डेट्रॉइट,
मिशिगन के शहरी विकास समूह ने एक नारा दिया, “शहर को हमारी नज़रों से देखें” – वे अपने शहर के भविष्य की परिकल्पना के अपने
दर्शन का आरंभ कर रहे थे। परन्तु उनकी यह योजना शीघ्र ही अचानक ही थम भी गई, जब समुदाय के लोगों का ध्यान उनकी मुहिम में किसी
बात की कमी की ओर गया। उस शहर की आबादी और श्रमिकों में अधिकांश अफ्रीकी अमेरिकी
लोग हैं। परन्तु फिर भी उनके विज्ञापनों, बैनरों और अन्य सामग्री पर केवल श्वेत लोगों ही के चित्र छपे थे, जो सबसे उनकी नज़रों से शहर को देखने के लिए कह
रहे थे।
प्रभु
यीशु के देशवासियों की दृष्टि में भी उनके भविष्य की परिकल्पना में कुछ था जो सम्मिलित
नहीं था। अब्राहम की संतान होने के कारण वो लोग यहूदी लोगों के भविष्य के लिए ही
मुख्यतः चिंतित थे। उन्हें प्रभु यीशु के सामरियों, रोमी सैनिकों, या अन्य
किसी भी ऐसे व्यक्ति के प्रति, जो उनकी पारिवारिक जड़ों, रब्बियों, या मंदिर की
उपासना के साथ जुड़ा हुआ नहीं था, चिंता को नहीं समझ पा रहे थे।
मैं
डेट्रॉइट और यरूशलेम के लोगों द्वारा अनदेखी की गई बातों के साथ अपने आप को
संबंधित पाता हूँ। मैं भी केवल उन्हीं लोगों के प्रति ध्यान लगाने पाता हूँ जिनके
जीवनों के अनुभव मेरी समझ में आते हैं। परन्तु परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते
हैं कि परमेश्वर हमारी विभिन्नताओं में भी एकता ले आता है। हम सभी जन भिन्न कम और
समान अधिक हैं।
हमारे
परमेश्वर ने अब्राहम नामक एक मरुभूमि में निवास करने वाले खानाबदोश को चुना कि
उसमें होकर संसार के सभी लोगों के लिए आशीष ले आए (उत्पत्ति 12:1-3)। प्रभु यीशु
भी सभी को जानता और उनसे प्रेम रखता है, उन्हें भी जिन्हें हम नहीं जानते या पहचानते हैं। हम सभी मिलकर उस प्रभु परमेश्वर
के अनुग्रह और दया के कारण साथ मिलकर रह सकते हैं जो हमें एक दूसरे को, हमारे निवास-स्थानों को, और उसके राज्य को वैसा देखने योग्य कर सकता है,जैसा कि वह देखता है। - मार्ट डीहान
सभी स्थानों पर सभी जन हमारे ही समान अधिक
हैं, और असमान कम हैं।
उसने एक ही मूल से मनुष्यों की सब जातियां सारी
पृथ्वी पर रहने के लिये बनाईं हैं; और
उन के ठहराए हुए समय, और निवास के सिवानों
को इसलिये बान्धा है। कि वे परमेश्वर को ढूंढ़ें, कदाचित उसे टटोल कर पा जाएं तौभी वह हम में से किसी से दूर नहीं! - प्रेरितों
17:26-27
बाइबल पाठ: उत्पत्ति 12:1-3
उत्पत्ति 12:1 यहोवा ने अब्राम से कहा, अपने देश, और अपनी जन्मभूमि, और अपने पिता
के घर को छोड़कर उस देश में चला जा जो मैं तुझे दिखाऊंगा।
उत्पत्ति 12:2 और मैं तुझ से एक बड़ी जाति बनाऊंगा, और तुझे आशीष दूंगा, और तेरा नाम बड़ा करूंगा, और
तू आशीष का मूल होगा।
उत्पत्ति 12:3 और जो तुझे आशीर्वाद दें, उन्हें मैं आशीष दूंगा;
और जो तुझे कोसे, उसे मैं शाप दूंगा; और भू
मण्डल के सारे कुल तेरे द्वारा आशीष पाएंगे।
- यिर्मयाह 30-31
- फिलेमोन 1