रूत परदेशी थी, विधवा थी, निर्धन थी। सँसार के
अनेकों स्थानों पर आज भी उसे नाचीज़, वह जिसके भविष्य में कोई आशा नहीं थी, समझा
जाता ।
किन्तु रूत को उसके दिवंगत पति के एक कुटुम्बी,
बोआज, की कृपादृष्टि प्राप्त हुई। बोआज संपन्न था, खेतों का स्वामी था; और रूत को
उसी के खेतों में से नीचे गिरा हुआ अनाज बीनने की अनुमति मिली हुई थी। उसकी कृपादृष्टि
के लिए रूत ने बोआज से पूछा, “...क्या कारण है कि तू ने मुझ परदेशिन पर अनुग्रह
की दृष्टि कर के मेरी सुधि ली है?” (रूत
2:10)।
बोआज ने, जिसने रूत पर कृपादृष्टि की थी, उसे
सच्चाई से उत्तर दिया – उसने रूत द्वारा अपनी सास नाओमी के साथ किए गए भले व्यवहार
के बारे में, और कैसे रूत ने अपने लोगों और देश को छोड़कर, नाओमी के साथ रहने और
उसके परमेश्वर को अपना परमेश्वर मानने के निर्णय के बारे में सुना था। बोआज ने
प्रार्थना की कि परमेश्वर रूत को आशीष दे। बाद में जब रूत का कुटुम्बी छुड़ानेवाला
होने के नाते बोआज ने रूत से विवाह किया, तो वह रूत की प्रार्थना के उत्तर का एक
भाग और उसे सुरक्षा प्रदान करने वाला भी बन गया।
रूत के समान, हम भी परमेश्वर से दूर, और
परदेशी थे। हम भी अचरज कर सकते हैं कि हमारे इतना अयोग्य होने के बावजूद क्यों
परमेश्वर ने हम से प्रेम करने का निर्णय लिया? उत्तर हम में नहीं है, परन्तु
परमेश्वर के चरित्र में है: “परन्तु परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति
से प्रगट करता है,
कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिये मरा”
(रोमियों 5:8)। प्रभु यीशु मसीह हमारा मुक्तिदाता बन गया है। हम जब उसके पास अपने
पापों के लिए पश्चाताप और उसके प्रति समर्पण तथा पापों के लिए क्षमा याचना के साथ
आते हैं, वह हमें अनन्त काल के लिए अपनी सुरक्षा में ले लेता है। - कीला ओकोआ
अयोग्य
होने पर भी, परमेश्वर द्वारा दिखाए गए महान प्रेम के प्रति
कृतज्ञता ही आभारी हृदय
की प्रतिक्रया है।
प्रभु
यहोवा,
जो निकाले हुए इस्राएलियों को इकट्ठे करने वाला है, उसकी यह वाणी है कि जो इकट्ठे किए गए हैं उनके साथ मैं औरों को भी इकट्ठे
कर के मिला दूंगा। - यशायाह 56:8
बाइबल पाठ:
रूत 2:1-11
Ruth 2:1 नाओमी के पति एलीमेलेक के कुल में उसका एक बड़ा धनी कुटुम्बी था,
जिसका नाम बोअज था।
Ruth 2:2 और मोआबिन रूत ने नाओमी से कहा, मुझे किसी खेत
में जाने दे, कि जो मुझ पर अनुग्रह की दृष्टि करे, उसके पीछे पीछे मैं सिला बीनती जाऊं। उसने कहा, चली
जा, बेटी।
Ruth 2:3 सो वह जा कर एक खेत में लवने वालों के पीछे बीनने लगी, और जिस खेत में वह संयोग से गई थी वह एलीमेलेक के कुटुम्बी बोअज का था।
Ruth 2:4 और बोअज बेतलेहेम से आकर लवने वालों से कहने लगा, यहोवा तुम्हारे संग रहे, और वे उस से बोले, यहोवा तुझे आशीष दे।
Ruth 2:5 तब बोअज ने अपने उस सेवक से जो लवने वालों के ऊपर ठहराया गया था पूछा,
वह किस की कन्या है।
Ruth 2:6 जो सेवक लवने वालों के ऊपर ठहराया गया था उसने उत्तर दिया, वह मोआबिन कन्या है, जो नाओमी के संग मोआब देश से
लौट आई है।
Ruth 2:7 उसने कहा था, मुझे लवने वालों के पीछे पीछे
पूलों के बीच बीनने और बालें बटोरने दे। तो वह आई, और भोर से
अब तक यहीं है, केवल थोड़ी देर तक घर में रही थी।
Ruth 2:8 तब बोअज ने रूत से कहा, हे मेरी बेटी, क्या तू सुनती है? किसी दूसरे के खेत में बीनने को न
जाना, मेरी ही दासियों के संग यहीं रहना।
Ruth 2:9 जिस खेत को वे लवतीं हों उसी पर तेरा ध्यान बन्धा रहे, और उन्हीं के पीछे पीछे चला करना। क्या मैं ने जवानों को आज्ञा नहीं दी,
कि तुझ से न बोलें? और जब जब तुझे प्यास लगे,
तब तब तू बरतनों के पास जा कर जवानों का भरा हुआ पानी पीना।
Ruth 2:10 तब वह भूमि तक झुककर मुंह के बल गिरी, और उस से
कहने लगी, क्या कारण है कि तू ने मुझ परदेशिन पर अनुग्रह की
दृष्टि कर के मेरी सुधि ली है?
Ruth 2:11 बोअज ने उत्तर दिया, जो कुछ तू ने पति मरने के
पीछे अपनी सास से किया है, और तू किस रीति अपने माता पिता और
जन्मभूमि को छोड़कर ऐसे लोगों में आई है जिन को पहिले तू ने जानती थी, यह सब मुझे विस्तार के साथ बताया गया है।
एक साल में
बाइबल:
- 1 इतिहास 19-21
- यूहन्ना 8:1-27