मेरे बचपन की घटनाओं से संबंधित यादों में से एक है जो मेरे लिए बहुत विशिष्ट है। वह घटना मेरे के.जी. कक्षा की है, मेरी शिक्षिका ने मुझसे कुछ कहा, और मैंने पलट कर तुरंत उनसे कहा "शट अप" अर्थात उन्हें डांटते हुए बद्तमीज़ी से खामोश हो जाने को कहा। प्रत्युत्तर में मेरी शिक्षिका ने मुझ से कक्षा छोड़कर घर चले जाने के लिए कहा, इसलिए मैं उठा और स्कूल से कुछ ही दूर स्थित अपने घर की ओर चल दिया। घर के निकट आने पर मैंने देखा मेरी माँ बाहर बगीचे में फूल-पौधों की देख-रेख कर रही हैं, और मुझे अन्दर आते देख वे अवश्य प्रश्न करतीं। अब मुझे निर्णय लेना था कि मैं अपनी माँ की डाँट सुनूँ या शिक्षिका की। मैं पलट कर स्कूल लौट गया।
स्कूल पहुँचने पर मेरी शिक्षिका मुझे शौचालय ले गई और मेरे मुँह के अन्दर की गन्दगी साफ करने के लिए साबुन से मेरा मुँह अन्दर से धुलवाया, जो वास्तव में मेरे मन में मेरे बुरे व्यवहार का ’स्वाद’ बैठाने के लिए था। आज के समय में ऐसी अनुशासनात्मक कार्यवाही देखने को नहीं मिलती, किंतु यकीन कीजिए यह बहुत प्रभावी थी। तब से मैं दुसरों पर अपने शब्दों के प्रभाव और उनसे हो सकने वाली प्रतिक्रीया के लिए संवेदनशील तथा सचेत रहता हूँ।
क्योंकि हम मसीही विश्वासी परमेश्वर की सन्तान हैं, वह हमारे सकारात्मक विकास में सदा अपनी रुचि बनाए रखता है। हमारे इस विकास के लिए यदि कभी उसे हमें कुछ कष्टदायक अनुभवों से होकर निकलने देना पड़ता है, तो वह ऐसा भी करता है, इसलिए नहीं कि हमें कष्ट देने से वह प्रसन्न होता है, वरन इसलिए कि हम और बेहतर हो जाएं और हम में धर्म के प्रतिफल दिखाई दें (इब्रानियों 12:11)।
परमेश्वर की ताड़ना का प्रतिरोध ना करें, वरन इसके लिए उसका धन्यवाद करें कि वह सदा आपका भला ही चाहता है और आपके भले विकास के लिए कार्यरत रहता है। - जो स्टोवैल
परमेश्वर के सुधार हमारे जीवन की बेहतरी के लिए ही हैं।
और वर्तमान में हर प्रकार की ताड़ना आनन्द की नहीं, पर शोक ही की बात दिखाई पड़ती है, तौभी जो उसको सहते सहते पक्के हो गए हैं, पीछे उन्हें चैन के साथ धर्म का प्रतिफल मिलता है। - इब्रानियों 12:11
बाइबल पाठ: इब्रानियों 12:1-11
Hebrews 12:1 इस कारण जब कि गवाहों का ऐसा बड़ा बादल हम को घेरे हुए है, तो आओ, हर एक रोकने वाली वस्तु, और उलझाने वाले पाप को दूर कर के, वह दौड़ जिस में हमें दौड़ना है, धीरज से दौड़ें।
Hebrews 12:2 और विश्वास के कर्ता और सिद्ध करने वाले यीशु की ओर ताकते रहें; जिसने उस आनन्द के लिये जो उसके आगे धरा था, लज्ज़ा की कुछ चिन्ता न कर के, क्रूस का दुख सहा; और सिंहासन पर परमेश्वर के दाहिने जा बैठा।
Hebrews 12:3 इसलिये उस पर ध्यान करो, जिसने अपने विरोध में पापियों का इतना वाद-विवाद सह लिया कि तुम निराश हो कर हियाव न छोड़ दो।
Hebrews 12:4 तुम ने पाप से लड़ते हुए उस से ऐसी मुठभेड़ नहीं की, कि तुम्हारा लोहू बहा हो।
Hebrews 12:5 और तुम उस उपदेश को जो तुम को पुत्रों की नाईं दिया जाता है, भूल गए हो, कि हे मेरे पुत्र, प्रभु की ताड़ना को हलकी बात न जान, और जब वह तुझे घुड़के तो हियाव न छोड़।
Hebrews 12:6 क्योंकि प्रभु, जिस से प्रेम करता है, उस की ताड़ना भी करता है; और जिसे पुत्र बना लेता है, उसको कोड़े भी लगाता है।
Hebrews 12:7 तुम दुख को ताड़ना समझकर सह लो: परमेश्वर तुम्हें पुत्र जान कर तुम्हारे साथ बर्ताव करता है, वह कौन सा पुत्र है, जिस की ताड़ना पिता नहीं करता?
Hebrews 12:8 यदि वह ताड़ना जिस के भागी सब होते हैं, तुम्हारी नहीं हुई, तो तुम पुत्र नहीं, पर व्यभिचार की सन्तान ठहरे!
Hebrews 12:9 फिर जब कि हमारे शारीरिक पिता भी हमारी ताड़ना किया करते थे, तो क्या आत्माओं के पिता के और भी आधीन न रहें जिस से जीवित रहें।
Hebrews 12:10 वे तो अपनी अपनी समझ के अनुसार थोड़े दिनों के लिये ताड़ना करते थे, पर यह तो हमारे लाभ के लिये करता है, कि हम भी उस की पवित्रता के भागी हो जाएं।
Hebrews 12:11 और वर्तमान में हर प्रकार की ताड़ना आनन्द की नहीं, पर शोक ही की बात दिखाई पड़ती है, तौभी जो उसको सहते सहते पक्के हो गए हैं, पीछे उन्हें चैन के साथ धर्म का प्रतिफल मिलता है।
एक साल में बाइबल:
- 1 शमूएल 7-9
- लूका 9:18-36