मेरे पारिवारिक फोटो संग्रह में एक ऐसी फोटो है जहाँ मेरी बेटी, जब वह 4 वर्ष की थी, अपने हाथ में एक छोटी खिलौने वाली हथौड़ी लिए, मेरे साथ हमारे घर की खिड़की की मरम्मत का कार्य करती दिख रही है। उस दिन हम दोनों ने साथ साथ मिलकर घर की मरम्मत का काम किया था, मैं जो जो कर रहा था उसकी वह नकल करती जा रही थी, इस बात में बिलकुल निश्चित कि वह भी घर की मरम्मत में यथासंभव योगदान कर रही है। शायद ही किसी अन्य अवसर पर मुझे काम करने से ऐसा आनन्द आया होगा जैसा इस अवसर पर आया था।
वह फोटो मुझे स्मरण कराती है कि हमारे बच्चे जो हम अभिभावकों में वार्तालाप और कार्यों में देखते हैं उसी का अनुसरण स्वयं भी करते हैं वैसे ही करते हैं। साथ ही उनके मनों में परमेश्वर की छवि भी हमारे द्वारा ही निर्धारित होती है। यदि हम कठोर और दयारहित होंगे तो सम्भवतः वे परमेश्वर को भी ऐसा ही समझेंगे। यदि हम उन से दूरी बना कर रखते हैं, उनके प्रति असंवेदनशील होते हैं तो उन्हें परमेश्वर भी ऐसा ही प्रतीत होगा। हम अभिभावकों की यह बहुत महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी है कि हम अपने बच्चों के मनों में परमेश्वर कि सही पहचान और छवि बना कर दे सकें, विशेषकर परमेश्वर के निस्वार्थ और बिना किसी शर्त के प्रेम के बारे में।
अपनी कलपना में मैं यह विचार रख सकता हूँ कि मुझे लेकर मेरे पिता परमेश्वर के पास भी एक ऐसा ही फोटो संग्रह होगा। मैं भी परमेश्वर से सीख रहा हूँ कि जीवन कैसे जीना है, प्रेम कैसे करना है, परमेश्वर को अपने जीवन का अभिन्न अंग कैसे बनाना है। मुझे यह सब सिखा कर परमेश्वर तैयार कर रहा है कि मैं भी इन बातों को दूसरों को सिखाने वाला बन सकूँ (व्यवस्थाविवरण 6:1-7)।
परमेश्वर हमें ऐसी समझ प्रदान करे कि हम उसे जान कर यह बुद्धिमता दूसरों को भी पहुँचाने-सिखाने वाले अच्छे शिक्षक बन सकें। - रैन्डी किल्गोर
यदि आप परमेश्वर से भलि-भांति सीखेंगे तो अपने बच्चों को भी भलि-भांति सिखाने पाएंगे।
और हे बच्चे वालों अपने बच्चों को रिस न दिलाओ परन्तु प्रभु की शिक्षा, और चितावनी देते हुए, उन का पालन-पोषण करो। - इफिसियों 6:4
बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण 6:1-9
Deuteronomy 6:1 यह वह आज्ञा, और वे विधियां और नियम हैं जो तुम्हें सिखाने की तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने आज्ञा दी है, कि तुम उन्हें उस देश में मानो जिसके अधिकारी होने को पार जाने पर हो;
Deuteronomy 6:2 और तू और तेरा बेटा और तेरा पोता यहोवा का भय मानते हुए उसकी उन सब विधियों और आज्ञाओं पर, जो मैं तुझे सुनाता हूं, अपने जीवन भर चलते रहें, जिस से तू बहुत दिन तक बना रहे।
Deuteronomy 6:3 हे इस्राएल, सुन, और ऐसा ही करने की चौकसी कर; इसलिये कि तेरा भला हो, और तेरे पितरों के परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उस देश में जहां दूध और मधु की धाराएं बहती हैं तुम बहुत हो जाओ।
Deuteronomy 6:4 हे इस्राएल, सुन, यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है;
Deuteronomy 6:5 तू अपने परमेश्वर यहोवा से अपने सारे मन, और सारे जीव, और सारी शक्ति के साथ प्रेम रखना।
Deuteronomy 6:6 और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें;
Deuteronomy 6:7 और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते, इनकी चर्चा किया करना।
Deuteronomy 6:8 और इन्हें अपने हाथ पर चिन्हानी कर के बान्धना, और ये तेरी आंखों के बीच टीके का काम दें।
Deuteronomy 6:9 और इन्हें अपने अपने घर के चौखट की बाजुओं और अपने फाटकों पर लिखना।
एक साल में बाइबल:
- व्यवस्थाविवरण 4-6