ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

सोमवार, 3 फ़रवरी 2020

शब्द



      कभी-कभी हमारे जीवन किसी के प्रबल प्रभाव के द्वारा पल भर में बदल सकते हैं। रॉक एंड रोल के प्रसिद्द कलाकार ब्रूस स्प्रिंग्सटीन के लिए, ऐसा संगीत कलाकारों के कार्य के द्वारा हुआ, जिनकी सहायता से वह एक कठिन बचपन और हताशा से लगातार संघर्ष से ऊपर उठ सका। उसे अपने ही कार्य से प्रोत्साहन मिला, जब उसने इस सत्य का स्वयं व्यावाहारिक अनुभव किया कि “आप किसी सही गाने के द्वारा तीन मिनिट में किसी का जीवन बदल सकते हैं।”

      एक अर्थपूर्ण गाने के समान, औरों के अच्छे शब्द हमें आशा दे सकते हैं, और हमारे जीवनों की दिशा बदल सकते हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि हम में से अधिकाँश के पास ऐसे लोगों से संबंधित कहानियां होंगी जिनके साथ हुए किसी वार्तालाप ने हमारे जीवनों पर स्थाई प्रभाव डाला – किसी शिक्षक के शब्द जिनसे हमने संसार के प्रति अपने दृष्टिकोण को बदला, किसी के द्वारा कहे गए प्रोत्साहन के शब्द जिनसे हमने अपने आत्मविश्वास को पुनः प्राप्त किया, किसी मित्र के कोमल शब्द जिन्होंने हमें किसी कठिन समय में सहायता प्रदान की।

      संभवतः इसीलिए, परमेश्वर के वचन बाइबल में नीतिवचन की पुस्तक में इतना बल दिया गया है कि हम अपने शब्दों को नाप-तौल कर तथा बुद्धिमानी के साथ प्रयोग करें। पवित्र-शास्त्र कभी भी वार्तालाप को यूं ही की गई “बातचीत” नहीं मानता है। वरन, हमें सिखाया गया है कि शब्दों के मृत्यु और जीवन के परिणाम हो सकते हैं (18:21)। थोड़े शब्दों से हम किसी की आत्मा को कुचल सकते हैं, या बुद्धि और आशा के शब्दों के साथ औरों का मनोबल बढ़ा कर उन्हें दृढ़ कर सकते हैं (15:4)।

      हम सभी के पास प्रभावी संगीत बनाने का कौशल नहीं है। परन्तु हम में से प्रत्येक परमेश्वर से यह बुद्धिमता माँग सकता है कि अपने शब्दों के द्वारा औरों की सेवा कर सकें (यशायाह 50:4)। परमेश्वर हमें, थोड़े से चुनिन्दा शब्दों के सही प्रयोग द्वारा, औरों के जीवनों को बदलने के लिए उपयोग कर सकता है। - मोनिका ब्रैंड्स

परमेश्वर ने हमें सक्षम किया है कि हम अपने 
शब्दों और व्यवहार के द्वारा औरों के जीवनों को प्रभावित कर सकें।

प्रभु यहोवा ने मुझे सीखने वालों की जीभ दी है कि मैं थके हुए को अपने वचन के द्वारा संभालना जानूं। भोर को वह नित मुझे जगाता और मेरा कान खोलता है कि मैं शिष्य के समान सुनूं। - यशायाह 50:4

बाइबल पाठ: नीतिवचन 15:4; 16:24; 18:21
Proverbs 15:4 शान्ति देने वाली बात जीवन-वृक्ष है, परन्तु उलट फेर की बात से आत्मा दु:खित होती है।
Proverbs 16:24 मन भावने वचन मधु भरे छते की नाईं प्राणों को मीठे लगते, और हड्डियों को हरी-भरी करते हैं।
Proverbs 18:21 जीभ के वश में मृत्यु और जीवन दोनों होते हैं, और जो उसे काम में लाना जानता है वह उसका फल भोगेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 31-33
  • मत्ती 22:1-22