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रविवार, 4 जुलाई 2021

हर बात

 

          मैंने मनमौजी ढंग से चित्रित किए गए और बच्चों के लिए तैयार किए गए परमेश्वर के वचन बाइबल की उस प्रति को खोला और अपने पोते के लिए उसे पढ़ना आरंभ किया। हम तुरंत ही उसके लेख में लिखे गए परमेश्वर के प्रेम और प्रावधानों के वर्णन को पढ़कर रोमांचित हो उठे। मैंने उस बाइबल को पलटकर उसकी जिल्द के सामने के भाग को देखा, और एक बार फिर उसके शीर्षक को पढ़ा – शीर्षक था “द जीसस स्टोरी बुक बाइबल: एवरी स्टोरी व्हिस्पर्स हिज़ नेम (यीशु की कहानी वाली बाइबल: प्रत्येक कहानी उसका नाम बताती है)” – बाइबल की हर बात हमारे उद्धारकर्ता प्रभु परमेश्वर के बारे में बताती है।

          सच कहें तो कभी-कभी बाइबल की कुछ बातें, विशेषकर पुराने नियम की, समझना कठिन होता है। ऐसा क्यों है कि जो परमेश्वर को जानते और मानते भी नहीं है वे कई बार परमेश्वर के लोगों पर जयवंत और हावी रहते हैं? परमेश्वर इतनी क्रूरता को कैसे होने देता है जबकि हम जानते हैं कि उसका चरित्र परिशुद्ध है और उसके उद्देश्य हमारी भलाई के लिए हैं?

          अपने पुनरुत्थान के पश्चात प्रभु यीशु अपने दो शिष्यों से मिला, जो इम्माऊस के मार्ग जा रहे थे, और अपने आशा किए हुए मसीहा की मृत्यु हो जाने की निराशा के साथ संघर्ष कर रहे थे, और उन्होंने प्रभु को नहीं पहचाना (लूका 24:19-24)। उन्हें आशा थी कि “...यही इस्राएल को छुटकारा देगा...” (लूका 24:21)। लूका फिर दर्ज करता है कि प्रभु यीशु ने उन्हें किस प्रकार आश्वस्त किया और,तब उसने मूसा से और सब भविष्यद्वक्ताओं से आरम्भ कर के सारे पवित्र शास्त्रों में से, अपने विषय में की बातों का अर्थ, उन्हें समझा दिया” (लूका 24:27)।

          बाइबल की हर बात प्रभु के बारे में बताती है, समझने में कठिन बातें भी। बाइबल हमारे संसार का पापों के कारण टूटा हुआ होने और संसार को एक उद्धारकर्ता की आवश्यकता के बारे में बताती है। बाइबल में दर्ज हर कार्य, हर घटना, हर हस्तक्षेप हमें उद्धारकर्ता प्रभु परमेश्वर के गुणों, चरित्र, कार्यों के बारे में बताता है। कैसे परमेश्वर ने अपने लोगों के छुटकारे के लिए योजना बनाई, कार्यान्वित की, और आज लोगों को उनके पापों से छुड़ा रहा है। बाइबल की हर बात उद्धारकर्ता की ओर संकेत करती है। - एलिसा मॉर्गन

 

हे प्रभु मैं आपकी पुस्तक में से आपके बारे में प्रतिदिन सीखता रहूं।


हर एक पवित्र शास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धर्म की शिक्षा के लिये लाभदायक है। - 2 तीमुथियुस 3:16

बाइबल पाठ: लूका 24:17-27

लूका 24:17 उसने उन से पूछा; ये क्या बातें हैं, जो तुम चलते चलते आपस में करते हो? वे उदास से खड़े रह गए।

लूका 24:18 यह सुनकर, उनमें से क्‍लियुपास नाम एक व्यक्ति ने कहा; क्या तू यरूशलेम में अकेला परदेशी है; जो नहीं जानता, कि इन दिनों में उस में क्या क्या हुआ है?

लूका 24:19 उसने उन से पूछा; कौन सी बातें? उन्होंने उस से कहा; यीशु नासरी के विषय में जो परमेश्वर और सब लोगों के निकट काम और वचन में सामर्थी भविष्यद्वक्ता था।

लूका 24:20 और महायाजकों और हमारे सरदारों ने उसे पकड़वा दिया, कि उस पर मृत्यु की आज्ञा दी जाए; और उसे क्रूस पर चढ़वाया।

लूका 24:21 परन्तु हमें आशा थी, कि यही इस्राएल को छुटकारा देगा, और इन सब बातों के सिवाय इस घटना को हुए तीसरा दिन है।

लूका 24:22 और हम में से कई स्त्रियों ने भी हमें आश्चर्य में डाल दिया है, जो भोर को कब्र पर गई थीं।

लूका 24:23 और जब उस की लोथ न पाई, तो यह कहती हुई आईं, कि हम ने स्‍वर्गदूतों का दर्शन पाया, जिन्होंने कहा कि वह जीवित है।

लूका 24:24 तब हमारे साथियों में से कई एक कब्र पर गए, और जैसा स्त्रियों ने कहा था, वैसा ही पाया; परन्तु उसको न देखा।

 

एक साल में बाइबल: 

  • अय्यूब 28-29
  • प्रेरितों 13:1-25