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गुरुवार, 11 अप्रैल 2019

क्षमा



      जब मेरी एक सहेली ने मुझे धोखा दिया, तो मैं जानती थी कि मुझे उसे क्षमा करना होगा, परन्तु ऐसा कर पाना मुझे कठिन लग रहा था। उसके शब्द मेरे अन्दर एक गहरी चुभन उत्पन्न कर रहे थे, और मैं पीड़ा तथा क्रोध से क्षुब्ध थी। यद्यपि हमने साथ बैठकर इस बारे में बातचीत की और मैंने उससे कहा कि मैं उसे क्षमा करती हूँ, फिर भी बहुत लंबे समय तक, मैं जब भी उसे देखती थी, मेरे अन्दर टीस होती थी, इसलिए मैं जानती थी कि मेरे अन्दर उसके प्रति कुछ तो कड़ुवाहट है। किन्तु एक दिन परमेश्वर ने मेरी प्रार्थनाओं का उत्तर दिया और मुझे सामर्थ्य दी कि मैं इस भावना को पूर्णतः छोडकर उससे ऊपर उठ सकूँ। तब मैं पूरी रीति से स्वतंत्र हो सकी।

      क्षमा मसीही विश्वास का मर्म है। हमारे उद्धारकर्ता प्रभु परमेश्वर ने क्रूस पर अपना बलिदान देते समय उन्हें भी क्षमा किया जो उन्हें क्रूस पर ठोक रहे थे, उनका उपहास कर रहे थे; प्रभु यीशु ने परमेश्वर से उन्हें क्षमा करने की प्रार्थना की। वे कड़ुवाहट और क्रोध को थामे ही नहीं रहे, वरन अपने प्रति अनुचित और गलत करने वालों के लिए अनुग्रह और प्रेम दिखाया।

      यह उपयुक्त समय है प्रभु के समान उन लोगों को क्षमा करने का जिन्होंने हमारे प्रति गलत किया है। हमें प्रभु यीशु का अनुसरण करते हुए उनके प्रति प्रेम का व्यवहार करना है जिनसे हमें दुःख मिला है। जब हम परमेश्वर से उसकी आत्मा के माध्यम से विनती करेंगे कि हमें क्षमा करना सिखाने में सहायक हों, तो वह हमारी सहायता करेगा – चाहे यह सीखने के लिए हमें प्रतीत हो कि हम एक “लंबा समय” ले रहे हैं। और जब हम क्षमा करेंगे, तो हम क्षमा न करने की कैद से स्वतंत्र हो जाएँगे। - एमी बाउचर पाई


क्रूस पर भी प्रभु यीशु ने उन्हें क्षमा किया जो उन्हें दुःख दे रहे थे।

और यदि किसी को किसी पर दोष देने को कोई कारण हो, तो एक दूसरे की सह लो, और एक दूसरे के अपराध क्षमा करो: जैसे प्रभु ने तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी करो। - कुलुस्सियों 3:13

बाइबल पाठ: लूका 23:32-34
Luke 23:32 वे और दो मनुष्यों को भी जो कुकर्मी थे उसके साथ घात करने को ले चले।
Luke 23:33 जब वे उस जगह जिसे खोपड़ी कहते हैं पहुंचे, तो उन्होंने वहां उसे और उन कुकिर्मयों को भी एक को दाहिनी और और दूसरे को बाईं और क्रूसों पर चढ़ाया।
Luke 23:34 तब यीशु ने कहा; हे पिता, इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहें हैं और उन्होंने चिट्ठियां डालकर उसके कपड़े बांट लिए।

एक साल में बाइबल:  
  • 1 शमूएल 17-18; लूका 11:1-28