एक सभा में बोलने के लिए जब रेबेक्का मंच पर
खड़ी हुई तो ख़राब माइक्रोफोन तथा धवनी प्रणाली के कारण, उसका बोला हुआ पहल वाक्य
ही सभास्थल में गूंजने लगा। उसके लिए यह कुछ परेशान कर देने वाली बात थी कि उसी के
शब्द उसके पास लौट कर आ रहे थे, और उसे अपने आप को अपने शब्दों को गूंजते हुए
सुनने को नज़रंदाज़ करने के लिए संयोजित करना पड़ा।
कल्पना कीजिए कि आप जो भी शब्द बोलें वो
गूंजते हुए आपके पास बारंबार लौट कर आएँ। “मैं तुमसे प्रेम करता हूँ”; “गलती मेरी
थी”; “प्रभु परमेश्वर आपका बहुत धन्यवाद”; “मैं आपके लिए प्रार्थना कर रहा हूँ”
आदि शब्दों को बारंबार सुनते रहना तो अच्छा लगता है; परन्तु हमारे द्वारा कहे गए
सभी शब्द भले, या नम्र, या दयालु नहीं होते हैं। उन क्रोध और आवेश में कहे गए
शब्दों के विषय क्या कहें, जिन्हें कोई एक बार भी सुनना नहीं चाहता है, बारंबार
सुनने की तो बात ही दूर की है। ऐसे शब्द वो होते हैं जिन्हें हम बहुधा वापस ले लेना
चाहते हैं, परन्तु ले नहीं पाते हैं।
परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार दाऊद के
समान, हमें भी प्रार्थना करनी चाहिए कि परमेश्वर हमारे शब्दों को नियंत्रित करे।
दाऊद ने प्रार्थना की, “हे यहोवा, मेरे मुख का पहरा
बैठा, मेरे होठों के द्वार पर रखवाली कर”
(भजन 141:3)। हमें धन्यवादी होना चाहिए कि परमेश्वर ऐसा करना भी चाहता है। वह
हमारी सहायता कर सकता है कि हम क्या बोलें, और हमारे होंठों की रखवाली भी कर सकता
है।
जब हम जो कहते हैं उसपर ध्यान देंगे, अपने
शब्दों के लिए प्रार्थना करेंगे, तो परमेश्वर धैर्य के साथ हमें सिखाएगा और हमें
आत्म-संयम के लिए सामर्थ्य भी प्रदान करेगा। सबसे उत्तम बात है कि यदि हम असफल भी
हो जाएँ तो भी वह हमें क्षमा करने तथा हमारे सहायता करने के लिए सदा तैयार रहता
है। - ऐनी सेटास
आत्म-संयम
का महत्वपूर्ण भाग है अपने होंठों पर नियंत्रण करना।
यदि कोई
अपने आप को भक्त समझे,
और अपनी जीभ पर लगाम न दे, पर अपने हृदय को
धोखा दे, तो उस की भक्ति व्यर्थ है। - याकूब 1:26
बाइबल पाठ:
भजन 141
Psalms 141:1 हे यहोवा, मैं ने तुझे पुकारा है; मेरे लिये फुर्ती कर! जब मैं तुझ को पुकारूं, तब
मेरी ओर कान लगा!
Psalms 141:2 मेरी प्रार्थना तेरे साम्हने सुगन्ध धूप, और
मेरा हाथ फैलाना, संध्या काल का अन्नबलि ठहरे!
Psalms 141:3 हे यहोवा, मेरे मुख का पहरा बैठा, मेरे होठों के द्वार पर रखवाली कर!
Psalms 141:4 मेरा मन किसी बुरी बात की ओर फिरने न दे; मैं
अनर्थकारी पुरूषों के संग, दुष्ट कामों में न लगूं, और मैं उनके स्वादिष्ट भोजन वस्तुओं में से कुछ न खाऊं!
Psalms 141:5 धर्मी मुझ को मारे तो यह कृपा मानी जाएगी, और
वह मुझे ताड़ना दे, तो यह मेरे सिर पर का तेल ठहरेगा;
मेरा सिर उस से इन्कार न करेगा।। लोगों के बुरे काम करने पर भी मैं
प्रार्थना में लवलीन रहूंगा।
Psalms 141:6 जब उनके न्यायी चट्टान के पास गिराए गए, तब
उन्होंने मेरे वचन सुन लिये; क्योंकि वे मधुर हैं।
Psalms 141:7 जैसे भूमि में हल चलने से ढेले फूटते हैं, वैसे
ही हमारी हडि्डयां अधोलोक के मुंह पर छितराई हुई हैं।
Psalms 141:8 परन्तु हे यहोवा, प्रभु, मेरी आंखे तेरी ही ओर लगी हैं; मैं तेरा शरणागत हूं;
तू मेरे प्राण जाने न दे!
Psalms 141:9 मुझे उस फन्दे से, जो उन्होंने मेरे लिये
लगाया है, और अनर्थकारियों के जाल से मेरी रक्षा कर!
Psalms 141:10 दुष्ट लोग अपने जालों में आप ही फंसें, और
मैं बच निकलूं।
एक साल में
बाइबल:
- एज्रा 6-8
- यूहन्ना 21