हम लंडन गए हुए थे, और हमारे एक मित्र ने हमारे वहां के ‘स्काए
गार्डन’ देखने जाने की व्यवस्था की। लंडन के व्यावसायिक क्षेत्र की एक पैंतीस
मंजिली इमारत की छत पर यह कांच से बना एक बगीचा है, जिसमें पौधे, पेड़ और फूल
लगे हैं। परन्तु हमारा ध्यान वहां से दिखने वाले लंडन शहर के दृश्य ने खींचा। हमने
500 से भी अधिक फीट की ऊँचाई से लंडन के विभिन्न जाने-माने स्थलों और भवनों को
देखा। वह नज़ारा अभूतपूर्व तथा अद्भुत था और शहर की रचना का एक भिन्न ही दृष्टिकोण प्रदान
कर रहा था।
हमारे प्रभु परमेश्वर का हमारे
जीवनों और अनुभवों के प्रति एक भिन्न और सिद्ध दृष्टिकोण रहता है। परमेश्वर के वचन
बाइबल में भजनकार ने लिखा, “क्योंकि
यहोवा ने अपने ऊंचे और पवित्र स्थान से दृष्टि कर के स्वर्ग से पृथ्वी की ओर देखा है, ताकि बन्दियों का कराहना सुने, और घात होने वालों के बन्धन खोले” (भजन 102:19-20)।
जिन दुखी लोगों का भजन 102
में वर्णन किया गया है, उनके समान
हम भी अकसर अपने संघर्षों में फंसे होते हैं, और कराह रहे होते हैं। परन्तु परमेश्वर हमारे जीवनों को आरंभ से अन्त तक
जानता है, देखता है। बातें हमारे
लिए तो अप्रत्याशित हो सकती हैं, लेकिन
परमेश्वर कभी किसी बात से अनजाना या अज्ञात नहीं होता है, कुछ भी उसके लिए अनायास या अप्रत्याशित नहीं है। जैसा कि भजनकार की
अपेक्षा थी, परमेश्वर का सिद्ध
दृष्टिकोण ऐसों को भी छुटकारे का मार्गदर्शन प्रदान करता है जो मृत्यु के लिए ठहरा
दिए गए हैं (पद 20, 27-28)।
अपने कठिन समयों में स्मरण
रखें, चाहे हम यह नहीं जानते हैं कि
अगले पल क्या होने वाला है, परन्तु
हमारा प्रभु सब जानता है। हम अपने हर पल के लिए उस पर पूर्ण भरोसा रख सकते हैं। -
बिल क्राउडर
मसीह पर ध्यान केन्द्रित रखने से शेष सब सही परिप्रेक्ष्य में आ जाता है।
परमेश्वर ने स्वर्ग पर से मनुष्यों के ऊपर दृष्टि की ताकि देखे कि कोई बुद्धि
से चलने वाला और परमेश्वर को पूछने वाला है कि नहीं। - भजन 53:2
बाइबल पाठ: भजन 102:1-2, 18-28
भजन 102:1 हे यहोवा, मेरी प्रार्थना सुन; मेरी दुहाई तुझ तक पहुंचे!
भजन 102:2 मेरे संकट के दिन
अपना मुख मुझ से न छिपा ले; अपना कान
मेरी ओर लगा; जिस समय मैं पुकारूं, उसी समय फुर्ती से मेरी सुन ले!
भजन 102:18 यह बात आने वाली
पीढ़ी के लिये लिखी जाएगी, और एक जाति
जो सृजी जाएगी वही याह की स्तुति करेगी।
भजन 102:19 क्योंकि यहोवा ने
अपने ऊंचे और पवित्र स्थान से दृष्टि कर के स्वर्ग से पृथ्वी की ओर देखा है,
भजन 102:20 ताकि बन्दियों का
कराहना सुने, और घात होने वालों के बन्धन
खोले;
भजन 102:21 और सिय्योन में यहोवा
के नाम का वर्णन किया जाए, और यरूशलेम
में उसकी स्तुति की जाए;
भजन 102:22 यह उस समय होगा जब
देश देश, और राज्य राज्य के लोग यहोवा
की उपासना करने को इकट्ठे होंगे।
भजन 102:23 उसने मुझे जीवन यात्रा
में दु:ख देकर, मेरे बल और आयु को घटाया।
भजन 102:24 मैं ने कहा, हे मेरे ईश्वर, मुझे आधी आयु में न उठा ले, मेरे वर्ष पीढ़ी से पीढ़ी तक बने रहेंगे!
भजन 102:25 आदि में तू ने पृथ्वी
की नेव डाली, और आकाश तेरे हाथों का
बनाया हुआ है।
भजन 102:26 वह तो नाश होगा, परन्तु तू बना रहेगा; और वह सब कपड़े के समान पुराना हो जाएगा। तू उसको वस्त्र के समान बदलेगा, और वह तो बदल जाएगा;
भजन 102:27 परन्तु तू वहीं है, और तेरे वर्षों का अन्त नहीं होने का।
भजन 102:28 तेरे दासों की सन्तान बनी रहेगी; और उनका वंश तेरे सामने स्थिर रहेगा।
एक साल में बाइबल:
- भजन 100-102
- 1 कुरिन्थियों 1