अमेरिका के गृह युद्ध के समय केन्सौ पहाड़ पर स्थित एक दुर्ग सेना के रसद और खाद्य सामग्री का स्थान था। सेना के एक जनरल ने एक टुकड़ी को उस दुर्ग की रखवाली का ज़िम्मा सौंपा और युद्ध के लिए आगे बढ़ गया। विरोधी सेनाओं ने उस दुर्ग पर धावा बोला और दुर्ग हथियाने के लिए भीषण युद्ध हुआ। दुर्ग में तैनात सुरक्षा टुकड़ी के एक तिहाई सैनिक या तो मारे गए अथवा बुरी तरह से घायल हो गए; उन घायलों में दुर्ग की रक्षा टुकड़ी का सेनापति भी था। वह सेनापति अब शत्रु सेना को समर्पण करने के बारे में सोचने लगा; वह शत्रु सेनापति को समर्पण का सन्देश भेजने पर ही था कि उसे अपनी सेना के जनरल की ओर से, जो वापस दुर्घ की ओर लौट रहा था और उन से लगभग १५ मील की दूरी पर ही था, सन्देश मिला, "थामे रहो; हम आ रहे हैं।" इन चन्द शब्दों ने दुर्ग के सैनिकों का मनोबल बहुत बढ़ा दिया और वे दुर्ग की रक्षा में जुटे रहे और अपने जनरल के वापस आने तक उसे दुश्मनों के हाथों में पड़ने से बचाए रखा।
हमारे स्वर्गीय सेनापति ने भी हमें यह आशवासन भेजा है कि वह आ रहा है। प्रभु यीशु ने कहा, "तुम्हारा मन व्याकुल न हो, तुम परमेश्वर पर विश्वास रखते हो मुझ पर भी विश्वास रखो। मेरे पिता के घर में बहुत से रहने के स्थान हैं, यदि न होते, तो मैं तुम से कह देता क्योंकि मैं तुम्हारे लिये जगह तैयार करने जाता हूं। और यदि मैं जा कर तुम्हारे लिये जगह तैयार करूं, तो फिर आ कर तुम्हें अपने यहां ले जाऊंगा, कि जहां मैं रहूं वहां तुम भी रहो" (यूहन्ना १४:१-३)। हमारे प्रभु के वापस आने का वायदा हमें आशा देता है; उस के लौटने का तथ्य हमें विश्वास के अपने युद्ध में डटे रहने और लड़ते रहने के लिए उत्साहित करता है और हमें अपने इस युद्ध में अन्ततः विजयी होने का दृढ़ आशवासन देता है।
शैतान और संसार की ताकतों के विरुद्ध हमारा विश्वास का यह युद्ध कितना भी भीषण और कठिनाईयों से भरा क्यों न हो, हमें जूझते रहना है क्योंकि मसीह विरोधी ताकतों के आगे समर्पण कर देना हमारे लिए विकल्प है ही नहीं, क्योंकि शैतान और उसकी ताकतों पर जयवन्त हमारा सेनापति आने वाला है - शायद आज ही, शायद अभी। - रिचर्ड डी हॉन
जब विश्वासयोग्य बने रहना सबसे कठिन होता है, तब उस का प्रतिफल सबसे अधिक लाभकारी भी होता है।
तू ने मेरे धीरज के वचन को थामा है, इसलिये मैं भी तुझे परीक्षा के उस समय बचा रखूंगा, जो पृथ्वी पर रहने वालों के परखने के लिये सारे संसार पर आने वाला है। मैं शीघ्र ही आने वाला हूं; जो कुछ तेरे पास है, उस थामें रह, कि कोई तेरा मुकुट छीन न ले। - प्रकाशितवाक्य ३:१०, ११
बाइबल पाठ: १ थिस्सुलुनिकीयों ४:१६-५:११
1Th 4:16 क्योंकि प्रभु आप ही स्वर्ग से उतरेगा; उस समय ललकार, और प्रधान दूत का शब्द सुनाई देगा, और परमेश्वर की तुरही फूंकी जाएगी, और जो मसीह में मरे हैं, वे पहिले जी उठेंगे।
1Th 4:17 तब हम जो जीवित और बचे रहेंगे, उन के साथ बादलों पर उठा लिए जाएंगे, कि हवा में प्रभु से मिलें, और इस रीति से हम सदा प्रभु के साथ रहेंगे।
1Th 4:18 सो इन बातों से एक दूसरे को शान्ति दिया करो।
1Th 5:1 पर हे भाइयो, इसका प्रयोजन नहीं, कि समयों और कालों के विषय में तुम्हारे पास कुछ लिखा जाए।
1Th 5:2 क्योंकि तुम आप ठीक जानते हो कि जैसा रात को चोर आता है, वैसा ही प्रभु का दिन आने वाला है।
1Th 5:3 जब लोग कहते होंगे, कि कुशल है, और कुछ भय नहीं, तो उन पर एकाएक विनाश आ पड़ेगा, जिस प्रकार गर्भवती पर पीड़ा; और वे किसी रीति से ना बचेंगे।
1Th 5:4 पर हे भाइयों, तुम तो अन्धकार में नहीं हो, कि वह दिन तुम पर चोर की नाई आ पड़े।
1Th 5:5 क्योंकि तुम सब ज्योति की सन्तान, और दिन की सन्तान हो, हम न रात के हैं, न अन्धकार के हैं।
1Th 5:6 इसलिये हम औरों की नाई सोते न रहें, पर जागते और सावधान रहें।
1Th 5:7 क्योंकि जो सोते हैं, वे रात ही को सोते हैं, और जो मतवाले होते हैं, वे रात ही को मतवाले होते हैं।
1Th 5:8 पर हम तो दिन के हैं, विश्वास और प्रेम की झिलम पहिन कर और उद्धार का टोप पहिन कर सावधान रहें।
1Th 5:9 क्योंकि परमेश्वर ने हमें क्रोध के लिये नहीं, परन्तु इसलिये ठहराया कि हम अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा उद्धार प्राप्त करें।
1Th 5:10 वह हमारे लिये इस कारण मरा, कि हम चाहे जागते हों, चाहे सोते हों: सब मिल कर उसी के साथ जीएं।
1Th 5:11 इस कारण एक दूसरे को शान्ति दो, और एक दूसरे की उन्नति के कारण बनो, निदान, तुम ऐसा करते भी हो।
एक साल में बाइबल:
- उत्पत्ति १३-१५
- मत्ती ५:१-२६