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शनिवार, 24 नवंबर 2012

धन्यवादी मन


   एना एंडरसन के पति की मृत्यु विवाह के कुछ वर्षों में ही हो गई थी। पति की मृत्यु के पश्चात एना के पास तीन छोटी बेटियां और सामने एक कठिन भविष्य था। यद्यपि एना ने विर्जीनीया प्रांत में शिक्षिका का कार्य करने का प्रशिक्षण पाया था, किंतु फिलेडेल्फिया प्रांत में शिक्षिका का कार्य करने के लिए वह पूर्णतः योग्य नहीं थी। इस कारण उसे घर चलाने के लिए अन्य कामों का सहारा लेना पड़ा; वह लोगों के कपड़े धोती थी, कपड़े प्रेस करती थी, फिर बचे समय में बड़ी दुकानों के फर्श साफ करती थी। अफ्रीकी मूल और अश्वेत रंग की होने के कारण उसे बहुत बार रंग-भेद एवं पक्षपात का सामना करना पड़ता था।

   जब कभी किसी प्रकार के अवसर के दरवाज़े उन पर बन्द हो जाते थे तो एना का विश्वास रहता था कि यदि वे परमेश्वर पर पूर्ण मन से विश्वास रखेंगे और उसकी आधीनता में बने रहेंगे तो वह उनके लिए मार्ग निकालेगा (नीतिवचन ३:५-६)। एना ने अपनी पुत्रियों को भी इसी बात की शिक्षा दी कि वे हर बात में परमेश्वर पर निर्भर रहें, उसके वचन के अनुसार चलें और सदा हर बात में उसके धन्यवादी रहें।

   जब उसकी सबसे बड़ी पुत्री मेरियन ने अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गायिका के स्थान तक उन्नति करी तब भी एना उसकी सफलता के लिए परमेश्वर से प्रार्थना करती रही और अपनी पुत्री की सारी उपलब्धियों और सफलताओं का श्रेय परमेश्वर को देती रही। मेरियन ने जब सुप्रसिद्ध Metropolitan Opera में अपने सम्मिलित किए जाने का शुभारंभ प्रतिष्ठित कारनेजी हॉल में अपने गायकी के प्रदर्शन के द्वारा किया, तो पत्रकारों ने इस बड़े आदर के बारे में एना से पूछा कि उसे कैसा लग रहा है। एना का उत्तर था, "हम परमेश्वर के बहुत धन्यवादी हैं।" यह कोई आम कथन नहीं वरन एना के मन से निकली परमेश्वर के प्रति सच्ची कृतज्ञता थी।

   बजाए इसके कि वह उन बातों पर विलाप करती जो उसके पास नहीं थीं, एना एंडरसन ने उन बातों के लिए जो उसके पास थीं परमेश्वर का धन्यवाद किया, उनका प्रयोग किया और उनके द्वारा परमेश्वर को महिमा दी।

   आज एना के उदाहरण का हम अनुसरण कर सकते हैं और विश्वास के साथ परमेश्वर और उसके वचन पर आश्वस्त होकर हर बात में उसके धन्यवादी रह सकते हैं, क्योंकि वह सब बातों के द्वारा हमारा भला ही करता है। एक धन्यवादी मन परमेश्वर से बड़े प्रतिफल पाता है। - डेविड मैक्कैसलैंड


कृतज्ञता भक्ति का चिन्ह है।

तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। - नीतिवचन ३:५

बाइबल पाठ: नीतिवचन ३:१-१२
Pro 3:1  हे मेरे पुत्र, मेरी शिक्षा को न भूलना; अपने हृदय में मेरी आज्ञाओं को रखे रहना; 
Pro 3:2  क्योंकि ऐसा करने से तेरी आयु बढ़ेगी, और तू अधिक कुशल से रहेगा। 
Pro 3:3  कृपा और सच्चाई तुझ से अलग न होने पाएं; वरन उनको अपने गले का हार बनाना, और अपनी हृदयरूपी पटिया पर लिखना। 
Pro 3:4  और तू परमेश्वर और मनुष्य दोनों का अनुग्रह पाएगा, तू अति बुद्धिमान होगा।
Pro 3:5  तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। 
Pro 3:6  उसी को स्मरण करके सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा। 
Pro 3:7  अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना; यहोवा का भय मानना, और बुराई से अलग रहना। 
Pro 3:8  ऐसा करने से तेरा शरीर भला चंगा, और तेरी हड्डियां पुष्ट रहेंगी। 
Pro 3:9  अपनी संपत्ति के द्वारा और अपनी भूमि की पहिली उपज दे देकर यहोवा की प्रतिष्ठा करना; 
Pro 3:10  इस प्रकार तेरे खत्ते भरे और पूरे रहेंगे, और तेरे रसकुण्डों से नया दाखमधु उमण्डता रहेगा।
Pro 3:11  हे मेरे पुत्र, यहोवा की शिक्षा से मुंह न मोड़ना, और जब वह तुझे डांटे, तब तू बुरा न मानना, 
Pro 3:12  क्योंकि यहोवा जिस से प्रेम रखता है उसको डांटता है, जैसे कि बाप उस बेटे को जिसे वह अधिक चाहता है।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल २२-२३ 
  • १ पतरस १