ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

गुरुवार, 26 अक्टूबर 2017

हृदय में


   मैं डिजिटल पत्रिकाओं को पढ़ने की आदि होती जा रही हूँ, और ऐसा करना मुझे अच्छा भी लगता है क्योंकि इसके द्वारा मैं पेड़ों को कटने से बचाने में अपना थोड़ा सा योगदान दे रही हूँ। साथ ही मुझे अब उन पत्रिकाओं के डाक द्वारा आने की प्रतीक्षा भी नहीं करनी पड़ती है; छपते ही उनके डिजिटल संसकरण पढ़ने के लिए तुरंत उपलब्ध हो जाते हैं। परन्तु मैं छपी हुई पत्रिकाओं की कमी अवश्य अनुभव करती हूँ, क्योंकि मुझे उनके चिकने चमकदार पन्नों पर ऊँगलियाँ फेरना, और उन में से अपनी पसन्द के भोजन बनाने की विधियाँ काट कर संजोना अच्छा लगता है।

   मेरे पास डिजिटल पुस्तकों को पढ़ने के अपने उपकरण में बाइबल का डिजिटल संसकरण भी है। परन्तु अभी भी मेरी सबसे पसन्दीदा बाइबल, छपी हुई बाइबल ही है, जिसे मैंने कई बार पढ़ा है और जिसमें मैंने कई स्थानों पर रेखांकन भी किया हुआ है। हम छपे हुए पन्नों का भविष्य तो नहीं जानते हैं, परन्तु एक बात अवश्य जानते हैं: परमेश्वर के वचन बाइबल का सर्वोत्तम स्थान न तो हमारे सेल फोन, और न ही पढ़ने के डिजिटल उपकरण हैं; और न ही उसे हमारी बिस्तर के निकट की मेज़ पर या फिर पुस्तकों की अलमारी में होना चाहिए।

   बाइबल में ही हम उसके सर्वोत्तम स्थान के विषय लिखा हुआ पाते हैं - हमारे हृदयों में; भजनकार ने लिखा: "मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूं" (भजन 119:11)। किसी भी मनुष्य के लिए परमेश्वर के वचन पर मनन करने, परमेश्वर के बारे में और अधिक सीखने, उसके वचन को अपने व्यावाहरिक जीवन में अधिकाई से प्रयोग करते रहने से बढ़कर लाभदायक और कुछ नहीं है। इस जीवते, सच्चे, अटल और अपरिवर्त्नीय वचन का सर्वोत्तम स्थान हमारे हृदय की गहराईयाँ, हमारा प्राण, हमारी आत्मा है।

   हमारे पास बाइबल को न पढ़ने, उस पर मनन न करने, उसे स्मरण न करने, उसके अनुसार अपने जीवन को निर्देषित नहीं करने के अनेकों बहाने हो सकते हैं, परन्तु हम सबको इस जीवन संवारने और बनाने वाले वचन की आवश्यकता है। मेरी प्रार्थना है कि परमेश्वर हमारी सहायता करे कि हम उसके इस अमूल्य वचन को सर्वोत्तम संभव स्थान में रख सकें - अपने हृदय में! - कीला ओकोआ


परमेश्वर के वचन का सर्वोत्तम स्थान हमार हृदय है।

तेरी बातों के खुलने से प्रकाश होता है; उस से भोले लोग समझ प्राप्त करते हैं। - भजन 119:130

बाइबल पाठ: भजन 119:9-16
Psalms 119:9 जवान अपनी चाल को किस उपाय से शुद्ध रखे? तेरे वचन के अनुसार सावधान रहने से। 
Psalms 119:10 मैं पूरे मन से तेरी खोज मे लगा हूं; मुझे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटकने न दे! 
Psalms 119:11 मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूं। 
Psalms 119:12 हे यहोवा, तू धन्य है; मुझे अपनी विधियां सिखा! 
Psalms 119:13 तेरे सब कहे हुए नियमों का वर्णन, मैं ने अपने मुंह से किया है। 
Psalms 119:14 मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानों सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूं। 
Psalms 119:15 मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूंगा, और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूंगा। 
Psalms 119:16 मैं तेरी विधियों से सुख पाऊंगा; और तेरे वचन को न भूलूंगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 9-11
  • 1 तिमुथियुस 6