ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शनिवार, 15 जुलाई 2017

परिवर्तित हृदय


   अफ्रीकी देश घाना में 1970 के दशक में, दीवारों तथा सार्वजनिक सूचना पटलों पर, एक पोस्टर दिखाई देना आरंभ हुआ - "मनुष्य का हृदय"। इस पोस्टर में दो तस्वीरें थीं; पहली में एक बहुत अप्रसन्न और दुःखी मनुष्य था जिसके हृदय में बुराई और घृणित बातों के चिन्ह, अनेकों प्रकार के रेंगने वाले जन्तु भरे हुए थे। दूसरी तस्वीर थी एक बहुत प्रसन्न और शान्त मनुष्य और उसके हृदय की जो बिलकुल स्वच्छ था। इन दोनों तस्वीरो के नीचे एक प्रश्न लिखा हुआ था, "आपके हृदय की दशा क्या है?"

   परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु ने बताया है कि मनुष्य किस से दूषित होता है: "पर जो कुछ मुंह से निकलता है, वह मन से निकलता है, और वही मनुष्य को अशुद्ध करता है। क्योंकि कुचिन्‍ता, हत्या, परस्त्रीगमन, व्यभिचार, चोरी, झूठी गवाही और निन्‍दा मन ही से निकलतीं है" (मत्ती 15:18-19); यह उस मनुष्य के हृदय की दशा है जो परमेश्वर से दूर है। भविष्यद्वक्ता यहेजकेल के दिनों में इस्त्राएलियों की भी यही दशा थी, और उनके पापों के कारण विवश होकर उन्हें देश छोड़कर जाना पड़ा (यहेजकेल 36:23)।

   परन्तु पाप में फंसे और पाप के कारण विस्थापित हुए उन लोगों से परमेश्वर ने एक अद्भुत प्रतिज्ञा की: "मैं तुम को नया मन दूंगा, और तुम्हारे भीतर नई आत्मा उत्पन्न करूंगा; और तुम्हारी देह में से पत्थर का हृदय निकाल कर तुम को मांस का हृदय दूंगा" (यहेजकेल 36:26)। परमेश्वर की यही प्रतिज्ञा आज प्रभु यीशु मसीह में होकर सारे संसार के सभी लोगों के लिए भी उपलब्ध है। जब हम अपने पापों को मानकर प्रभु यीशु से उनके लिए क्षमा माँगते हैं, अपना जीवन स्वेच्छा से उसे समर्पित करते हैं तो पाप से भरे हमारे हृदय को वह धोकर शुद्ध और स्वच्छ करता है, उसे पाप से अपनी ओर परिवर्तित करता है। परमेश्वर का कोटि-कोटि धन्यवाद हो उसकी क्षमा और उद्धार के इस अद्भुत उपहार के लिए। - लॉरेंस दरमानी


जीवन के नए आरंभ के लिए, परमेश्वर से एक नया हृदय माँगें।

भला, मनुष्य मन के भले भण्‍डार से भली बातें निकालता है; और बुरा मनुष्य बुरे भण्‍डार से बुरी बातें निकालता है। - मत्ती 12:35

बाइबल पाठ: यहेजकेल 36:18-31
Ezekiel 36:18 सो जो हत्या उन्होंने देश में की, और देश को अपनी मूरतों के द्वारा अशुद्ध किया, इसके कारण मैं ने उन पर अपनी जलजलाहट भड़काई। 
Ezekiel 36:19 और मैं ने उन्हें जाति-जाति में तितर-बितर किया, और वे देश देश में छितर गए; उनके चालचलन और कामों के अनुसार मैं ने उन को दण्ड दिया। 
Ezekiel 36:20 परन्तु जब वे उन जातियों में पहुंचे जिन में वे पहुंचाए गए, तब उन्होंने मेरे पवित्र नाम को अपवित्र ठहराया, क्योंकि लोग उनके विषय में यह कहने लगे, ये यहोवा की प्रजा हैं, परन्तु उसके देश से निकाले गए हैं। 
Ezekiel 36:21 परन्तु मैं ने अपने पवित्र नाम की सुधि ली, जिसे इस्राएल के घराने ने उन जातियों के बीच अपवित्र ठहराया था, जहां वे गए थे। 
Ezekiel 36:22 इस कारण तू इस्राएल के घराने से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, हे इस्राएल के घराने, मैं इस को तुम्हारे निमित्त नहीं, परन्तु अपने पवित्र नाम के निमित्त करता हूँ जिसे तुम ने उन जातियों में अपवित्र ठहराया जहां तुम गए थे। 
Ezekiel 36:23 और मैं अपने बड़े नाम को पवित्र ठहराऊंगा, जो जातियों में अपवित्र ठहराया गया, जिसे तुम ने उनके बीच अपवित्र किया; और जब मैं उनकी दृष्टि में तुम्हारे बीच पवित्र ठहरूंगा, तब वे जातियां जान लेंगी कि मैं यहोवा हूँ, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है। 
Ezekiel 36:24 मैं तुम को जातियों में से ले लूंगा, और देशों में से इकट्ठा करूंगा; और तुम को तुम्हारे निज देश में पहुंचा दूंगा। 
Ezekiel 36:25 मैं तुम पर शुद्ध जल छिड़कूंगा, और तुम शुद्ध हो जाओगे; और मैं तुम को तुम्हारी सारी अशुद्धता और मूरतों से शुद्ध करूंगा। 
Ezekiel 36:26 मैं तुम को नया मन दूंगा, और तुम्हारे भीतर नई आत्मा उत्पन्न करूंगा; और तुम्हारी देह में से पत्थर का हृदय निकाल कर तुम को मांस का हृदय दूंगा। 
Ezekiel 36:27 और मैं अपना आत्मा तुम्हारे भीतर देकर ऐसा करूंगा कि तुम मेरी विधियों पर चलोगे और मेरे नियमों को मान कर उनके अनुसार करोगे। 
Ezekiel 36:28 तुम उस देश में बसोगे जो मैं ने तुम्हारे पितरों को दिया था; और तुम मेरी प्रजा ठहरोगे, और मैं तुम्हारा परमेश्वर ठहरूंगा। 
Ezekiel 36:29 और मैं तुम को तुम्हारी सारी अशुद्धता से छुड़ाऊंगा, और अन्न उपजने की आज्ञा देकर, उसे बढ़ाऊंगा और तुम्हारे बीच अकाल न डालूंगा। 
Ezekiel 36:30 मैं वृक्षों के फल और खेत की उपज बढ़ाऊंगा, कि जातियों में अकाल के कारण फिर तुम्हारी नामधराई न होगी। 
Ezekiel 36:31 तब तुम अपने बुरे चालचलन और अपने कामों को जो अच्छे नहीं थे, स्मरण कर के अपने अधर्म और घिनौने कामों के कारण अपने आप से घृणा करोगे।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 13-15
  • प्रेरितों 19:21-41