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शुक्रवार, 25 जनवरी 2019

साथ



      बहुत वर्ष पहले की बात है, मैं अपने मित्र के साथ मछली पकड़ने के लिए गया, और वर्षा होने लग गई। हमने पास के पेड़ों के एक झुरमुट में शरण ली, किन्तु वर्षा तेज होती चली गई, इसलिए हमने वापस घर लौट जाने का निर्णय किया और पास खड़े अपने ट्रक की ओर दौड़े। मैंने ट्रक का दरवाज़ा खोला ही था कि ज़ोर से बिजली कड़की और एक आग के गोले के समान उसी पेड़ों के झुरमुट पर गिरी जहाँ हम शरण लिए हुए थे। बिजली गिरने से उन पेड़ों के पत्ते झड़ गए, छाल उतर गई, और उनकी कुछ डालियाँ सुलगती हुई रह गईं। और फिर इसके बाद बिलकुल शान्ति हो गई।

      इस घटना से हम घबरा गए, हिल गए।

      हमारे निवास स्थान – इडाहो घाटी में, बिजली का कड़कना और चमकना सामान्य बात है। मुझे ऐसा होते देखना अच्छा लगता है – उस दिन बाल-बाल बचने के बावजूद। मुझे बिजली कड़कने और गिरने से व्यक्त होने वाली अद्भुत शक्ति, उसकी आश्चर्यचकित और भयभीत कर देने, तथा धरती को कंपा और थर्रा देने वाली अनुभूति और उसके बाद होने वाली शान्ति पसन्द है।

      मुझे आकाश की बिजली का यह कड़कना और चमकना इसलिए पसन्द है क्योंकि यह परमेश्वर की वाणी का चिन्ह है (अय्यूब 37:4), परमेश्वर का अपने वचन बाइबल में होकर प्रबल विस्मयकारक रीति से बोलना। भजनकार ने लिखा, “यहोवा की वाणी आग की लपटों को चीरती है। ... यहोवा अपनी प्रजा को बल देगा; यहोवा अपनी प्रजा को शान्ति की आशीष देगा” (भजन 29:7, 11)। परमेश्वर हमें सामर्थ्य देता है कि हम सह सकें, धैर्य रख सकें, कृपालु और दयालु हों, शान्त होकर बैठ सकें, एक से दूसरे स्थान जा सकें, कुछ हानि नहीं करें।

      सर्वशक्तिमान, शान्ति का परमेश्वर आपके साथ भी बना रहे। - डेविड रोपर


विश्वास हमारी निर्बलता को परमेश्वर की सामर्थ्य के साथ जोड़ देता है।

आकाश ईश्वर की महिमा वर्णन कर रहा है; और आकशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है। - भजन 19:1

बाइबल पाठ: भजन 29
Psalms 29:1 हे परमेश्वर के पुत्रों यहोवा का, हां यहोवा ही का गुणानुवाद करो, यहोवा की महिमा और सामर्थ को सराहो।
Psalms 29:2 यहोवा के नाम की महिमा करो; पवित्रता से शोभायमान हो कर यहोवा को दण्डवत करो।
Psalms 29:3 यहोवा की वाणी मेघों के ऊपर सुन पड़ती है; प्रतापी ईश्वर गरजता है, यहोवा घने मेघों के ऊपर रहता है।
Psalms 29:4 यहोवा की वाणी शक्तिशाली है, यहोवा की वाणी प्रतापमय है।
Psalms 29:5 यहोवा की वाणी देवदारों को तोड़ डालती है; यहोवा लबानोन के देवदारों को भी तोड़ डालता है।
Psalms 29:6 वह उन्हें बछड़े के समान और लबानोन और शिर्योन को जंगली बछड़े के समान उछालता है।
Psalms 29:7 यहोवा की वाणी आग की लपटों को चीरती है।
Psalms 29:8 यहोवा की वाणी वन को हिला देती है, यहोवा कादेश के वन को भी कंपाता है।
Psalms 29:9 यहोवा की वाणी से हरिणियों का गर्भपात हो जाता है। और अरण्य में पतझड़ होती है; और उसके मन्दिर में सब कोई महिमा ही महिमा बोलता रहता है।
Psalms 29:10 जलप्रलय के समय यहोवा विराजमान था; और यहोवा सर्वदा के लिये राजा हो कर विराजमान रहता है।
Psalms 29:11 यहोवा अपनी प्रजा को बल देगा; यहोवा अपनी प्रजा को शान्ति की आशीष देगा।
                                                                                                                                                        
एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 12-13
  • मत्ती 16