मेरे
मित्र फेसबुक पर कई प्रीतिकर वीडियो भेजते रहते हैं, जानवरों में अविश्वसनीय
दोस्ती और विश्वास के। अभी हाल में मैंने जो ऐसे वीडियो देखे उनमें पिल्ले और सूअर
की दोस्ती, एक हिरन और बिल्ली के साथ रहने, और एक मादा वनमानुष द्वारा बाघ के
शावकों की माँ के समान देखभाल करने के वीडियो सम्मिलित हैं।
जब
मैं जानवरों में इन हृदयस्पर्शी और असामान्य मित्रता को देखती हूँ तो मुझे
परमेश्वर के वचन बाइबल में अदन की वाटिका स्मरण हो आती है, जहां आदम और हव्वा एक
दूसरे तथा परमेश्वर के साथ संगति और सामंजस्य में रहते थे। और क्योंकि उस समय भोजन
के लिए वनस्पति का प्रयोग होता था (उत्पत्ति 1:30), इसलिए मुझे विश्वास है कि सभी
पशु भी आपस में शान्ति के साथ रहते होंगे। परन्तु यह सुखद स्थिति बदल गयी जब आदम
और हव्वा ने पाप किया (उत्पत्ति 3:21-23)। तब से मानवीय संबंधों तथा सृष्टि में हम
निरंतर संघर्ष और टकराव देखते हैं।
परन्तु
यशायाह भविष्यद्वकता हमें आश्वासन देता है कि एक दिन फिर ऐसी ही स्थिति वापस आ
जाएगी, “तब भेडिय़ा भेड़ के बच्चे के संग रहा करेगा, और चीता बकरी के बच्चे के साथ बैठा रहेगा, और बछड़ा
और जवान सिंह और पाला पोसा हुआ बैल तीनों इकट्ठे रहेंगे, और
एक छोटा लड़का उनकी अगुवाई करेगा” (यशायाह 11:6)। बहुत
से व्याख्याकर्ता उस आने वाले दिन की व्याख्या प्रभु यीशु के राज्य करने के लिए
आने के समय की करते हैं। जब प्रभु आएगा तो फिर कोई मतभेद भी नहीं रहेंगे, और प्रभु
के राज्य में, “वह उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा; और इस के बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहिली
बातें जाती रहीं” (प्रकाशितवाक्य 21:4)। उस नई की गयी
पृथ्वी पर सृष्टि अपने पहले स्वरूप में लौटा दी जाएगी और पृथ्वी के सभी जाति,
राष्ट्र, और भाषा के लोग साथ मिलकर परमेश्वर की आराधना करेंगे (प्रकाशितवाक्य
7:9-10; 22:1-5)।
वह
समय आने तक, परमेश्वर की सहयाता से हम अपने बिगड़े हुए संबंधों को ठीक कर सकते हैं,
और नए संबंध बना सकते हैं। - एलिसन कीडा
एक दिन परमेश्वर संसार में फिर से पूर्ण
शान्ति स्थापित कर देगा।
और फिर श्राप न होगा और परमेश्वर और मेम्ने
का सिंहासन उस नगर में होगा, और उसके दास उस की सेवा करेंगे।
- प्रकाशितवाक्य 22:3
बाइबल पाठ: यशायाह 11:1-10
Isaiah 11:1 तब यिशै के ठूंठ में से एक
डाली फूट निकलेगी और उसकी जड़ में से एक शाखा निकल कर फलवन्त होगी।
Isaiah 11:2 और यहोवा की आत्मा, बुद्धि और समझ की आत्मा, युक्ति और पराक्रम की आत्मा,
और ज्ञान और यहोवा के भय की आत्मा उस पर ठहरी रहेगी।
Isaiah 11:3 और उसको यहोवा का भय सुगन्ध सा
भाएगा।। वह मुंह देखा न्याय न करेगा और न अपने कानों के सुनने के अनुसार निर्णय
करेगा;
Isaiah 11:4 परन्तु वह कंगालों का न्याय
धर्म से, और पृथ्वी के नम्र लोगों का निर्णय खराई से करेगा;
और वह पृथ्वी को अपने वचन के सोंटे से मारेगा, और अपने फूंक के झोंके से दुष्ट को मिटा डालेगा।
Isaiah 11:5 उसकी कटि का फेंटा धर्म और उसकी
कमर का फेंटा सच्चाई होगी।
Isaiah 11:6 तब भेडिय़ा भेड़ के बच्चे के
संग रहा करेगा, और चीता बकरी के बच्चे के साथ बैठा रहेगा,
और बछड़ा और जवान सिंह और पाला पोसा हुआ बैल तीनों इकट्ठे रहेंगे,
और एक छोटा लड़का उनकी अगुवाई करेगा।
Isaiah 11:7 गाय और रीछनी मिलकर चरेंगी,
और उनके बच्चे इकट्ठे बैठेंगे; और सिंह बैल की
नाईं भूसा खाया करेगा।
Isaiah 11:8 दूधपिउवा बच्चा करैत के बिल पर
खेलेगा, और दूध छुड़ाया हुआ लड़का नाग के बिल में हाथ
डालेगा।
Isaiah 11:9 मेरे सारे पवित्र पर्वत पर न
तो कोई दु:ख देगा और न हानि करेगा; क्योंकि पृथ्वी यहोवा के
ज्ञान से ऐसी भर जाएगी जैसा जल समुद्र में भरा रहता है।
Isaiah 11:10 उस समय यिशै की जड़ देश देश
के लोगों के लिये एक झण्ड़ा होगी; सब राज्यों के लोग उसे
ढूंढ़ेंगें, और उसका विश्रामस्थान तेजोमय होगा।
एक साल में बाइबल:
- लैव्यवस्था 6-7
- मत्ती 25:1-30