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बुधवार, 25 दिसंबर 2013

यही समय है


   हमारे चर्च के क्रिसमस उत्सव मनाने के समय मैं देख रही थी कि कैसे स्तुतिगीतों में चर्च की अगुवाई करने वाला समूहगान दल चर्च में सामने की ओर जमा होकर अपने आप को व्यवस्थित कर रहा था, उनका संचालन करने वाला संगीत निर्देशक गीत की पुस्तक को मंच पर ठीक से रखकर खोल रहा था। फिर संगीत वादकों ने धुन आरंभ करी और गाने वालों ने एक बहुत जाना पहचाना गीत "Come, now is the time to worship" (आओ, आराधना का यही समय है) गाना आरंभ कर दिया।

   मेरी आशा थी कि इस दिन क्रिसमस के किसी गीत से उपासना आरंभ होगी, लेकिन थोड़े से विचार करने के बाद मैं इस गीत की उपयुक्तता के बारे में सोच कर मुस्कराने लगी। उस सप्ताह के आरंभ से मैं परमेश्वर के वचन बाइबल में लूका रचित सुसमाचार में प्रभु यीशु के जन्म के विवरण को पढ़ रही थी, और मैंने ध्यान दिया कि उस प्रथम क्रिसमस के समय ना तो आज जैसी कोई सजावट थी ना कोई पार्टी थी, ना उपहार थे और ना ही कोई दावत सजी थी, बस एक चीज़ थी - आराधना।

   जब स्वर्गदूत ने, अपने भेड़ों की झुण्ड की रखवाली कर रहे आश्चर्यचकित चरवाहों को, प्रभु यीशु के जन्म का समाचार सुनाया "तब एकाएक उस स्वर्गदूत के साथ स्‍वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्‍तुति करते हुए और यह कहते दिखाई दिया। कि आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शान्‍ति हो" (लूका 2:13-14)। वे चरवाहे तुरन्त बैतलेहम को गए जहाँ उन्होंने स्वर्गदूतों द्वारा दिए गए समाचार के अनुसार ही उस नवजात राजा को एक गौशाला में चरनी में लेटा हुआ पाया, "और गड़ेरिये जैसा उन से कहा गया था, वैसा ही सब सुनकर और देखकर परमेश्वर की महिमा और स्‍तुति करते हुए लौट गए" (लूका 2:20)। जगत के उद्धरकर्ता के दर्शन करने से चरवाहे परमेश्वर की आराधना, उसकी महिमा और स्तुति करने को प्रेरित हुए।

   आज आपका प्रभु यीशु के पृथ्वी पर संसार के उद्धार के लिए आने के समाचार के प्रति क्या प्रत्युत्तर है? क्या आप संसार के समान मौज-मस्ती, खाने-पीने, पार्टी करने, उपहार लेने-देने में लगे हैं, या आपके हृदय से उसकी आराधना उमड़ रही है, आप प्रभु यीशु के कृतज्ञ और ध्न्यवादी हैं कि उसने आपके पापों के लिए स्वर्ग की महिमा छोड़कर संसार में आना स्वीकार किया, आपके पापों के दण्ड को अपने ऊपर लेकर आपके स्थान पर मरना स्वीकार किया। यही समय है प्रभु यीशु के आगमन के उद्देश्य को समझने और उसके प्रति सही प्रत्युत्तर देने का। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


स्वर्गीय संगीत और आराधना पृथ्वी पर उतर आई जब स्वर्ग का राजा संसार के उद्धार के लिए धरती पर उतर आया।

...आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शान्‍ति हो। - लूका 2:14

बाइबल पाठ: लूका 2:8-20
Luke 2:8 और उस देश में कितने गड़ेरिये थे, जो रात को मैदान में रहकर अपने झुण्ड का पहरा देते थे। 
Luke 2:9 और प्रभु का एक दूत उन के पास आ खड़ा हुआ; और प्रभु का तेज उन के चारों ओर चमका, और वे बहुत डर गए। 
Luke 2:10 तब स्वर्गदूत ने उन से कहा, मत डरो; क्योंकि देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिये होगा। 
Luke 2:11 कि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है। 
Luke 2:12 और इस का तुम्हारे लिये यह पता है, कि तुम एक बालक को कपड़े में लिपटा हुआ और चरनी में पड़ा पाओगे। 
Luke 2:13 तब एकाएक उस स्वर्गदूत के साथ स्‍वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्‍तुति करते हुए और यह कहते दिखाई दिया। 
Luke 2:14 कि आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शान्‍ति हो।
Luke 2:15 जब स्वर्गदूत उन के पास से स्वर्ग को चले गए, तो गड़ेरियों ने आपस में कहा, आओ, हम बैतलहम जा कर यह बात जो हुई है, और जिसे प्रभु ने हमें बताया है, देखें। 
Luke 2:16 और उन्होंने तुरन्त जा कर मरियम और यूसुफ को और चरनी में उस बालक को पड़ा देखा। 
Luke 2:17 इन्हें देखकर उन्होंने वह बात जो इस बालक के विषय में उन से कही गई थी, प्रगट की। 
Luke 2:18 और सब सुनने वालों ने उन बातों से जो गड़िरयों ने उन से कहीं आश्चर्य किया। 
Luke 2:19 परन्तु मरियम ये सब बातें अपने मन में रखकर सोचती रही। 
Luke 2:20 और गड़ेरिये जैसा उन से कहा गया था, वैसा ही सब सुनकर और देखकर परमेश्वर की महिमा और स्‍तुति करते हुए लौट गए।

एक साल में बाइबल: 
  • सपन्याह 1-3 
  • प्रकाशितवाक्य 16