मैंने
अपनी सहेली, एमिली, से, उसकी बेटी द्वारा अपने छोटे से हाथों में पकड़ी हुई कपड़े की
गुडिया की सराहना की, तो उसने मुझ से पूछा, “क्या तुम देखना चाहोगी कि उस गुड़िया
के अन्दर क्या है?” तुरंत ही कौतुहल के कारण मैंने कहा, “अवश्य।” एमिली ने उस
गुड़िया को लिया, घुमाकर उलटा किया, उसकी पीठ में लगी हुई ज़िप को खोला, और उसके
अन्दर से एक खज़ाना निकाला – एमिली की अपनी कपड़े की गुड़िया, जिसे वह दो दशक से भी
अधिक पहले, अपने बचपन में हर समय लिए रहती थी और जिससे वह बहुत प्रेम करती थी! वह
बाहरी गुड़िया तो एक ढाँचा मात्र थी, जिसे उसके अन्दर छिपी एमिली की गुड़िया बल और
रूप प्रदान करती थी।
परमेश्वर
के वचन बाइबल में पौलुस ने प्रभु यीशु मसीह के जीवन, मृत्यु, और पुनरुत्थान का
वर्णन एक खज़ाने के समान किया है, जिसे परमेश्वर के लोग अपनी कमज़ोर मानवता में लिए
फिरते हैं। जो प्रभु पर विश्वास करते हैं, उसे समर्पित रहते हैं, उन्हें यह खज़ाना
सामर्थी करता है कि वे जीवन की विषम और अप्रत्याशित परिस्थितियों में भी अपनी सेवा
को ज़ारी रख सकें। और जब वे ऐसा करते हैं, तो प्रभु की ज्योति – उसका जीवन – उनकी
मानवता के “दरारों” में से चमकता है, औरों को प्रकाशित करता है। पौलुस हम सभी को
प्रोत्साहित करता है कि हम हिम्मत न हारें (2 कुरिन्थियों 4:16), क्योंकि परमेश्वर
हमें उसका कार्य करने के लिए बलवन्त करता है।
उस
अन्दर की गुड़िया के समान, हमारे अन्दर बसा प्रभु यीशु के सुसमाचार का खज़ाना, हमें
इस जीवन के लिए मसीही स्वरूप, उद्देश्य और
संयम प्रदान करता है। जब हमारे अन्दर से परमेश्वर की सामर्थ्य चमकती है, तो वह
औरों को यह पूछने के लिए आमंत्रित करती है कि “अन्दर क्या है?” तब हम अपने हृदय को
खोल कर उन्हें दिखा सकते हैं कि हमारे अन्दर प्रभु यीशु मसीह से मिला उसका जीवनदायक
वचन और उसकी अटल प्रतिज्ञाएं हैं। - कर्स्टन होल्मबर्ग
सत्य का सुसमाचार परमेश्वर के लोगों के
टूटेपन में से होकर चमकता है।
क्योंकि यदि ये बातें तुम में वर्तमान रहें,
और बढ़ती जाएं, तो तुम्हें हमारे प्रभु यीशु
मसीह के पहचानने में निकम्मे और निष्फल न होने देंगी। - 2 पतरस 1:8
बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 4:7-18
2 Corinthians 4:7
परन्तु हमारे पास यह धन मिट्ठी के बरतनों में रखा है, कि यह
असीम सामर्थ हमारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर ही की ओर से
ठहरे।
2 Corinthians 4:8 हम
चारों ओर से क्लेश तो भोगते हैं, पर संकट में नहीं पड़ते;
निरूपाय तो हैं, पर निराश नहीं होते।
2 Corinthians 4:9
सताए तो जाते हैं; पर त्यागे नहीं जाते; गिराए तो जाते हैं, पर नाश नहीं होते।
2 Corinthians 4:10
हम यीशु की मृत्यु को अपनी देह में हर समय लिये फिरते हैं; कि
यीशु का जीवन भी हमारी देह में प्रगट हो।
2 Corinthians 4:11
क्योंकि हम जीते जी सर्वदा यीशु के कारण मृत्यु के हाथ में सौंपे जाते हैं कि यीशु
का जीवन भी हमारे मरनहार शरीर में प्रगट हो।
2 Corinthians 4:12
सो मृत्यु तो हम पर प्रभाव डालती है और जीवन तुम पर।
2 Corinthians 4:13
और इसलिये कि हम में वही विश्वास की आत्मा है, (जिस के विषय
मे लिखा है, कि मैं ने विश्वास किया, इसलिये
मैं बोला) सो हम भी विश्वास करते हैं, इसी लिये बोलते हैं।
2 Corinthians 4:14
क्योंकि हम जानते हैं, जिसने प्रभु यीशु को जिलाया, वही हमें भी यीशु में भागी जानकर जिलाएगा, और
तुम्हारे साथ अपने साम्हने उपस्थित करेगा।
2 Corinthians 4:15
क्योंकि सब वस्तुएं तुम्हारे लिये हैं, ताकि अनुग्रह बहुतों
के द्वारा अधिक हो कर परमेश्वर की महिमा के लिये धन्यवाद भी बढ़ाए।
2 Corinthians 4:16
इसलिये हम हियाव नहीं छोड़ते; यद्यपि हमारा बाहरी मनुष्यत्व
नाश भी होता जाता है, तौभी हमारा भीतरी मनुष्यत्व दिन
प्रतिदिन नया होता जाता है।
2 Corinthians 4:17
क्योंकि हमारा पल भर का हल्का सा क्लेश हमारे लिये बहुत ही महत्वपूर्ण और अनन्त
महिमा उत्पन्न करता जाता है।
2 Corinthians 4:18
और हम तो देखी हुई वस्तुओं को नहीं परन्तु अनदेखी वस्तुओं को देखते रहते हैं,
क्योंकि देखी हुई वस्तुएं थोड़े ही दिन की हैं, परन्तु अनदेखी वस्तुएं सदा बनी रहती हैं।
एक साल में बाइबल:
- उत्पत्ति 27-28
- मत्ती 8:18-34