जिस घर में हम अब रह रहे हैं यदि उसे छोड़ कर कभी हमें किसी दूसरे घर में जाना पड़े तो मैं अवश्य ही हमारे रसोई के दरवाज़े को अपने साथ उस नए स्थान पर ले जाना चाहूँगी। वह दरवाज़ा हमारे लिए विशेष है क्योंकि उस पर हमारे बच्चों की बढ़ोतरी के निशान बने हुए हैं। कुछ-कुछ महीनों के बाद मैं और मेरे पति बच्चों को दरवाज़े के साथ खड़ा कर के उनकी ऊँचाई का निशान दरवाज़े पर बना देते हैं। बच्चों की बढ़ोतरी के इस लेखे के अनुसार हमारी बेटी पिछाले एक वर्ष में 4 इंच बढ़ गई है!
जीवन की स्वाभाविक प्रक्रिया के अन्तर्गत जैसे बच्चे शारीरिक बढ़ोतरी होना आवश्यक है, वैसे ही हम मसीही विश्वासियों के लिए एक अन्य बढ़ोतरी भी आवश्यक है, किंतु उसे प्राप्त करने के लिए कुछ प्रयास करने होते हैं - मसीह यीशु की समानता में बढ़ने के लिए आत्मिक बढ़ोतरी। प्रेरित पतरस ने मसीही विश्वासियों को प्रोत्साहित किया, "हमारे प्रभु, और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनुग्रह और पहचान में बढ़ते जाओ" (2 पतरस 3:18)। मसीह यीशु में लाए गए विश्वास में परिपक्व होना हमें मसीह यीशु के पुनःआगमन के लिए तैयार रखता है। पतरस चाहता था कि जब प्रभु यीशु का पुनःआगमन हो तो वे अपने अनुयायियों को शांति और धार्मिकता के साथ जीवन व्यतीत करते हुए पाएं (पद 14)। आत्मिक बढ़ोतरी उन गलत शिक्षाओं से बचाव का मार्ग है जिनके कारण लोग परमेश्वर के वचन बाइबल की गलत व्याख्या करते हैं और लोगों को भ्रमित करते हैं (पद 16-17)।
चाहे हमें लगे कि हम परमेश्वर से दूर और उसके संपर्क से बाहर हैं, लेकिन हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि परमेश्वर सदा ही हमें अंश अंश करके अपने पुत्र प्रभु यीशु की समानता में लगातार बदलता जा रहा है (रोमियों 8:29); और परमेश्वर का वचन हमें आश्वस्त करता है: "और मुझे इस बात का भरोसा है, कि जिसने तुम में अच्छा काम आरम्भ किया है, वही उसे यीशु मसीह के दिन तक पूरा करेगा" (फिलिप्पियों 1:6)। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट
आत्मिक बढ़ोतरी के लिए परमेश्वर के वचन की ठोस खुराक अनिवार्य है।
क्योंकि जिन्हें उसने पहिले से जान लिया है उन्हें पहिले से ठहराया भी है कि उसके पुत्र के स्वरूप में हों ताकि वह बहुत भाइयों में पहिलौठा ठहरे। - रोमियों 8:29
बाइबल पाठ: 2 पतरस 3:10-18
2 Peter 3:10 परन्तु प्रभु का दिन चोर की नाईं आ जाएगा, उस दिन आकाश बड़ी हड़हड़ाहट के शब्द से जाता रहेगा, और तत्व बहुत ही तप्त हो कर पिघल जाएंगे, और पृथ्वी और उस पर के काम जल जाऐंगे।
2 Peter 3:11 तो जब कि ये सब वस्तुएं, इस रीति से पिघलने वाली हैं, तो तुम्हें पवित्र चाल चलन और भक्ति में कैसे मनुष्य होना चाहिए।
2 Peter 3:12 और परमेश्वर के उस दिन की बाट किस रीति से जोहना चाहिए और उसके जल्द आने के लिये कैसा यत्न करना चाहिए; जिस के कारण आकाश आग से पिघल जाएंगे, और आकाश के गण बहुत ही तप्त हो कर गल जाएंगे।
2 Peter 3:13 पर उस की प्रतिज्ञा के अनुसार हम एक नए आकाश और नई पृथ्वी की आस देखते हैं जिन में धामिर्कता वास करेगी।
2 Peter 3:14 इसलिये, हे प्रियो, जब कि तुम इन बातों की आस देखते हो तो यत्न करो कि तुम शान्ति से उसके साम्हने निष्कलंक और निर्दोष ठहरो।
2 Peter 3:15 और हमारे प्रभु के धीरज को उद्धार समझो, जैसे हमारे प्रिय भाई पौलुस न भी उस ज्ञान के अनुसार जो उसे मिला, तुम्हें लिखा है।
2 Peter 3:16 वैसे ही उसने अपनी सब पत्रियों में भी इन बातों की चर्चा की है जिन में कितनी बातें ऐसी है, जिनका समझना कठिन है, और अनपढ़ और चंचल लोग उन के अर्थों को भी पवित्र शास्त्र की और बातों की नाईं खींच तान कर अपने ही नाश का कारण बनाते हैं।
2 Peter 3:17 इसलिये हे प्रियो तुम लोग पहिले ही से इन बातों को जान कर चौकस रहो, ताकि अधर्मियों के भ्रम में फंस कर अपनी स्थिरता को हाथ से कहीं खो न दो।
2 Peter 3:18 पर हमारे प्रभु, और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनुग्रह और पहचान में बढ़ते जाओ। उसी की महिमा अब भी हो, और युगानुयुग होती रहे। आमीन।
एक साल में बाइबल:
- अय्यूब 30-31
- प्रेरितों 13:26-52