पुनर्निर्माण के बाद, मलाकी की पुस्तक आती है। मलाकी
भविष्यद्वक्ता संभवतः नहेम्याह का समकालीन था, और उसकी पुस्तक के साथ पुराने नियम
का पटाक्षेप होता है। ध्यान कीजिए कि मलाकी की पुस्तक का आरंभ कैसे होता है – परमेश्वर
इस्राएलियों के सामने उनके प्रति अपने प्रेम की बात कहता है, “यहोवा यह कहता है, मैं ने तुम से प्रेम किया है...”, और
तुरंत ही वे इस्राएली प्रत्युत्तर में परमेश्वर से कहते हैं, “...तू ने किस बात
में हम से प्रेम किया है?...” (मलाकी
1:2)।
कितनी विचित्र है यह बात। उन इस्राएलियों का
इतिहास इस बात का प्रमाण था कि परमेश्वर ने सैंकड़ों वर्षों से उनकी बातों और
अनाज्ञाकारिता को बहुत सहन किया था, उसके प्रति उनके विमुख होने के बावजूद
परमेश्वर उनकी देखभाल करता आया था उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करता आया था, उन्हें
सुरक्षा प्रदान करता आया था। उन लोगों ने बारंबार परमेश्वर के लौकिक एवं अलौकिक कार्यों
को देखा तथा अनुभव किया था, परन्तु फिर भी अब वह परमेश्वर के प्रेम के प्रति
प्रश्न उठा रहे थे। मलाकी की पुस्तक जैसे जैसे आगे बढ़ती है, मलाकी लोगों को उनकी
अविश्वासयोग्यता के बारे में, परमेश्वर के प्रति व्यवहार के उनके ऐतिहासिक नमूने
के बारे में स्मरण करवाता है (पद 6-8) – वे परमेश्वर के प्रावधानों पर निर्भर थे,
फिर भी थोड़े ही समय में उसके अनाज्ञाकारी हो जाते थे, जिसके लिए स्मरण दिलाने के
बावजूद न सुधरने पर परमेश्वर को उन्हें अनुशासित करना पड़ता था, तब वे परमेश्वर की
ओर लौटते और थोड़े समय बाद यही चक्र दोबारा आरंभ हो जाता था।
परन्तु अब एक नई व्यवस्था का समय आ रहा था,
जिसके विषय मलाकी 4:5-6 में संकेत दिया गया है। जगत के अन्त और न्याय से पहले मसीहा
आने वाला था। आते समय में परमेश्वर के उस उद्धारकर्ता की आशा था जो अपने प्रेम में
होकर एक ही बार सारे जगत के पापों के लिए अपने आप को बलिदान करेगा, सारे सँसार के
सभी लोगों के लिए मुक्ति और उद्धार, परमेश्वर के साथ मिल-मिलाप तथा संगति का मार्ग
बनाकर देगा।
वह मसीहा आ गया – प्रभु यीशु मसीह; वह अद्भुत
प्रेम जो मलाकी में भविष्य की आशा था, अब आज हमारे लिए यथार्थ है, उपलब्ध है! अपने
अनन्त उज्जवल भविष्य के लिए उसके इस अद्भुत प्रेम पर संदेह नहीं विश्वास कीजिए,
उसे थाम लीजिए। - डेव ब्रैनन
जो
प्रभु यीशु में विश्वास लाते हैं, वे अनन्त जीवन के वारिस हैं।
क्योंकि
परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो,
परन्तु अनन्त जीवन पाए। - यूहन्ना 3:16
बाइबल
पाठ: मलाकी 1:1-10; 4:5-6
Malachi 1:1 मलाकी के द्वारा इस्राएल के विषय में कहा हुआ यहोवा का भारी वचन।
Malachi 1:2 यहोवा यह कहता है, मैं ने तुम से प्रेम किया है,
परन्तु तुम पूछते हो, तू ने किस बात में हम से
प्रेम किया है? यहोवा की यह वाणी है, क्या
ऐसाव याकूब का भाई न था?
Malachi 1:3 तौभी मैं ने याकूब से प्रेम किया परन्तु ऐसाव को अप्रिय जान कर उसके
पहाड़ों को उजाड़ डाला, और उसकी बपौती को जंगल के गीदड़ों का
कर दिया है।
Malachi 1:4 एदोम कहता है, हमारा देश उजड़ गया है, परन्तु हम खण्डहरों को फिर कर बसाएंगे; सेनाओं का
यहोवा यों कहता है, यदि वे बनाए भी, परन्तु
मैं ढा दूंगा; उनका नाम दुष्ट जाति पड़ेगा, और वे ऐसे लोग कहलाएंगे जिन पर यहोवा सदैव क्रोधित रहे।
Malachi 1:5 तुम्हारी आंखे इसे देखेंगी, और तुम कहोगे,
यहोवा का प्रताप इस्राएल के सिवाने की परली ओर भी बढ़ता जाए।
Malachi 1:6 पुत्र पिता का, और दास स्वामी का आदर करता है।
यदि मैं पिता हूं, तो मेरा आदर मानना कहां है? और यदि मैं स्वामी हूं, तो मेरा भय मानना कहां?
सेनाओं का यहोवा, तुम याजकों से भी जो मेरे
नाम का अपमान करते हो यही बात पूछता है। परन्तु तुम पूछते हो, हम ने किस बात में तेरे नाम का अपमान किया है? तुम
मेरी वेदी पर अशुद्ध भोजन चढ़ाते हो।
Malachi 1:7 तौभी तुम पूछते हो कि हम किस बात में तुझे अशुद्ध ठहराते हैं? इस बात में भी, कि तुम कहते हो, यहोवा की मेज तुच्छ है।
Malachi 1:8 जब तुम अन्धे पशु को बलि करने के लिये समीप ले आते हो तो क्या यह बुरा
नहीं? और जब तुम लंगड़े वा रोगी पशु को ले आते हो, तो क्या यह बुरा नहीं? अपने हाकिम के पास ऐसी भेंट
ले आओ; क्या वह तुम से प्रसन्न होगा वा तुम पर अनुग्रह करेगा?
सेनाओं के यहोवा का यही वचन है।
Malachi 1:9 और अब मैं तुम से कहता हूं, ईश्वर से प्रार्थना
करो कि वह हम लोगों पर अनुग्रह करे। यह तुम्हारे हाथ से हुआ है; तब क्या तुम समझते हो कि परमेश्वर तुम में से किसी का पक्ष करेगा? सेनाओं के यहोवा का यही वचन है।
Malachi 1:10 भला होता कि तुम में से कोई मन्दिर के किवाड़ों को बन्द करता कि तुम
मेरी वेदी पर व्यर्थ आग जलाने न पाते! सेनाओं के यहोवा का यह वचन है, मैं तुम से कदापि प्रसन्न नहीं हूं, और न तुम्हारे
हाथ से भेंट ग्रहण करूंगा।
Malachi 4:5 देखो, यहोवा के उस बड़े और भयानक दिन के आने से
पहिले, मैं तुम्हारे पास एलिय्याह नबी को भेजूंगा।
Malachi 4:6 और वह माता पिता के मन को उनके पुत्रों की ओर, और
पुत्रों के मन को उनके माता-पिता की ओर फेरेगा; ऐसा न हो कि
मैं आकर पृथ्वी को सत्यानाश करूं।
एक
साल में बाइबल:
- 1 राजा 3-5
- लूका 20:1-26