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मंगलवार, 18 जून 2019

सिद्ध पिता



      एक बार मेरे पिता ने मेरे सामने स्वीकार किया, “जब तुम बड़ी हो रही थीं, तो बहुधा मैं घर से बाहर होता था।” लेकिन मुझे ऐसा कुछ स्मरण नहीं आता है। अपनी नौकरी को उसका समय देने के अतिरिक्त, वे कुछ संध्या-समय चर्च में संगीत-मण्डली को अभ्यास करवाने के लिए जाया करते थे, और कभी-कभी वे पुरुषों के गायन समूह के साथ एक-दो सप्ताह के लिए बाहर जाया करते थे। लेकिन मेरे बचपन के सभी महत्वपूर्ण (और कुछ छोटे अवसरों में भी), वे सदा उपस्थित रहा करते थे।

      उदाहरण के लिए, जब मैं आठ वर्ष की थी, दोपहर को आयोजित होने वाले स्कूल के एक नाटक में मेरी छोटी सी भूमिका थी। उस नाटक को देखने के लिए सभी बच्चों की माताएँ तो आईं थीं, परन्तु पिता केवल एक ही बच्चे के आए थे – मेरे! अनेकों छोटे-छोटे तरीकों से उन्होंने मुझे और मेरी बहनों को यह जता दिया था कि हम उनके लिए महत्वपूर्ण हैं, और वे हम से प्रेम करते हैं। और, मेरी माँ के जीवन के अंतिम वर्षों में, जब वे बीमारी से असक्षम हो गई थीं, जिस प्रेम और कोमलता से मेरे पिता ने उनकी देख-भाल और सेवा की, उससे मैंने सीखा कि स्वार्थहीन प्रेम  क्या होता है। मेरे पिता सिद्ध नहीं हैं, परन्तु वे सदा ही ऐसे पिता रहे हैं जो मेरे स्वर्गीय परमेश्वर पिता के प्रेम और देखभाल का एहसास दिलाते हैं। और प्रत्येक मसीही पिता को ऐसा ही होना चाहिए।

      कभी-कभी सांसारिक पिता अपने बच्चों को निराश अथवा दुखी करते हैं; परन्तु हमारा स्वर्गीय परमेश्वर पिता, “दयालु और अनुग्रहकरी, विलम्ब से कोप करने वाला और अति करूणामय है” (भजन 103:8)। जब प्रभु परमेश्वर से प्रेम करने वाला एक पिता अपने बच्चों को सुधारता है, सांत्वना देता है, उन्हें सिखाता है, और उनकी आवश्यकताओं के लिए प्रावधान करता है, वह हमारे सिद्ध स्वर्गीय पिता के नमूने को उन्हें दिखाता है। - सिंडी हैस कैस्पर


मसीह के लिए व्यतीत किया गया जीवन 
वह सर्वोत्तम विरासत है जिसे हम अपने बच्चों के लिए छोड़ सकते हैं।

जैसे पिता अपने बालकों पर दया करता है, वैसे ही यहोवा अपने डरवैयों पर दया करता है। - भजन 103:13

बाइबल पाठ: नीतिवचन 20:3-7
Proverbs 20:3 मुकद्दमे से हाथ उठाना, पुरूष की महिमा ठहरती है; परन्तु सब मूढ़ झगड़ने को तैयार होते हैं।
Proverbs 20:4 आलसी मनुष्य शीत के कारण हल नहीं जोतता; इसलिये कटनी के समय वह भीख मांगता, और कुछ नहीं पाता।
Proverbs 20:5 मनुष्य के मन की युक्ति अथाह तो है, तौभी समझ वाला मनुष्य उसको निकाल लेता है।
Proverbs 20:6 बहुत से मनुष्य अपनी कृपा का प्रचार करते हैं; परन्तु सच्चा पुरूष कौन पा सकता है?
Proverbs 20:7 धर्मी जो खराई से चलता रहता है, उसके पीछे उसके लड़के बाले धन्य होते हैं।

एक साल में बाइबल:  
  • नहेम्याह 10-11
  • प्रेरितों 4:1-22