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मंगलवार, 26 नवंबर 2019

जानता



      जब अपने चर्च में डेनीस की मुलाक़ात एक दुखी युवती से हुई तो उसके हृदय में उसके लिए भावनाएं उठीं, और डेनीस ने सोचा कि मैं उसकी सहायता करने का प्रयास करूंगी। प्रति सप्ताह वह उसके साथ प्रार्थना करने और उसे परामर्श देने के लिए समय लगाती; डेनीस उसकी सलाहकार, मार्गदर्शिका बन गई। परन्तु चर्च के कुछ अगुवों का ध्यान डेनीस के इस कार्य की और नहीं गया, और उन्होंने उस युवती को परामर्श देने और सहायता करने के लिए एक चर्च कर्मचारी को नियुक्त कर दिया; इस टिप्पणी के साथ कि कोई उस युवती पर ध्यान नहीं दे रहा था।

      यद्यपि डेनीस अपने कार्य के लिए किसी ख्याति की चाह में तो नहीं थी, परन्तु उसे कुछ निराशा अवश्य हुई। उसने मुझे बताया कि उसे लगा कि “यह ऐसा था, मानो मैं कुछ कर ही नहीं रही थी।” परन्तु एक दिन उस युवती ने डेनीस को बताया कि वह डेनीस से उसे मिली सांत्वना एवं सहायता के लिए बहुत धन्यवादी है। यह सुनकर डेनीस को प्रोत्साहन मिला। उसे ऐसा लगा जैसे परमेश्वर उस से कह रहा है, “मैं जानता हूँ कि तुम उसकी सहायता और सांत्वना के लिए उसके साथ हो।” डेनीस अभी भी उस युवती के साथ नियमित मिलती है।

      कभी-कभी, जब हमारे प्रयासों की कोई पहचान या सराहना नहीं होती है, तो हमें निराशा होती है। परन्तु पवित्र शास्त्र हमें स्मरण करवाता है कि हम जो भी करते हैं, परमेश्वर वह सब कुछ जानता है; उसे वह भी पता होता है जो अन्य किसी को पता नहीं होता है। जब हम उसके नाम में होकर औरों की सेवा करते हैं, किसी मनुष्य से प्रशंसा पाने के लिए नहीं, वरन बस उसके लिए, तो यह परमेश्वर को प्रसन्न करता है।

      इसीलिए परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु ने हमें यह कहा है कि हम अपने दान गुप्त में दें, ताकि हमें प्रतिफल परमेश्वर पिता से मिले (मत्ती 6:4)। हमें किसी की भी ओर ख्याति अथवा प्रशंसा पाने के लिए देखने की आवश्यकता नहीं है। हम इस बात से संतुष्ट रह सकते हैं कि जब हम उसकी तथा उसके नाम में औरों की सेवा करते हैं, तब हमारा परमेश्वर पिता उसे जानता है। - लेस्ली कोह

परमेश्वर सब कुछ देखता और जानता है।

हे यहोवा, तू ने मुझे जांच कर जान लिया है। तू मेरा उठना बैठना जानता है; और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता है। - भजन 139:1-2

बाइबल पाठ: मत्ती 6: 1-4
Matthew 6:1 सावधान रहो! तुम मनुष्यों को दिखाने के लिये अपने धर्म के काम न करो, नहीं तो अपने स्‍वर्गीय पिता से कुछ भी फल न पाओगे।
Matthew 6:2 इसलिये जब तू दान करे, तो अपने आगे तुरही न बजवा, जैसा कपटी, सभाओं और गलियों में करते हैं, ताकि लोग उन की बड़ाई करें, मैं तुम से सच कहता हूं, कि वे अपना फल पा चुके।
Matthew 6:3 परन्तु जब तू दान करे, तो जो तेरा दाहिना हाथ करता है, उसे तेरा बांया हाथ न जानने पाए।
Matthew 6:4 ताकि तेरा दान गुप्‍त रहे; और तब तेरा पिता जो गुप्‍त में देखता है, तुझे प्रतिफल देगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 27-29
  • 1 पतरस 3