हमें बहुधा अनेकों ईमेल प्राप्त होत हैं जो हमें आने वाली कार्यक्रमों या किसी के साथ मिलने या बात करने या किसी के लिए प्रार्थना करने का स्मरण करवाते रहते हैं। ये सभी आवश्यक अनुस्मारक हैं।
परमेश्वर के वचन बाइबल में जब पौलुस ने तीतुस को पत्री लिखी तो उसके अन्त में कहा, "लोगों को सुधि दिला...." (तीतुस 3:1)। पौलुस के द्वार प्रयुक्त शब्दों से हम अनुमान लगा सकते हैं कि पौलुस पहले भी इस विषय में उन्हें लिख चुका था। परन्तु यह इतना महत्वपूर्ण विषय था कि उसने उन बातों को फिर से दोहराया और उन्हें उनका स्मरण करवाया।
उस बात का ध्यान करें जिसे पौलुस नहीं चाहता था कि वे भूलें। पौलुस ने दमनकारी रोमी शासन में जी रहे मसीही विश्वासियों को स्मरण दिलाया कि वे "हाकिमों और अधिकारियों के अधीन रहें" (पद 1)। मसीही विश्वासियों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वे आज्ञाकारिता के लिए, भलाई करने के लिए, बदनाम नहीं करने के लिए, शान्तिप्रीय होने और दूसरों का ध्यान रखने वाले होने के लिए, शिकायत करने की बजाए नम्रता से रहने वाले होने के लिए जाने जाएं। उनके व्यवहार को मसीह यीशु द्वारा उनके जीवन में लाए गए परिवर्तन को प्रदर्शित करना था (पद 3-5)।
उस समय वे, और आज हम, ऐसा कैसे कर सकते हैं? प्रत्येक मसीही विश्वासी को परमेश्वर के पवित्र आत्मा से मिलने वाली सामर्थ के द्वारा: "उसने हमारा उद्धार किया: और यह धर्म के कामों के कारण नहीं, जो हम ने आप किए, पर अपनी दया के अनुसार, नए जन्म के स्नान, और पवित्र आत्मा के हमें नया बनाने के द्वारा हुआ। जिसे उसने हमारे उद्धारकर्ता यीशु मसीह के द्वारा हम पर अधिकाई से उंडेला। यह बात सच है, और मैं चाहता हूं, कि तू इन बातों के विषय में दृढ़ता से बोले इसलिये कि जिन्हों ने परमेश्वर की प्रतीति की है, वे भले-भले कामों में लगे रहने का ध्यान रखें: ये बातें भली, और मनुष्यों के लाभ की हैं" (पद 5-6, 8)। प्रभु यीशु मसीह से मिली पापों की क्षमा और नए जीवन के दान से ही हम संसार पर भला प्रभाव डालने के लिए सुसज्जित हो सकते हैं; और हमें ऐसा करते रहने का स्मरण रखना बहुत आवश्यक है। - डेव ब्रैनन
मसीही विश्वासी का जीवन वह खिड़की है जिसमें से लोग प्रभु यीशु को देख सकते हैं।
इन बातों की आज्ञा कर, और सिखाता रह। कोई तेरी जवानी को तुच्छ न समझने पाए; पर वचन, और चाल चलन, और प्रेम, और विश्वास, और पवित्रता में विश्वासियों के लिये आदर्श बन जा। - 1 तिमुथियुस 4:11-12
बाइबल पाठ: तीतुस 3:1-8
Titus 3:1 लोगों को सुधि दिला, कि हाकिमों और अधिकारियों के आधीन रहें, और उन की आज्ञा मानें, और हर एक अच्छे काम के लिये तैयार रहें।
Titus 3:2 किसी को बदनाम न करें; झगडालू न हों: पर कोमल स्वभाव के हों, और सब मनुष्यों के साथ बड़ी नम्रता के साथ रहें।
Titus 3:3 क्योंकि हम भी पहिले, निर्बुद्धि, और आज्ञा न मानने वाले, और भ्रम में पड़े हुए, और रंग रंग के अभिलाषाओं और सुखविलास के दासत्व में थे, और बैरभाव, और डाह करने में जीवन निर्वाह करते थे, और घृणित थे, और एक दूसरे से बैर रखते थे।
Titus 3:4 पर जब हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर की कृपा, और मनुष्यों पर उसकी प्रीति प्रगट हुई।
Titus 3:5 तो उसने हमारा उद्धार किया: और यह धर्म के कामों के कारण नहीं, जो हम ने आप किए, पर अपनी दया के अनुसार, नए जन्म के स्नान, और पवित्र आत्मा के हमें नया बनाने के द्वारा हुआ।
Titus 3:6 जिसे उसने हमारे उद्धारकर्ता यीशु मसीह के द्वारा हम पर अधिकाई से उंडेला।
Titus 3:7 जिस से हम उसके अनुग्रह से धर्मी ठहरकर, अनन्त जीवन की आशा के अनुसार वारिस बनें।
Titus 3:8 यह बात सच है, और मैं चाहता हूं, कि तू इन बातों के विषय में दृढ़ता से बोले इसलिये कि जिन्हों ने परमेश्वर की प्रतीति की है, वे भले-भले कामों में लगे रहने का ध्यान रखें: ये बातें भली, और मनुष्यों के लाभ की हैं।
एक साल में बाइबल:
- 2 राजा 7-9
- यूहन्ना 1:1-28