हम लोग कैरेबियन द्वीपों का सपरिवार भ्रमण कर
रहे थे। समुद्र में तैरते हुए, सतह से नीचे की बातें देखने के लिए पानी के अन्दर
मुंह कर के भी साँस लेते रहने के लिए एक विशेष उपकरण, स्नौरकल की आवश्यकता होती
है। पानी में होते हुए भी पानी की सतह के ऊपर सिर रखने से अन्दर की सुन्दरता दिखाई
नहीं देती है। टोबागो द्वीप के समुद्र तट पर हमें हमारे बच्चों को यह समझाने और
स्नौरकल पहनाने के लिए कुछ प्रयास करना पड़ा। किन्तु एक बार जब उन्होंने स्नौरकल
पहन कर पानी की सतह के नीचे झाँका, और वहाँ की अद्भुत सुन्दरता को देखा, तो वे
बहुत आनंदित हुए, और कहने लगे, “नीचे हज़ारों मछलियाँ हैं, सभी भिन्न प्रकार की! सब
कुछ इतना सुन्दर है! हमने कभी इतनी रंगीन मछलियाँ नहीं देखीं!”
क्योंकि उन्हें समुद्र की जल-सतह हमारे घर के
निकट के मीठे पानी की झीलों की सतह के समान ही लगी, इसलिए उन्हें अन्दर की स्थिति
का कोई अंदाज़ा नहीं था, और न ही अन्दर झांकने की जिज्ञासा। यदि वे हमारी बात न
मानते तो उस अद्भुत सुन्दरता को देख पाने से रह जाते।
परमेश्वर के वचन बाइबल में परमेश्वर ने शमूएल
भविष्यद्वक्ता को बेतलहेम निवासी यिशे के घर भेजा कि उसके एक पुत्र को इस्राएल का
भावी राजा अभिषेक करे। जब शमूएल ने यिशे के सबसे बड़े पुत्र एलीआब को देखा, तो उसके
डील-डौल और स्वरूप से बहुत प्रभावित हुआ। शमूएल को लगा कि उसे सही व्यक्ति मिल गया,
परन्तु परमेश्वर ने एलिआब को स्वीकार नहीं किया; और इसी प्रकार एक के बाद एक यिशे
छः पुत्रों को परमेश्वर ने अस्वीकार कर दिया। परमेश्वर ने शमूएल को स्मरण करवाया
कि, “... यहोवा का देखना मनुष्य का सा नहीं है; मनुष्य
तो बाहर का रूप देखता है, परन्तु यहोवा की दृष्टि मन पर रहती
है” (1 शमूएल 16:7)।
इसलिए शमूएल ने पूछा की क्या कोई और पुत्र भी
है? सबसे छोटा पुत्र वहाँ उपस्थित नहीं था; वह परिवार की भेड़ों को चरा रहा था। इस
पुत्र, दाऊद, को बुलाया गया, और परमेश्वर ने शमूएल को उसे अभिषेक करने का निर्देश
दिया।
अकसर हम लोगों को सतही रीति से, उनके बाहरी
स्वरूप के अनुसार देखते हैं, परन्तु उनके अंदर के हाल, और कभी-कभी उनके अन्दर की
छिपी हुई सुन्दरता को नहीं देखते हैं। हम हर उस बात को भी महत्वपूर्ण नहीं समझते
हैं, जिसे परमेश्वर महत्वपूर्ण समझता है। परन्तु यदि हम सतह के नीचे झांकने के
प्रयास करें, तो संभव है हमें अद्भुत खज़ाने देखने को मिलें। - लीसा सामरा
हे परमेश्वर
औरों के अन्दर की भीतरी सुन्दरता को देख पाने में मेरी सहायता कर।
और हे मेरे
पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और
खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा
मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज
में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु
यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा। - 1 इतिहास 28:9
बाइबल पाठ: 1
शमूएल 16:1-7
1 शमूएल 16:1 और
यहोवा ने शमूएल से कहा, मैं ने शाऊल को इस्राएल पर राज्य
करने के लिये तुच्छ जाना है, तू कब तक उसके विषय विलाप करता
रहेगा? अपने सींग में तेल भर के चल; मैं
तुझ को बेतलेहेमी यिशै के पास भेजता हूं, क्योंकि मैं ने
उसके पुत्रों में से एक को राजा होने के लिये चुना है।
1 शमूएल 16:2
शमूएल बोला, मैं क्योंकर जा सकता हूं? यदि
शाऊल सुन लेगा, तो मुझे घात करेगा। यहोवा ने कहा, एक बछिया साथ ले जा कर कहना, कि मैं यहोवा के लिये
यज्ञ करने को आया हूं।
1 शमूएल 16:3 और
यज्ञ पर यिशै को न्योता देना, तब मैं तुझे जता दूंगा कि तुझ
को क्या करना है; और जिस को मैं तुझे बताऊं उसी को मेरी ओर
से अभिषेक करना।
1 शमूएल 16:4 तब
शमूएल ने यहोवा के कहने के अनुसार किया, और बेतलहेम को गया।
उस नगर के पुरनिये थरथराते हुए उस से मिलने को गए, और कहने
लगे, क्या तू मित्रभाव से आया है कि नहीं?
1 शमूएल 16:5
उसने कहा, हां, मित्रभाव से आया हूं;
मैं यहोवा के लिये यज्ञ करने को आया हूं; तुम
अपने अपने को पवित्र कर के मेरे साथ यज्ञ में आओ। तब उसने यिशै और उसके पुत्रों को
पवित्र कर के यज्ञ में आने का न्योता दिया।
1 शमूएल 16:6 जब
वे आए, तब उसने एलीआब पर दृष्टि कर के सोचा, कि निश्चय जो यहोवा के साम्हने है वही उसका अभिषिक्त होगा।
1 शमूएल 16:7
परन्तु यहोवा ने शमूएल से कहा, न तो उसके रूप पर दृष्टि कर,
और न उसके डील की ऊंचाई पर, क्योंकि मैं ने
उसे अयोग्य जाना है; क्योंकि यहोवा का देखना मनुष्य का सा
नहीं है; मनुष्य तो बाहर का रूप देखता है, परन्तु यहोवा की दृष्टि मन पर रहती है।
एक साल में बाइबल:
- अय्यूब 32-33
- प्रेरितों 14