मुझे
यह बिलकुल आशा नहीं थी कि एक दन्त-चिकित्सक के क्लिनिक में पिता के हृदय के बारे
में मैं एक गंभीर शिक्षा प्राप्त करूँगा – परन्तु मुझे वह शिक्षा वहाँ पर मिली।
मैं वहाँ अपने दस वर्षीय पुत्र के साथ गया था जिसका एक दूध का दांत गिर नहीं रहा
था, और उसके नीचे से पक्का दांत
बाहर आने का प्रयास कर रहा था। इसलिए उस दूध के दांत को निकलवाना ही था; और कोई रास्ता था ही नहीं।
मेरा
बेटा रोते हुए मुझ से विनती करता रहा, “पापा क्या कोई और तरीका नहीं हो सकता है? क्या हम कुछ दिन और रुक कर नहीं देख सकते हैं? पापा, प्लीज़, मैं इस दांत को निकलवाना नहीं चाहता हूँ!” उसका
रोना और कलपना देखकर मेरा हृदय बहुत द्रवित हुआ, मुझे बहुत दुःख हुआ,
परन्तु मैंने उससे कहा, “बेटा, इस
दांत को तो निकलवाना ही पड़ेगा। क्षमा करो, परन्तु और कोई मार्ग नहीं है।” और जब दन्त चिकित्सक उसका वह फंसा हुआ
दांत निकाल रहा था, और वह परेशान
होकर छटपटा रहा था, तब मैं उसके साथ
उसका हाथ पकड़े हुए खड़ा था, मेरी भी
आँखों में आँसू थे। मैं उसके दुःख को कम तो नहीं कर सकता था, किन्तु मैं उसके साथ खड़ा होकर उसे सांत्वना,
ढाढ़स, और साहस अवश्य प्रदान कर सकता था, जो मैं कर रहा था।
उस
समय मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में गतसमनी के बाग़ में प्रभु यीशु की परमेश्वर
पिता से प्रार्थना स्मरण हो आई, जब वह भी परमेश्वर पिता से विनती कर रहा था कि
क्या इस कार्य के लिए और कोई मार्ग नहीं हो सकता था। मुझे भी एहसास हुआ कि अपने प्रिय
पुत्र को उस पीड़ा में देखने के कारण, परमेश्वर पिता का हृदय भी कैसे टूटा होगा।
परन्तु उसके लोगों को बचाने के लिए परमेश्वर पिता के पास और कोई मार्ग नहीं था।
हमारे
जीवनों में हमें भी कुछ ऐसी पीड़ादायक परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, जिनसे बचने का हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं
होता है, जैसा कि मेरे पुत्र को सामना करना पड़ा। परन्तु प्रभु यीशु के द्वारा
हमारे लिए किए गए कार्य के द्वारा हमारे सबसे अंधकारपूर्ण समय में भी पिता
परमेश्वर की उपस्थिति हमारे साथ सदा बनी रहती है, हमें साहस और सांत्वना प्रदान
करती है। - एडम होल्ज़
परमेश्वर अपने बच्चों को न कभी छोड़ता है, और न कभी त्यागता है।
यीशु ने उन के पास आकर कहा, कि स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया
है। इसलिये तुम जा कर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता और पुत्र और
पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो। और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी
है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूं। - मत्ती 28:18-20
बाइबल पाठ: मत्ती 26:36-39
मत्ती 26:36 तब यीशु ने अपने चेलों के साथ गतसमनी
नाम एक स्थान में आया और अपने चेलों से कहने लगा कि यहीं बैठे रहना, जब तक कि मैं वहां जा कर प्रार्थना करूं।
मत्ती 26:37 और वह पतरस और जब्दी के दोनों
पुत्रों को साथ ले गया, और उदास और व्याकुल
होने लगा।
मत्ती 26:38 तब उसने उन से कहा; मेरा जी बहुत उदास है,
यहां तक कि मेरे प्राण निकला चाहते: तुम यहीं ठहरो, और मेरे साथ जागते रहो।
मत्ती 26:39 फिर वह थोड़ा और आगे बढ़कर मुंह
के बल गिरा, और यह प्रार्थना करने लगा, कि हे मेरे पिता, यदि हो सके, तो यह कटोरा मुझ
से टल जाए; तौभी जैसा मैं चाहता हूं
वैसा नहीं, परन्तु जैसा तू चाहता है
वैसा ही हो।
एक साल में बाइबल:
- यिर्मयाह 37-39
- इब्रानियों 3