उसका
विवाह होने से एक सप्ताह पहले, सारा
की सगाई टूट गई। अपनी निराशा और उदासी के बावजूद सारा ने निर्णय लिया कि वह उसके
विवाह के भोज के लिए खरीदे गए भोजन को व्यर्थ नहीं जाने देगी। परन्तु उसने उस
समारोह की योजना में कुछ परिवर्तन अवश्य किया। उसने आमंत्रित अतिथियों के स्थान पर
स्थानीय बेघर लोगों के आश्रय स्थलों में रहने वालों को उस भोज के लिए आमंत्रित
किया।
परमेश्वर
के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि प्रभु यीशु ने इस प्रकार के दयालुता के कार्यों
की सराहना की, और कहा, “परन्तु जब तू भोज करे, तो कंगालों, टुण्डों, लंगड़ों और अन्धों को बुला। तब तू धन्य होगा, क्योंकि उन के पास तुझे बदला देने को कुछ नहीं, परन्तु तुझे धर्मियों के जी उठने पर इस का प्रतिफल मिलेगा” (लू्का 14:13-14)। प्रभु ने ध्यान दिलाया कि इसका प्रतिफल
परमेश्वर से आएगा, क्योंकि वे
मेहमान अपने मेजबानों को प्रत्युत्तर में कुछ नहीं देने पाएँगे। यीशु ने ऐसे लोगों
की सहायता करने के लिए कहा जो दान-दक्षिणा नहीं दे सकते हैं, और न ही भोज और
उत्सवों में अपने उच्च सामाजिक स्तर का प्रदर्शन कर सकते हैं।
जब
हम इस बात का ध्यान करते हैं कि यीशु ने ये शब्द एक फरीसी के द्वारा दिए गए भोज के
समय कहे थे, तो उसका यह सन्देश उग्र
और भड़काने वाला लग सकता है। परन्तु वास्तविक प्रेम भड़काने वाला होता है। किसी ने
मुझे कहा था कि प्रेम किसी को उस की आवश्यकताओं के लिए देना है, प्रत्युत्तर में बिना कुछ भी पाने की आशा रखे।
प्रभु यीशु ने भी हम सभी से इसी प्रकार का प्रेम रखा है। उसने हमारी भीतरी, आत्मिक दरिद्रता को देखा और हमारे लिए अपने
प्राण बलिदान कर दिए।
प्रभु
यीशु मसीह को व्यक्तिगत रीति से जानना उसके अनन्त और असीम प्रेम में एक यात्रा है।
वह हम सभी को आमंत्रित करता है कि हम “सब पवित्र लोगों के साथ भली भांति समझने की
शक्ति पाओ; कि उसकी चौड़ाई, और लम्बाई, और ऊंचाई, और गहराई कितनी है” (इफिसियों 3:18) जानें। -
जेनिफर बेनसन शुलट्ज़
हमारे प्रति पिता का प्रेम कितना गहरा है!
क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने
अपना इकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो
कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए। - यूहन्ना 3:16
बाइबल पाठ: लूका 14:7-14
लू्का 14:7 जब उसने देखा, कि नेवताहारी
लोग क्योंकर मुख्य मुख्य जगहें चुन लेते हैं तो एक दृष्टान्त देकर उन से कहा।
लू्का 14:8 जब कोई तुझे ब्याह में बुलाए, तो मुख्य जगह में न बैठना, कहीं
ऐसा न हो, कि उसने तुझ से भी किसी बड़े
को नेवता दिया हो।
लू्का 14:9 और जिसने तुझे और उसे दोनों को नेवता दिया है: आकर तुझ से कहे, कि इस को जगह
दे, और तब तुझे लज्ज़ित हो कर सब से
नीची जगह में बैठना पड़े।
लू्का 14:10 पर जब तू बुलाया जाए, तो सब
से नीची जगह जा बैठ, कि जब वह, जिसने तुझे नेवता दिया है आए, तो तुझ से कहे कि हे मित्र, आगे बढ़कर बैठ; तब तेरे साथ बैठने वालों के सामने तेरी बड़ाई होगी।
लू्का 14:11 और जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह छोटा किया जाएगा; और जो कोई
अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया
जाएगा।
लू्का 14:12 तब उसने अपने नेवता देने वाले से भी कहा, जब तू दिन का या रात का भोज करे, तो अपने मित्रों या भाइयों या कुटुम्बियों या धनवान पड़ोसियों न बुला, कहीं ऐसा न हो, कि वे भी तुझे नेवता दें, और
तेरा बदला हो जाए।
लू्का 14:13 परन्तु जब तू भोज करे, तो कंगालों, टुण्डों, लंगड़ों और अन्धों को बुला।
लू्का 14:14 तब तू धन्य होगा,
क्योंकि उन के पास तुझे बदला देने को कुछ नहीं, परन्तु तुझे धर्मियों के जी उठने पर इस का प्रतिफल
मिलेगा।
एक साल में बाइबल:
- भजन 66-67
- रोमियों 7